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पहलगाम में उमर अब्दुल्ला ने कैबिनेट बैठक की, पर्यटन को फिर से शुरू करने पर जोर
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पहलगाम में कैबिनेट बैठक से पहले अपनी सेल्फी साझा की (तस्वीर: एक्स/@OmarAbdullah)

पहलगाम में उमर अब्दुल्ला ने कैबिनेट बैठक की, पर्यटन को फिर से शुरू करने पर जोर

लेखन गजेंद्र
May 27, 2025
05:25 pm

क्या है खबर?

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद एक बार फिर पूरी घाटी में पर्यटकों का संकट आ गया है, जिसे दूर करने की पहल मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने की है। अब्दुल्ला ने मंगलवार को अपनी कैबिनेट की बैठक पहलगाम में की और संदेश दिया कि आतंकवाद के खिलाफ पूरा जम्मू-कश्मीर और देश एकजुट है। उन्होंने बैठक के जरिए पर्यटन को एक बार फिर शुरू करने का संदेश दिया। उन्होंने अपनी कुछ तस्वीरें भी साझा कीं।

बयान

क्या बोले उमर अब्दुल्ला?

कैबिनेट बैठक के बाद अब्दुल्ला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "पर्यटन को संघर्ष-तटस्थ गतिविधि होनी चाहिए और यह हमारे लिए एक आर्थिक गतिविधि है। यह आय का स्रोत है। दुर्भाग्य से, इसे राजनीति से उलझा दिया गया है, लेकिन हमारी सरकार पर्यटन को मौजूदा परिस्थितियों से अलग रखेगी। हम चाहते हैं कि दुनिया जम्मू-कश्मीर के पर्यटन को आर्थिक गतिविधि के रूप में देखे। हमें सावधानी से कदम उठाने होंगे, कोशिश करेंगे कि कश्मीर और घाटी में पर्यटन जल्द शुरू हो।"

जांच

सुरक्षा ऑडिट के बाद कुछ स्थल खोले जाएंगे- अब्दुल्ला

अब्दुल्ला ने कहा, "पिछले 5-6 सप्ताह देश के लिए कठिन रहे हैं, लेकिन जम्मू-कश्मीर ने इसकी सबसे बड़ी कीमत चुकाई है। हमारी सरकार तय करेगी कि हमें इस स्थिति से उबरने के लिए क्या कदम उठाने की जरूरत है। मुझे यकीन है कि केंद्र जरूरी मदद देगा।" उन्होंने कहा, "बैसरन हमले के बाद यह निर्णय लिया गया कि कुछ स्थानों का सुरक्षा ऑडिट करना होगा। ऑडिट के बाद, जिन स्थानों को खोला जा सकता है, उन्हें फिर खोला जाना चाहिए।"

ट्विटर पोस्ट

अब्दुल्ला की प्रेस कॉन्फ्रेंस

जानकारी

पहलगाम हमले में मारे गए थे 26 पर्यटक

पहलगाम की बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को पाकिस्तानी आतंकवादियों ने 26 पुरुष पर्यटकों का धर्म पूछकर गोली मार दी। सभी पर्यटक वहां अपने परिवार के साथ मौज-मस्ती कर रहे थे। घटना के बाद देश में आक्रोश फैल गया और पाकिस्तान के साथ तनाव बढ़ा।

पर्यटक

हमले के बाद घट गए पर्यटक

पहलगाम हमले से पहले जहां जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों की दिलचस्पी ने रफ्तार पकड़ी थी, वहीं हमले के बाद पर्यटक संख्या एकदम गिर गई। जम्मू-कश्मीर सरकार के आर्थिक और सांख्यिकी निदेशालय की माने तो जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था में पर्यटन का लगभग 7 प्रतिशत योगदान है। 2024 में यहां करीब 2.35 करोड़ पर्यटक आए थे, जबकि 2023 में ये आंकड़ा 2.11 करोड़ के आसपास था। धीरे-धीरे यह संख्या लगातार बढ़ रही थी। यहां के हजारों परिवार पर्यटन से आय पर निर्भर हैं।