जुलाई में अपने परिवार के साथ करें पश्चिम बंगाल के इन 5 पहाड़ी इलाकों की यात्रा
देश के कुछ राज्यों में बारिश होने के बावजूद गर्मी कम होने का नाम नहीं ले रही है। ऐसे में लोग पहाड़ी इलाकों का रुख कर रहे हैं। हालांकि, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के पर्यटन स्थल पर्यटकों से भरे हुए हैं। अगर आप अपने परिवार के साथ किसी कम भीड़-भाड़ वाले पहाड़ी इलाके की यात्रा पर जाना चाहते हैं तो पश्चिम बंगाल एक आदर्श राज्य हो सकता है। जुलाई में पश्चिम बंगाल के इन पहाड़ी इलाकों की यात्रा पर जाएं।
संदकफू और फालुत ट्रेक
पश्चिम बंगाल के माजुआ में स्थित संदकफू ट्रेक स्पॉट 3,636 मीटर ऊंचा है। इसकी चोटी से माउंट एवरेस्ट, कंचनजंगा, मकालू और ल्होत्से सहित 'स्लीपिंग बुद्धा' रेंज के मंत्रमुग्ध कर देने वाले नजारे दिखाई देते हैं। यह ट्रेक मानेभंजन से शुरू होता है और सिंगालिला नेशनल पार्क से होकर गुजरता है। आपको यहां आकर लाल पांडा, भौंकने वाले हिरण और तेंदुए जैसे विदेशी वन्यजीवों को देखने का अवसर मिल सकता है।
नेओरा वैली
नेओरा वैली राष्ट्रीय उद्यान पश्चिम बंगाल के कलिम्पोंग जिले में स्थित एक राष्ट्रीय उद्यान है, जिसे 1986 में स्थापित किया गया था। यहां पर आकर आप नेओरा वैली के ट्रेक का लुफ्त उठा सकते हैं, जिसके दौरान आपको जंगलों के बीच चलने का मौका मिलते है। ट्रेक लावा के गांव से शुरू होता है और राचेला दर्रे तक जाता है। इस ट्रेक को पूरा करके आप माउंट कंचनजंगा, नाथुला रेंज, दार्जिलिंग और गंगटोक के शानदार दृश्य देख सकते हैं।
समथर-पुरबिखोला ट्रेक
आप पश्चिम बंगाल आकर कलिम्पोंग जिले में समथर-पुरबिखोला ट्रेक कर सकते हैं। यह ट्रेक आपको सुंदर गांवों, चाय बागानों और झरने के बीच चलने का अवसर प्रदान करता है। इस ट्रेक को पूरा करने के बाद आप माउंट कंचनजंगा के मनमोहक नजारों का लुफ्त उठा सकेंगे। यह ट्रेक समथर गांव से शुरू होता है और पुरबिखोला में समाप्त होता है। आप गर्मियों में अपने परिवार के साथ इन पहाड़ी स्थानों पर भी जा सकते हैं।
बामुनपुखुरी जंगल
बामुनपुखुरी मूल रूप से रुंगसुंग नदी पर स्थित एक जंगल क्षेत्र है, जो कई तरह के दुर्लभ पक्षियों के लिए प्रसिद्ध है। आप इस जंगल में आकर एक बेहद साहसी ट्रेक कर सकते हैं। यह ट्रेक ग्रिधुरा से शुरू होता है और घने जंगलों व सुगंधित चाय बागानों से होकर गुजरता है। यह स्थान उत्तर-पूर्वी हिमालय के बीच एक ताजगी भरा विश्राम प्रदान करता है। आप गर्मी के मौसम में बर्फीले पहाड़ देखने के लिए इन जगहों का रुख करें।
गोरखे
फालुत-श्रीखोला-रम्माम-गोरखे ट्रेक उत्तरी बंगाल के सरल जीवन और संस्कृति की एक मनमोहक झलक पेश करता है। यह ट्रेक फालुत से शुरू होता है और घने जंगलों, गांवों और शांत गोरखे गांव से होकर गुजरता है। यहां आप होमस्टे का अनुभव कर सकते हैं और स्थानीय मेहमान नवाजी का आनंद ले सकते हैं। इस ट्रेक को करने के लिए पहले फालुत से श्रीखोला, फिर रम्माम और अंत में गोरखे का मार्ग अपनाएं।