हत्या, चोरी, रेप और धोखाधड़ी; विदेशियों ने भारत में पिछले सालों में किए ये अपराध
भारत घूमने आने वाले विदेशियों ने पुलिस की नाक में जैसे दम कर रखा है। पुलिस देश में होने वाले अपराधों को रोकने में कामयाब नहीं हो पाती, वहीं विदेशी भी देश में हत्या और रेप जैसे गंभीर अपराध कर रहे हैं। साल 2017 से 2019 के बीच भारत आए विदेशियों ने 42 लोगों की हत्या कर दी और 40 महिलाओं को अपनी हवस का शिकार बना लिया। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है।
विदेशियों ने साल 2018 में की सबसे ज्यादा हत्या
NCRB के डाटा के अनुसार देश में 1 जनवरी, 2017 से 31 दिसंबर, 2019 के बीच विदेशियों ने देश में कुल 42 लोगों को मौत के घाट उतारा है। इनमें से 2018 में सबसे अधिक 16 लोगों की हत्या की गई। इसी तरह 2017 में 11 और 2019 में 15 लोगों की हत्या हुई थी। इस अवधि में विदेशियों ने 32 लोगों पर हत्या का प्रयास किया था, लेकिन समय पर उपचार मिलने से उनकी जान बच गई।
विदेशियों ने हिमाचल प्रदेश में की सबसे ज्यादा हत्याएं
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार विदेशियों ने हिमाचल प्रदेश में सबसे ज्यादा 13 लोगों की हत्या की। इसी तरह विदेशियों ने महाराष्ट्र और कर्नाटक में चार-चार, मिजोरम और उत्तराखंड में तीन-तीन, दिल्ली, सिक्किम और गुजरात में दो-दो लोगों की हत्या की गई है। इनके अलावा गोवा, केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना आदि में एक-एक लोगों की हत्या हुई है। इसी तरह हत्या के प्रयास की सबसे अधिक 11 वारदातें कर्नाटक में हुई। महाराष्ट्र, गोवा और हिमाचल प्रदेश में दो-तीन वारदातें हुई हैं।
तीन साल में विदेशियों ने लूटी 40 महिलाओं की आबरू
इसी अवधि में विदेशियों ने 40 महिलाओं का रेप भी किया है। इनमें साल 2017 में विदेशियों ने 16 महिलाओं की इज्जत पर हाथ डाला तो साल 2018 में यह आंकड़ा गिरकर सात पर आ गया। इसके बाद साल 2019 में यह आंकड़ा 17 पर पहुंच गया। विदेशियों ने दिल्ली में सबसे अधिक 12 रेप की वारदातों को अंजाम दिया है। इसी तरह महाराष्ट्र में छह, हिमाचाल प्रदेश में पांच, गोवा में चार और केरल में तीन वारदातें हुई हैं।
विदेशियों ने चोरी की 137 वारदातों को दिया अंजाम
NCRB के डाटा के अनुसार विदेशियों ने इस अवधि में देश के विभिन्न राज्यों में चोरी की 137 वारदातों को अंजाम दिया है। इनमें साल 2017 में चोरी की 26 वारदातें हुई थी जो 2018 में बढ़कर 38 पर पहुंच गई। इसके बाद साल 2019 में विदेशियों ने 73 चोरी की वारदातों को अंजाम दिया। इस हिसाब से विदेशियों ने प्रत्येक आठ दिन में चोरी की वारदात को अंजाम तक पहुंचाया है। इसने पुलिस की परेशानी को बढ़ा दिया।
विदेशियों ने मिजोरम में की सबसे अधिक चोरी
डाटा के अनुसार इस अवधि में विदेशियों ने मिजोरम में सबसे अधिक 33 चोरी की वारदातें की हैं। 2019 में सबसे अधिक 29 चोरियां की थी। इसी तरह दिल्ली में विदेशियों ने चोरी की 19 और केरल में 10 वारदातों को अंजाम तक पहुंचाया है।
मानव तस्करी में भी पीछे नहीं रहे विदेशी
विदेशी भारत में मानव तस्करी से जैसे अपराधों में भी पीछे नहीं रहे हैं। उन्होंने तीन साल में ऐसी 17 वारदातों को अंजाम दिया है। इनमें साल 2017 में तीन, 2018 में 5 और 2019 में 9 वारदातों को अंजाम दिया गया है। इसी तरह विदेशियों ने ग्रुप बनाकर डकैती की 18 वारदातों को भी अंजाम तक पहुंचाया है। डकैती की सबसे अधिक छह वारदातें तमिलनाडु में की गई हैं और राष्ट्रीय राजधानी में यह आंकड़ा पांच का रहा है।
विदेशियों के खिलाफ दर्ज हुए धोखाधड़ी के 349 मामले
NCRB के डाटा के अनुसार विदेशियों ने इस अवधि में भारत में धोखाधड़ी की सबसे अधिक 349 वारदातों को अंजाम दिया है। इसमें साल 2017 में 98 वारदातें की गई थी जो 2018 में बढ़कर 113 पर पहुंच गई। इसी तरह 2019 में यह आंकड़ा 138 पर पहुंच गया। विदेशियों ने दिल्ली में धोखाधड़ी की सबसे अधिक 69 वारदातें की हैं। इसी तरह महाराष्ट्र में 54, गोवा और तेलंगाना में 44-44, कर्नाटक 26 और राजस्थान में 11 वारदातें हुई है।
विदेशियों ने प्रत्येक तीन दिन में की धोखाधड़ी की एक वारदात
NCRB के डाटा के अनुसार तीन साल में 349 धोखाधड़ी की वारदातों के हिसाब से देश में इस अवधि में प्रत्येक तीन दिन में धोखाधड़ी की एक वारदात को अंजाम दिया गया है। यह भारत में विदेशियों द्वारा बढ़ते अपराधों की स्थिति बयां करता है।
बढ़ रही विदेशियों द्वारा किए जाने वाले अपराधों की संख्या- कयाल
राजस्थान के जोधपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक अनिल कयाल ने न्यूजबाइट्स हिंदी को बताया कि विदेशियों द्वारा किए जाने वाले अपराधों की संख्या बढ़ रही है। इससे घरेलू अपराधों से जूझ रही पुलिस की समस्या बढ़ जाती है। उन्होंने बताया कि विदेशियों के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया भी थोड़ी पेचीदा होती है। उनकी गिरफ्तारी के बाद सबसे पहले उनके दूतावास को सूचना देनी होती है। फिर भी पुलिस दोषी विदेशियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करती है।