तीसरी बार राजस्थान के मुख्यमंत्री बने गहलोत, कमलनाथ और बघेल भी आज लेंगे शपथ
राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में आज नए मुख्यमंत्री शपथ लेंगे। तीनों राज्यों में कांग्रेस ने सरकार बनाई है। राजस्थान में अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री और सचिन पायलट ने उप मुुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। दोपहर 1:30 बजे कमलनाथ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री पद और शाम 4:30 बजे छत्तीसगढ़ में भूपेंद्र बघेल मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इन शपथ ग्रहण समारोह में विपक्षी पार्टियों के कई बड़े नेताओं के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है।
राजस्थान में अशोक गहलोत तीसरी बार बने मुख्यमंत्री
राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट ने अपने पद की शपथ ले ली है। इनका शपथ ग्रहण समारोह राज्य के सबसे मशहूर संग्रहालयों में से एक अल्बर्ट हॉल में हुआ। इसके लिए राजस्थान सरकार के सभी विभाग तैयारियों में जुटे थे। समारोह स्थल पर 50,000 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई थी। इस समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, DMK नेता स्टालिन और तेजस्वी यादव आदि नेता शामिल हुए।
15 साल बाद कांग्रेस को मध्यप्रदेश में मिली मुख्यमंत्री की कुर्सी
मध्यप्रदेश में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और 9 बार सांसद रह चुके कमलनाथ मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उनका शपथ ग्रहण समारोह दोपहर 1:30 बजे से भोपाल के जंबूरी मैदान में होगा। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगी। माना जा रहा है कि ज्योतिरादित्या सिंधिया के किसी करीबी को राज्य में उप मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। बता दें कि सिंधिया भी मुख्यमंत्री पद की रेस में दावेदार थे।
भूपेश बघेल को मिली छत्तीसगढ़ की कमान
राज्य में पिछले 15 साल से भाजपा की सरकार थी। अब कांग्रेस ने भाजपा का किला ढहाकर सत्ता हासिल की है। लंबी माथापच्ची और कई दौर की बैठकों के बाद कांग्रेस हाईकमान ने भूपेंद्र बघेल को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया है। बघेल आज शाम 4:30 बजे मुख्यमंत्री पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे। बता दें, भूपेंद्र बघेल कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष भी हैं और उनके नेतृत्व में पार्टी ने 90 में से 68 सीटें जीती हैं।
विपक्षी एकता के गवाह बनेंगे समारोह?
कांग्रेस ने इन समारोह में शामिल होने के लिए 25 पार्टियों के नेताओं को आमंत्रण दिया है। माना जा रहा है कि इन समारोह में समाजवादी नेता शरद यादव, NCP के शरद पवार, TDP प्रमुख चंद्रबाबू नायडू, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी, फारूक अब्दुला, तेजस्वी यादव आदि शामिल हो सकते हैं। वहीं अखिलेश यादव और मायावती किसी भी समारोह में शिरकत नहीं करेंगे। हालांकि, उनकी पार्टी की तरफ से इन समारोह में प्रतिनिधि भेजे जाएंगे।