
पहलगाम हमले के बाद जम्मू-कश्मीर से पर्यटक नदारद, लोग बोले- इतना सन्नाटा कभी नहीं देखा
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी महीने को आज एक महीना हो गया है। इस हमले के बाद भारत-पाकिस्तान में तनाव बना हुआ है, जिसका खामियाजा स्थानीय कश्मीरी लोगों को उठाना पड़ रहा है।
जम्मू-कश्मीर की जो वादियां कभी पर्यटकों से भरी रहती थीं, वो पहलगाम हमले के बाद सूनी पड़ी हुई हैं। इससे स्थानीय लोगों के सामने रोजगार का बड़ा संकट खड़ा हो गया है।
आइए जानते हैं कि हमले के बाद पर्यटन कैसे बिखर गया है।
लोग
क्या कह रहे हैं स्थानीय लोग?
एसोसिएटेड प्रेस से बात करते हुए श्रीनगर में हाउसबोट चलाने वाले यासीन तुमान ने कहा, "यहां अब एक भयावह सन्नाटा है। यह सिर्फ मौसमी मंदी नहीं है, बल्कि यह एक संकट है। उम्मीद करते हैं कि अगर सब ठीक रहा तो हम 6 महीने में फिर से पर्यटकों को देखना शुरू कर सकते हैं। तब तक ये केवल जैसे-तैसे जिंदा रहने का एक तरीका है।"
यासीन का परिवार कई पीढ़ियां से हाउसबोट चला रहा है।
बयान
होटल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष बोले- ये बहुत बड़ी तबाही
कश्मीर होटल और रेस्तरां एसोसिएशन के उपाध्यक्ष शेख बशीर अहमद ने एसोसिएटेड प्रेस से कहा, "यह बहुत बड़ी तबाही है। जून तक 12,000 कमरे बुक थे, सभी रद्द कर दिए गए हैं। हजारों लोग अब बेरोजगार हैं।"
डल झील में नाव चलाने वाले फैयाज अहमद ने कहा, "कभी नाव की सवारी के लिए लंबी कतारें हुआ करती थीं। अब यहां सन्नाटा ही सन्नाटा है।"
टैक्सी चलाने वाले मोहम्मद इरफान ने बताया कि उन्हें 2 हफ्ते से काम नहीं मिला है।
अर्थव्यवस्था
राज्य की अर्थव्यवस्था में पर्यटन का 7 प्रतिशत योगदान
जम्मू-कश्मीर सरकार के आर्थिक और सांख्यिकी निदेशालय के अनुसार, जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था में पर्यटन का लगभग 7 प्रतिशत योगदान है।
2024 में यहां करीब 2.35 करोड़ पर्यटक आए थे, जबकि 2023 में ये आंकड़ा 2.11 करोड़ के आसपास था।
जम्मू-कश्मीर के हजारों परिवार अपनी आय के लिए पर्यटकों पर ही निर्भर हैं। ये यहां होटलों, गाड़ियों, रेस्तरां और हस्तशिल्प व्यवसायों में काम करते हैं। यानी पर्यटन जम्मू-कश्मीर में आय और रोजगार दोनों का बड़ा जरिया है।
नुकसान
करीब 9,000 करोड़ रुपये की है जम्मू-कश्मीर की होटल इंडस्ट्री
2023-24 में जम्मू-कश्मीर के सकल घरेलू उत्पाद (GDP)में पर्यटन का योगदान 16,000 से 18,400 करोड़ रुपये था। इसमें अकेले होटल इंडस्ट्री 6,900 से 9,200 करोड़ रुपये की है।
पुलवामा हमले के बाद माना जा रहा है कि व्यापार में करीब 40 प्रतिशत तक की कमी आ सकती है।
जम्मू-कश्मीर में करीब 5,500 छोटे-बड़े होटल हैं। इसमें 50 से ज्यादा 5 स्टार, करीब 150 4 स्टार, 3 स्टार और उससे नीचे के करीब 3,500, 100 लग्जरी और 1,500 हाउसबोट हैं।