
भारत-अमेरिका के बीच व्यापार समझौता जल्द होने की उम्मीद, क्या टैरिफ की समस्या हल होगी?
क्या है खबर?
अमेरिकी टैरिफ को लेकर उलझे भारत और अमेरिका जल्द ही व्यापार समझौता कर सकते हैं। उनके बीच व्यापार समझौते को अंतिम रूप दिया जा रहा है। अमेरिका के वाणिज्य सचिव हॉवर्ड ल्यूटनिक ने यह बात वाशिंगटन में अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी फोरम (USISPF) में अपने मुख्य भाषण में कही। उनका कहना है कि निकट भविष्य में दोनों देशों के बीच समझौते की उम्मीद है। बता दें, समझौते को लेकर इस सप्ताह दिल्ली में भारत-अमेरिका की अंतिम दौर की वार्ता होनी है।
समझौता
अमेरिकी वाणिज्य सचिव ने क्या कहा?
ल्यूटनिक ने कहा, "आपको निकट भविष्य में अमेरिका और भारत के बीच समझौते की उम्मीद करनी चाहिए, क्योंकि मुझे लगता है कि हमने एक ऐसा स्थान ढूंढ लिया है, जो वास्तव में दोनों देशों के लिए कारगर है। जब वे भारत में सही व्यक्ति को रखते हैं, मेज के दूसरी तरफ सही व्यक्ति रखते हैं, और मुझे लगता है कि हम इसमें कामयाब रहे हैं।" उन्होंने कहा कि जितने जल्दी देश आएंगे, उन्हें उतना ही बेहतर सौदा मिलेगा।
व्यापार
भारत इस समझौते को लेकर क्या कर रहा है?
भारत भी प्रस्तावित द्विपक्षीय समझौते को अंतिम रूप देने में लगा हुआ है, ताकि व्यापार को बढ़ाया जा सके और एक-दूसरे के व्यवसायों को बाजार तक पहुंच मिले। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने भी पिछले दिनों फ्रांस में यह बात दोहराई थी। उन्होंने कहा था, "दोनों देश एक साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और एक-दूसरे के व्यवसायों को तरजीही पहुंच देने की इच्छा रखते हैं। हम द्विपक्षीय व्यापार समझौते की दिशा में काम कर रहे हैं।"
समझौता
भारत-अमेरिका का क्या है व्यापार समझौता?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सत्ता संभालते ही व्यापार असंतुलन का आरोप लगाते हुए भारत समेत कई देशों पर पारस्परिक टैरिफ की घोषणा कर दी, जिससे भारत-अमेरिका व्यापार को लेकर मतभेद की स्थिति बन गई। फरवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ट्रंप ने भारत-अमेरिका व्यापार समझौते की घोषणा की, जिसे बहु-क्षेत्रीय समझौते के रूप में देखा गया है। इसका पहला चरण सितंबर-अक्टूबर 2025 तक होगा, जिसका लक्ष्य द्विपक्षीय व्यापार को 19,100 करोड़ डॉलर से बढ़ाकर 50,000 करोड़ डॉलर करना है।
जानकारी
क्या 26 प्रतिशत टैरिफ से मिलेगी मुक्ति?
भारत इस समझौते के जरिए अमेरिका को निर्यात किए जाने वाले सामान पर ट्रंप द्वारा लगाए गए 26 प्रतिशत पारस्परिक टैरिफ से भी छूट चाह रहा है, जिसको लेकर बातचीत अटक रही है। वाशिंगटन का प्रतिनिधिमंडल अंतरिम समझौते पर चर्चा के लिए दिल्ली में है।