साध्वी प्रज्ञा ने किया शहादत का अपमान, कहा- हेमंत करकरे को मिली कर्मों की सजा
भोपाल से भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ने शहादत का अपमान करते हुए विवादित बयान दिया है। उन्होंने महाराष्ट्र एंटी टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) प्रमुख हेमंत करकरे की शहादत का अपमान करते हुए कहा कि उन्होंने उन्हें गलत तरीके से फंसाया था, जिसके उन्हें सजा मिली। बता दें, करकरे मालेगांव धमाकों की जांच कर रहे थे, जिसमें साध्वी प्रज्ञा को आरोपी बताया गया था। मामले में करकरे द्वारा दायर चार्जशीट पर कई सवाल भी खड़े हुए थे।
प्रज्ञा सिंह ने दिया यह बयान
प्रज्ञा ने कहा, "वो जांच अधिकारी सुरक्षा आयोग का सदस्य था, उन्होंने हेमंत करकरे को बुलाया और कहा कि साध्वी को छोड़ दो, लेकिन करकरे ने कहा कि मैं कुछ भी करूंगा, सबूत लाउंगा, सबूत बनाउंगा, लेकिन साध्वी को नहीं छोड़ूंगा।" आगे साध्वी ने कहा, "ये उसकी कुटिलता थी ये देशद्रोह था धर्मविरुद्ध था। वो मुझसे पूछता था कि क्या मुझे सच के लिए भगवान के पास जाना होगा, तो मैंने कहा था कि आपको जरूरत है तो अवश्य जाइये।"
"मैंने कहा तेरा सर्वनाश होगा"
प्रज्ञा ने कहा, "मैंने कहा तेरा सर्वनाश होगा। ठीक सवा महीने में सूतक लगता है। जिस दिन मैं गई थी उस दिन इसके सूतक लग गया था और ठीक सवा महीने में जिस दिन आतंकवादियों ने इसको मारा, उस दिन उसका अंत हुआ।"
यहां सुनिये प्रज्ञा सिंह का विवादित बयान
मुंबई हमले में शहीद हुए थे हेमंत करकरे
1982 बैच के IPS अधिकारी हेमंत करकरे मुंबई हमले के समय महाराष्ट्र ATS के प्रमुख थे। करकरे मुंबई हमले में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए थे। सरकार ने उनकी शहादत का सम्मान करते हुए उन्हें मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया था। इसके अलावा करकरे मालेगांव धमाकों की भी जांच कर रहे थे। मालेगांव धमाकों की जांच के बाद दायर की गई चार्जशीट में प्रज्ञा सिंह को आरोपी माना गया था।
साध्वी के चुनाव लड़ने के खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर
भोपाल से चुनाव लड़ रहीं प्रज्ञा सिंह के खिलाफ NIA की विशेष अदालत में याचिका दायर की गई है। मालेगांव हमले में जान गंवाने वाले एक शख्स के पिता ने कोर्ट में अर्जी दी है कि प्रज्ञा सिंह ने स्वास्थ्य कारणों के आधार पर जमानत ली है, लेकिन अब वे पूरी तरह फिट होकर चुनाव लड़ रही हैं, जबकि उन पर अब भी मामला चल रहा है। उन्होंने प्रज्ञा सिंह पर अदालत को गुमराह करने का भी आरोप लगाया है।
दिग्विजय सिंह के सामने चुनाव लड़ रही हैं साध्वी प्रज्ञा सिंह
भाजपा ने मालेगावं धमाकों में आरोपी प्रज्ञा सिंह को भोपाल से टिकट दिया है, जहां उनका मुकाबला कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय से होगा। उन्हें टिकट मिलने की खबर आते ही सोशल मीडिया पर इसका विरोध होने लगा। यह पहली बार है जब किसी बड़ी पार्टी ने आतंक फैलाने के किसी आरोपी को चुनाव में अपना उम्मीदवार बनाया है। प्रज्ञा पर मुंबई की अदालत में UAPA कानून के तहत मुकदमा चल रहा है और वो जमानत पर बाहर हैं।
ऐसे चर्चा में आई थीं प्रज्ञा सिंह
मध्य प्रदेश के भिंड में जन्मीं साध्वी मालेगांव धमाके के बाद चर्चा में आई थीं। उन्हें इस मामले में गिरफ्तार किया गया था। प्रज्ञा सिंह इस मामले में नौ साल तक जेल में रहीं। इसके अलावा उन पर 2007 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रचारक (RSS) सुनील जोशी की हत्या का भी आरोप था, जिससे कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया। साध्वी RSS के छात्र संगठन अखिल भारतीय विधार्थी परिषद (ABVP) की सदस्य भी रह चुकी हैं।