बढ़ते वायु प्रदूषण की वजह से वाराणसी में मूर्तियों को भी लगाए गए मास्क
दिवाली के बाद से दिल्ली-NCR के साथ-साथ पूरे उत्तर भारत में वायु प्रदूषण का प्रकोप देखा जा सकता है। वाराणसी की आबोहवा भी इस समय ख़राब हो गई है। वायु प्रदूषण की वजह से पूरा शहर स्मॉग की चादर से ढँका हुआ है। इस कारण वहाँ लोगों को साँस लेने में भी दिक्कत हो रही है। आपको जानकर हैरानी होगी कि केवल लोग ही नहीं बल्कि वाराणसी के मंदिरों में लगी मूर्तियों को भी मास्क लगाया गया है। आइए जानें।
शिव-पार्वती मंदिर में मूर्तियों पर लगाया गया मास्क
इन दिनों सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रही है, जिसमें मंदिर में रखी मूर्ति पर मास्क लगा देखा जा सकता है। जानकारी के अनुसार, वाराणसी के सिगरा क्षेत्र में स्थित शिव-पार्वती मंदिर में मूर्तियों पर मास्क लगाया गया है। मंदिर में भगवान शिव, देवी दुर्गा, मां काली और साईं बाबा की मूर्तियों पर मास्क लगाया गया है। शहर में PM2.5 का स्तर बढ़ने के बाद मंदिर के पुजारी ने मूर्तियों पर मास्क लगाने का फ़ैसला किया।
मास्क लगाए मूर्तियों की वायरल फोटो
मूर्तियों को देखने के बाद कई लोगों ने शुरू कर दिया मास्क पहनना
स्थानीय मीडिया से बात करते हुए मंदिर के पुजारी ने कहा कि यदि सर्दियों के दौरान देवी-देवताओं की मूर्तियों को कंबल से सजाया जा सकता है, तो मास्क का उपयोग करके उन्हें प्रदूषण से बचाने में क्या परेशानी है। मंदिर के पुजारी ने यह भी दावा किया कि मंदिरों में जाने वाले कई भक्तों ने मूर्तियों को देखने के बाद मास्क पहनना शुरू कर दिया। उनका मानना है कि इस क़दम से बच्चों और वयस्कों में जागरूकता बढ़ रही है।
उत्तर भारत में वायु प्रदुषण से लोगों की हालत खराब
उत्तर भारत में लोगों की वायु प्रदुषण क्र चलते हालत खराब है। दिल्ली और आसपास के इलाकों में तो स्कूलों की छुट्टियां कर दी गई हैं। मंगलवार को देश के 10 सबसे प्रदूषित शहरों की बात करें तो इसमें सात शहर उत्तर प्रदेश के शामिल हैं। इनमें लखनऊ, कानपुर, मुजफ्फरनगर, नोएडा, मुरादाबाद, और गाजियाबाद सबसे आगे हैं। देश के अन्य प्रदूषित शहरों में पटना, पानीपत और जींद शामिल हैं। वहीं, दिल्ली में प्रदुषण अति गंभीर स्तर तक पहुंच चूका है।
क्या है इतने प्रदुषण का कारण?
प्रदुषण के इस स्तर तक पहुंचने का कारण जानें तो इसमें बहुत बड़ा हाथ पंजाब और हरियाणा में किसानों द्वारा पराली जलाना है। आग की संख्या सीज़न के उच्च स्तर पर पहुँच गई है। आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, मंगलवार के दिन आग की 6,600 से अधिक घटनाएँ हुईं। यह रविवार की तुलना में दोगुने से भी अधिक है। एक वैज्ञानिक के अनुसार ऊपरी हवाओं की तेज गति की वजह से दिल्ली की हवा वाराणसी पहुँच गई है।