कमलनाथ ने भाजपा पर लगाया कांग्रेस विधायकों को पैसे और पद का लालच देने का आरोप
क्या है खबर?
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आरोप लगाया है कि भाजपा ने कांग्रेस के 10 से ज्यादा विधायकों को पैसे और पद का लालच दिया है।
कमलनाथ ने कहा कि उन्हें कांग्रेस विधायकों पर भरोसा है और वो सरकार का समर्थन करते रहेंगे।
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, "फ्लोर टेस्ट होने दीजिए, हमें कोई चिंता नहीं है। हमारे पास बहुमत है और हमने इसे साबित किया है।"
आइये, जानते हैं यह पूरा मामला।
आरोप
10-25 करोड़ रुपये के लालच का आरोप
मध्यप्रदेश में कुल 230 विधानसभा सीटें हैं। पिछले साल हुए चुनावों में कांग्रेस को 114 और भाजपा को 109 सीटें मिली थी।
कांग्रेस राज्य में बहुजन समाज पार्टी और दूसरे सहयोगियों के साथ सरकार चला रही है।
कमलनाथ ने कहा कि विधायकों को 10 से 25 करोड़ रुपये तक ऑफर किए गए हैं।
कमलनाथ के इन आरोपों से एक दिन पहले भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की थी।
भाजपा
भाजपा ने की विशेष सत्र बुलाने की मांग
सोमवार को मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने राज्यपाल को पत्र लिखकर मुख्यमंत्री को विशेष सत्र बुलाने का आदेश देेने की मांग की थी।
उन्होंने लिखा कि पानी की कमी और खराब होती कानून-व्यवस्था जैसे मुद्दों पर चर्चा करने के लिए विशेष सत्र की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि पार्टी फ्लोर टेस्ट की भी मांग कर सकती है।
इसके जवाब में नाथ ने उन्हें पत्र लिखकर इन मामलों में सरकार द्वारा उठाए कदमों की जानकारी दी।
आरोप
भाजपा ने लगाया लोकतंत्र खतरे में होने का आरोप
इसी बीच भाजपा ने कमलनाथ के खिलाफ छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ने वाले बंटी साहू की गिरफ्तारी को लेकर कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है।
पार्टी ने कहा कि बंटी साहू और उनके साथ 21 पोल एजेंटों को पुराने और झूठे मामलों में गिरफ्तार किया गया है।
भाजपा ने लोकतंत्र पर खतरा बताते हुए इस मामले में चुनाव आयोग से दखल देने को कहा है। भाजपा ने राज्य सरकार से साहू और अन्य को तुरंत रिहा करने की मांग की।
जानकारी
कांग्रेस ने झूठे बताये आरोप
वहीं कांग्रेस ने इस मामले में कहा कि साहू और अन्यों ने आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में आत्मसमर्पण किया है। पार्टी ने कहा कि कोतवाली पुलिस स्टेशन का घेराव कर साहू ने आचार संहिता का उल्लंघन किया था।