सभी वयस्कों को कोविड वैक्सीन की बूस्टर खुराक लगाने पर विचार कर रही केंद्र सरकार- रिपोर्ट
केंद्र सरकार देश के सभी वयस्कों को कोविड वैक्सीन की बूस्टर खुराक लगाने पर विचार कर रही है। मामले से संबंधित दो सूत्रों ने अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि सरकार सभी वयस्कों को बूस्टर खुराक के लिए पात्र घोषित करने की योजना बना रही है। कुछ देशों में एक बार फिर से कोरोना वायरस के मामले बढ़ने और बूस्टर खुराक के बिना कुछ देशों में प्रवेश की पाबंदी को देखते हुए इस पर विचार किया जा रहा है।
अभी केवल इन समूहों को लगाई जा रही बूस्टर खुराक
बता दें कि भारत में अभी केवल स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन कर्मचारियों और 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को बूस्टर खुराक लगाई जा रही है। सरकार इन सभी समूहों को मुफ्त में बूस्टर खुराक लगा रही है। सूत्रों के अनुसार, सरकार में इस बात पर चर्चा की जा रही है कि बाकी वयस्कों को भी मुफ्त में बूस्टर खुराक लगाई जाए या नहीं। संसद में भी कई सांसद सभी वयस्कों को बूस्टर खुराक लगाने की मांग कर चुके हैं।
ओमिक्रॉन वेरिएंट को रोकने में अहम है बूस्टर खुराक
बता दें कि दुनियाभर में बूस्टर खुराक को ओमिक्रॉन वेरिएंट के प्रसार को रोकने में प्रभावी पाया गया है। ये वेरिएंट दो खुराकों से पैदा होने वाली इम्युनिटी को काफी हद तक मात देने में कामयाब रहता है, हालांकि बूस्टर खुराक के इसके खिलाफ पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने के सबूत मिले हैं। ब्रिटेन में हुई एक स्टडी में सामने आया था कि बूस्टर खुराक ओमिक्रॉन के कारण अस्पताल में भर्ती होने के खतरे को 88 प्रतिशत कम कर देती है।
देश में वैक्सीनेशन की क्या स्थिति?
16 जनवरी, 2021 को वैक्सीनेशन अभियान शुरू होने के बाद से अब तक देश में कोविड वैक्सीन की 1,81,24,97,303 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। बीते दिन 2,97,285 खुराकें लगाई गईं। 18 साल से अधिक उम्र के 91.19 करोड़ लोगों को पहली और 78.53 करोड़ लोगों को दोनों खुराकें लगाई जा चुकी हैं। 2.157 करोड़ लाभार्थियों को बूस्टर खुराक लगाई जा चुकी है। 15-18 साल के 5.62 करोड़ बच्चों को पहली और 3.55 करोड़ को दूसरी खुराक लगाई जा चुकी है।
किन वैक्सीनों का हो रहा इस्तेमाल?
देश में अब तक आठ वैक्सीनों को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दी जा चुकी है। इनमें सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की कोविशील्ड और कोवावैक्स, भारत बायोटेक की कोवैक्सिन, रूस की स्पूतनिक-V, बायोलॉजिकल-ई की कोर्बेवैक्स, मॉडर्ना की mRNA वैक्सीन, जॉनसन एंड जॉनसन की एक खुराक की वैक्सीन और जायडस कैडिला की DNA वैक्सीन शामिल हैं। हालांकि देश में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल कोविशील्ड और कोवैक्सिन का ही हो रहा है। स्पूतनिक-V की भी कुछ खुराकें लगाई गई हैं।