
पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी को मिलाया फोन, अलास्का की बैठक का अनुभव साझा किया
क्या है खबर?
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन कर उनके साथ अमेरिका के अलास्का में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ हुई बैठक का अनुभव साझा किया। यह जानकारी प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर दी। प्रधानमंत्री ने पुतिन का जानकारी देने के लिए धन्यवाद किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने हमेशा यूक्रेन युद्ध का शांतिपूर्ण समाधान का आह्वान किया है और वे इस मामले में सभी प्रयासों का समर्थन करते हैं।
बातचीत
प्रधानमंत्री मोदी ने क्या लिखा?
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा, 'मेरे मित्र, राष्ट्रपति पुतिन को उनके फोन कॉल और अलास्का में राष्ट्रपति ट्रंप के साथ उनकी हालिया मुलाक़ात के बारे में जानकारी साझा करने के लिए धन्यवाद। भारत ने यूक्रेन विवाद के शांतिपूर्ण समाधान का लगातार आह्वान किया है और इस संबंध में सभी प्रयासों का समर्थन करता है। मैं आने वाले दिनों में हमारे निरंतर आदान-प्रदान की आशा करता हूं।' पुतिन ने दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा से भी जानकारी साझा की है।
बैठक
अलास्का बैठक में क्या हुआ?
राष्ट्रपति ट्रंप और पुतिन के बीच 17 अगस्त को अलास्का के एंकोरेज में हुई बैठक करीब 3 घंटे चली। इसमें दोनों तरफ से 3-3 लोगों की टीम शामिल हुई थी। बैठक के बाद ट्रंप ने बातचीत में हुई प्रगति की जानकारी दी, लेकिन कहा कि यूक्रेन युद्ध को लेकर दोनों पक्ष किसी समझौते पर नहीं पहुंच पाए हैं। हालांकि, इस बीच पुतिन ने ट्रंप को मॉस्को आने का न्यौता जरूर दिया है, जिसे ट्रंप ने स्वीकारा है।
मुलाकात
पुतिन से मुलाकात के बाद ट्रंप के बदले-बदले सुर
पुतिन से मुलाकात से पहले यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की का पक्ष ले रहे ट्रंप अचानक बदल गए। उन्होंने सोमवार को सोशल मीडिया पर लिखा कि यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की चाहें तो रूस के साथ युद्ध तुरंत खत्म कर सकते हैं, या लड़ाई जारी रख सकते हैं। उन्होंने यूक्रेन को NATO में शामिल न करने और क्रीमिया वापस न देने की भी बात कही। उन्होंने लिखा कि कुछ चीजें कभी नहीं बदलतीं हैं।
बैठक
आज है जेलेंस्की के साथ ट्रंप की बैठक
पुतिन के साथ बैठक के बाद ट्रंप ने जेलेंस्की और यूरोपीय नेताओं से बातकर उन्हें बैठक की जानकारी दी थी। ट्रंप ने त्रिपक्षीय बातचीत की बात कही थी, जिस पर जेलेंस्की और यूरोपीय नेताओं ने भी सहमति जताई है। फिलहाल, जेलेंस्की ट्रंप से मुलाकात करने वाशिगंटन जा रहे हैं। इस मुलाकात में ट्रंप जेलेंस्की के ऊपर युद्ध समाप्त करने का दबाव बना सकते हैं। उधर, जेलेंस्की ने ट्रंप-पुतिन बातचीत के बीच भी गोलाबारी की जानकारी दी थी।