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जम्मू-कश्मीर: पहलगाम आतंकी हमले में 2 विदेशी पर्यटकों समेत 26 की मौत, गृह मंत्री श्रीनगर पहुंचे
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हमला (फाइल तस्वीर)

जम्मू-कश्मीर: पहलगाम आतंकी हमले में 2 विदेशी पर्यटकों समेत 26 की मौत, गृह मंत्री श्रीनगर पहुंचे

लेखन गजेंद्र
संपादन आबिद खान
Apr 22, 2025
09:12 pm

क्या है खबर?

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकी हमला हुआ है। यहां बंदूकधारी आतंकियों ने पर्यटकों पर गोलीबारी की, जिसमें कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई है। हालांकि, आधिकारिक तौर पर केवल एक शख्स की मौत की पुष्टि हुई है। वहीं, करीब 20 लोग घायल बताए जा रहे हैं। मृतकों में 2 विदेशी पर्यटक भी शामिल हैं। हमले की सूचना मिलते ही जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया है।

नाम

आतंकियों ने नाम पूछकर मारी गोली

ये घटना बैसरन घाटी में हुई है। दोपहर के वक्त यहां 2 आतंकी सेना की वर्दी में आए और पर्यटकों से उनके नाम पूछे। इसके बाद गोलीबारी करते हुए भाग निकले। बताया जा रहा है कि जब ये हमला हुआ, उस वक्त पर्यटक घुड़सवारी का आनंद ले रहे थे। एक महिला ने समाचार एजेंसी PTI से फोन पर कहा, "मेरे पति को सिर में गोली लगी है, जबकि अन्य लोग भी हमले में घायल हुए हैं।"

ट्विटर पोस्ट

घटना के बाद इलाके की घेराबंदी करते सुरक्षाबल

बैठक

गृह मंत्री अमित शाह ने की आपात बैठक

घटना को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में आपात बैठक की। इसमें खुफिया एजेंसियों के अधिकारी भी मौजूद रहे। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गृह मंत्री शाह से फोन पर बात कर स्थिति की जानकारी ली है। रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने गृह मंत्री से घटनास्थल का दौरा करने को कहा है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी से बातचीत कर हालात की जानकारी ली।

शाह का बयान

शाह बोले- आतंकियों को बख्शा नहीं जाएगा

गृह मंत्री शाह ने लिखा, 'जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले से दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं मृतकों के परिवारों के साथ हैं। इस जघन्य आतंकी हमले में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। हम अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई करेंगे। प्रधानमंत्री को घटना के बारे में जानकारी दी तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की।" घटना के बाद शाह श्रीनगर के लिए रवाना हो गए हैं।

प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री ने की हमले की निंदा

प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा, 'पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता हूं। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं। मैं प्रार्थना करता हूँ कि घायल लोग जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। इस जघन्य कृत्य के पीछे जो लोग हैं, उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाएगा, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा! उनका नापाक एजेंडा कभी सफल नहीं होगा।'

बयान

उमर अब्दुल्ला बोले- हमला करने वाले जानवर और घृणा के पात्र

घटना पर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा, "मैं स्तब्ध हूं। हमारे आगंतुकों पर यह हमला एक घृणित कार्य है। इस हमले के अपराधी जानवर, अमानवीय और घृणा के पात्र हैं। निंदा के लिए कोई भी शब्द पर्याप्त नहीं है। मैं मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूँ। मैं तुरंत श्रीनगर वापस जा रहा हूं। यह हमला हाल के वर्षों में नागरिकों पर किए गए किसी भी हमले से कहीं ज्यादा बड़ा है।'

जिम्मेदारी

द रेजिस्टेंस फ्रंट ने ली हमले की जिम्मेदारी

पाकिस्तान स्थित आतंकी समूह लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हुए द रेजिस्टेंस फ्रंट ने हमले की जिम्मेदारी ली है। जनवरी, 2023 में गृह मंत्रालय ने इसे आतंकी संगठन घोषित किया था। 2019 में कश्मीर से अनुच्छेद 370 निरस्त किए जाने के बाद पाकिस्तान की मदद से लश्कर ने ही इस संगठन को खड़ा किया था। ये संगठन कश्मीर में काम करने वाले बाहरी मजदूरों और कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाता रहा है।

हमला

ट्रैकिंग पर गए थे पर्यटक

बताया जा रहा है कि आतंकियों ने ट्रैकिंग पर गए पर्यटकों पर गोलीबारी की है। इलाके में आतंकी छिपे हुए थे। इस क्षेत्र में पैदल या घोड़े से ही पहुंचा जा सकता है। पुलिस ने बताया कि पहलगाम के बैसरन घाटी में गोलियों की आवाज सुनी गई हैं। पूरे इलाके में घेराबंदी कर दी गई हैं। स्थानीय लोगों ने गोलीबारी के बाद दुकानें बंद कर दी हैं। गर्मियां की छुट्टी शुरू होने के कारण पर्यटकों की भीड़ अधिक है।

चुनौती

अमरनाथ यात्रा से पहले आतंकी हमला 

अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होगी और 9 अगस्त तक चलेगी। यात्रा के लिए 15 अप्रैल से पंजीकरण शुरू हो गए हैं। अमरनाथ की यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का बेस कैंप भी पहलगाम में है। ऐसे में सुरक्षा बल अत्यधिक सतर्कता बरत रहे हैं, लेकिन आतंकी हमले ने सुरक्षा बलों को चुनौती दी है। जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में आतंकवाद थोड़ा कम है, जिसमें पहलगाम भी शामिल है। इसलिए यहां पर्यटक भी अधिक पहुंचते हैं।