मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमल नाथ का भांजा गिरफ्तार, करोड़ों के बैंक घोटाले का आरोप
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमल नाथ के भांजे रतुल पुरी को 354 करोड़ रुपये के एक बैंक घोटाले के आरोप में आज सुबह गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार कोशिशें कर रहे पुरी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार किया। बता दें कि दो दिन पहले ही केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने घोटाले में पुरी और अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। पुरी पर अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाले में भी जांच चल रही है।
मोजरबेयर ने गिरफ्तारी को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
पुरी की गिरफ्तारी पर बयान जारी करते हुए मोजरबेयर ने कहा, "ED द्वारा गिरफ्तारी दुर्भाग्यपूर्ण है। मोजरबेयर ने कानून के हिसाब से काम किया और अब जब मोजरबेयर का मामला नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) में है, तब ये केस प्रेरित है।"
मोजरबेयर ने गिरफ्तारी पर जारी किया बयान
क्या है बैंक घोटाला?
सरकारी बैंक सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने रतुल की दिवालिया हो चुकी कंपनी मोजरबेयर पर आरोप लगाया था कि कंपनी फर्जी और जाली दस्तावेजों के जरिए 2009 से कई बैंकों से कर्ज लेती रही। पिछले साल बंद हो चुकी मोजरबेयर पर बैंकों से लिए गए कर्ज का गलत उपयोग करने का भी आरोप लगाया गया है। सेंट्रल बैंक की इस शिकायत के बाद पुरी और अन्य के खिलाफ CBI ने 354 करोड़ रुपये के घोटाले का मुकदमा दर्ज किया।
मामले में पुरी के माता-पिता भी आरोपी
घोटाले में जिन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, उनमें कमल नाथ और पुरी के परिवार के अन्य लोग भी शामिल हैं। कमलनाथ की बहन और पुरी की मां नीता पुरी और पुरी के पिता दीपक पुरी का नाम भी मुकदमे में शामिल किया गया है। इसके अलावा कंपनी के दो पूर्व निदेशकों संजय जैन और विनीत शर्मा का नाम भी इसमें शामिल है। मामले में CBI ने सोमवार को 6 स्थानों पर छापेमारी की थी।
अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले में भी चल रही पुरी के खिलाफ जांच
रतुल पुरी के खिलाफ 36,00 करोड़ रुपये के अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाले में भी जांच चल रही है। उन पर मामले में रिश्वत देने का आरोप है। सोमवार को दिल्ली की एक कोर्ट में ED ने कहा था कि पुरी मामले में जांच से बच रहे हैं। वहीं पुरी ने कहा था कि वह जांच में पूरी तरह से सहयोग करने के लिए तैयार हैं, लेकिन उनके खिलाफ जारी गैर जमानती वारंट रद्द किया जाना चाहिए।