कैलाश सत्यार्थी: खबरें

कैलाश सत्यार्थी का जन्म 11 जनवरी, 1954 को मध्य प्रदेश के विदिशा में हुआ था। वो 'बचपन बचाओ आंदोलन' चलाते हैं। उन्हें बच्चों और युवाओं के दमन के खिलाफ और सभी को शिक्षा के अधिकार के लिए काम करने के लिए शांति का नोबेल पुरस्कार दिया गया था। पेशे से इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर सत्यार्थी ने 26 साल की उम्र से ही बच्चों के लिए काम करना शुरू कर दिया था। उन्होंने बाल मजदूरी के खिलाफ अभियान चलाकर हजारों बच्चों की जिंदगियां बचाई हैं। बाल मजदूरों को छुड़ाने के दौरान उन पर कई बार जानलेवा हमले भी हुए हैं। 2011 में कपड़ा फैक्ट्री से और 2004 में एक सर्कस से बाल कलाकरों को छुड़ाने के दौरान उन पर हमला किया गया था।

03 Oct 2022

स्वीडन

स्वीडन के स्वांते पाबो को मिला चिकित्सा का नोबेल, मानव के क्रमिक विकास पर की खोज

साल 2022 के नोबेल पुरस्कारों की घोषणा होना शुरू हो गया है। इसी कड़ी में नोबेल पुरस्कार समिति ने चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए स्वीडन के आनुवंशिकीविद स्वांते पाबो को इस साल का नोबेल पुरस्कार देने का ऐलान किया है।

भारत में प्रतिदिन यौन शोषण का शिकार हुए चार बच्चों को नहीं मिलता है न्याय- अध्ययन

भारत में जिस गति से बच्चों के यौन शोषण के मामले बढ़ रहे हैं, उस गति से पुलिस उनमें कार्रवाई नहीं कर रही है।

05 Nov 2019

रेप

पुलिसवालों को ही नहीं पता कानून, बच्चों के रेप के 57% मामलोें में नहीं लगाया POCSO

कानून के विभिन्न प्रावधानों को लेकर खुद पुलिसकर्मियों में कितनी कम जानकारी है, इसकी एक बानगी राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) द्वारा जारी हालिया आंकड़ों से मिलती हैं।

नोबेल विजेता कैलाश सत्यार्थी बोले- गांधी और भारत की आत्मा मार रहे साध्वी प्रज्ञा जैसे लोग

महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने पर भाजपा नेता साध्वी प्रज्ञा को तीखी आलोचना का सामना करना पड़ा है।