अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला: आरोपी से करोड़ों का लेनदेन करने वाले 'RG' का पता लगा रही ED
क्या है खबर?
अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर सौदे की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार को दिल्ली के एक कोर्ट में कहा कि वह 'RG' नामक उस व्यक्ति का पता लगाने की कोशिश कर रही है, जिसका नाम जांच में कई बार सामने आया है।
बता दें कि कांग्रेस की UPA सरकार के दौरान हुए इस घोटाले में आरोप है कि इटली की कंपनी ने ठेका पाने के लिए भारतीय अधिकारियों को रिश्वत दी थी।
अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला
घोटाले के आरोपी की डायरी में 'RG' का जिक्र
ED ने यह बात मामले में आरोपी सुशेन मोहन गुप्ता की पूछताछ की अवधि बढ़ाने की मांग पर सुनवाई के दौरान कही।
विशेष वकील डीपी सिंह और एनके मट्टा ने कोर्ट को बताया कि एजेंसी 'RG' नाम के व्यक्ति की पहचान करना चाहती है, जिसके नाम पर गुप्ता की डायरी में 50 करोड़ से ऊपर की एंट्री हो रखी हैं।
उनका कहना है कि गुप्ता जानबूझ कर इसके बारे में गलत जानकारी दे रहा है ताकि उन्हें भटकाया जा सके।
पूछताछ
सुशेन ने बताया था, RG मतलब रजत गुप्ता
एजेंसी ने कोर्ट को बताया कि गुप्ता की डायरी में लिखा हुआ है कि 2004 से 2016 के बीच उसे RG से 50 करोड़ से अधिक रुपये प्राप्त हुए।
सुशेन का कहना है कि वह एक ही RG यानि रजत गुप्ता को जानता है।
रजत ने 2007 के बाद से सुशेन से कैश लेनदेन की बात तो मानी है, लेकिन उनका कहना है कि डायरी में लिखे गए लेनदेन उन्होंने नहीं किए और वह RG नहीं है।
जानकारी
राहुल गांधी से मिलता नाम होने के कारण होता है राजनीतिक इस्तेमाल
ED का कहना है कि सुशेन RG के बारे में सही जानकारी नहीं दे रहा है और उससे सच उगलवाने के लिए और पूछताछ की जरूरत है। बता दें कि RG का मतलब राहुल गांधी भी निकलने के कारण इसका राजनीतिक इस्तेमाल भी होता है।
जानकारी
क्या है अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला?
भारतीय वायुसेना ने इटली की अगस्ता वेस्टलैंड कंपनी से 12 VVIP हेलीकॉप्टर खरीदने के लिए 3,600 करोड़ रुपये का सौदा किया था, जिसे भारत सरकार ने जनवरी 2014 में रद्द कर दिया था।
सौदे में 360 करोड़ रुपये की रिश्वत दिए जाने के आरोप लगे थे।
इटली की एक अदालत ने अपने फैसले में पुष्टि की थी कि कंपनी ने ठेका पाने के लिए भारतीय अधिकारियों को 100-125 करोड़ रुपये तक की रिश्वत दी थी।