साध्वी प्रज्ञा के बचाव में प्रधानमंत्री मोदी, कहा- उनकी उम्मीदवारी हिंदू आतंकवाद कहने वालों को जवाब

भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर की उम्मीदवारी पर कई सवाल उठ रहे हैं। भाजपा द्वारा उनको टिकट दिए जाने के फैसले की काफी आलोचना हो रही है। इन सबके बीच प्रधानमंंत्री मोदी ने प्रज्ञा का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि प्रज्ञा उन लोगों के लिए एक प्रतीक है, जिन्होंने हिंदुओं का आतंकवादी बताया था। बता दें, प्रज्ञा मालेगांव बम धमाकों में आरोपी हैं और फिलहाल जमानत पर बाहर हैं।
टाइम्स नाउ के साथ इंटरव्यू में प्रधानमंत्री मोदी से प्रज्ञा की उम्मीदवारी पर सवाल किया गया। इसके जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा, "अगर अमेठी के उम्मीदवार जमानत पर हो तो चर्चा नहीं, रायबरेली के उम्मीदवार जमानत पर हो तो चर्चा नहीं, लेकिन अगर भोपाल का उम्मीदवार जमानत पर हो तो ये बहुत बड़ा तूफान खड़ा कर दें, ये कैसे चलेगा।" जानकारी के लिए बता दें कि अमेठी से राहुल गांधी और रायबरेली से सोनिया गांधी कांग्रेस के उम्मीदवार हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस सिलसिले में राजीव गांधी के बयान का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा, "श्रीमति इंदिरा की हत्या के बाद उनके बेटे ने कहा था कि जब बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है। उसके बाद देश में हजारों सरदारों की हत्या हुई। क्या यह आतंक नहीं था? उसके बाद भी उनको प्रधानमंत्री बना दिया गया। जो लोग इसके गवाह हैं, उनको बाद में सांसद बनाया गया। उनमें से एक को अभी मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया गया।"
#PMModiOnTimesNow | Sadhvi Pragya fielded from Bhopal. | PM @narendramodi shares his views with @RShivshankar @navikakumar. pic.twitter.com/6MebNNVTjz
— TIMES NOW (@TimesNow) April 19, 2019
प्रज्ञा भोपाल से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। यहां उनका मुकाबला कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह से होगा। दिग्विजय कांग्रेस के उन नेताओं में हैं जिन्होंने 'हिंदू आतंकवाद' को लेकर संघ पर हमला बोला था।
प्रज्ञा 2008 मालेगांव धमाकों में आरोपी है। इस मामले में उन्हें नौ साल जेल में गुजारने पड़े। इसके अलावा उन पर RSS प्रचारक सुनील जोशी की हत्या का आरोप था, जिसमें कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया था। फिलहाल प्रज्ञा पर मुंबई में अनलॉफुल एक्टिविटी प्रिवेंशन एक्ट (UAPA) के तहत मुकदमा चल रहा है और वो जमानत पर बाहर हैं। मालेगांव धमाकों के पीड़ित परिवार ने अदालत से उनकी जमानत रद्द करने की मांग की है।
गौरतलब है कि प्रज्ञा ने कल मुंबई हमले में शहीद हेेमंत करकरे को लेकर अपमानजनक बयान दिया था। हालांकि विवाद बढ़ने पर उन्होंने माफी मांग ली है। प्रज्ञा ने कहा, "मैंने कहा तेरा (हेमंत करकरे) सर्वनाश होगा। ठीक सवा महीने में सूतक लगता है। जिस दिन मैं गई थी उस दिन इसके सूतक लग गया था और ठीक सवा महीने में जिस दिन आतंकवादियों ने इसको मारा, उस दिन उसका अंत हुआ।" उनके इस बयान की खूब आलोचना हुई।