भूकंप प्रभावित तुर्की और सीरिया की मदद के लिए भारत ने लॉन्च किया 'ऑपरेशन दोस्त'
क्या है खबर?
भारत विनाशकारी भूकंप से प्रभावित तुर्की और सीरिया को लगातार मानवीय सहायता प्रदान कर रहा है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को ट्वीट कर बताया कि भारत 'ऑपरेशन दोस्त' के तहत दोनों देशों को मदद और राहत सामाग्री मुहैया करा रहा है।
बता दें कि 6 फरवरी को तुर्की और सीरिया में आए शक्तिशाली भूकंप के कारण अब तक 10,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोग घायल हुए हैं।
मदद
भारत ने तुर्की की क्या-क्या मदद की है?
भारत वायुसेना के परिवहन विमान सी-17 ग्लोबमास्टर के जरिए राहत सामग्री भेज रहा है। भारतीय वायुसेना के चार विमान तुर्की पहुंच चुके हैं, जिनमें बचाव कार्य के लिए राष्ट्रीय आपदा राहत बल (NDRF) की टीमें, वाहन और डॉग स्क्वॉड शामिल हैं।
इसके अलावा एक्स-रे मशीनें, वेंटिलेटर, ऑपरेशन थिएटर और एम्बुलेंस जैसे विभिन्न उपकरण और दवाइयां भी भेजी गई हैं। लोगों को चिकित्सा सहायता उपलब्ध करवाने के लिए 30 बेड का एक अस्पताल तैयार करने के लिए सामान भेजा गया है।
जानकारी
NDRF ने शुरू किया राहत और बचाव कार्य
तुर्की पहुंचीं NDRF की टीमों ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को ट्विटर पर कुछ तस्वीरें साझा कीं, जिनमें NDRF के जवान इमारतों का मलबा हटाते हुए नजर आ रहे हैं।
सामग्री
भारत ने सीरिया भेजी 6 टन राहत सामग्री
भारत ने C130J-हरक्यूलिस विमान के जरिए सीरिया में भी छह टन से अधिक वजन की राहत सामग्री भेजी है। इस राहत सामग्री को स्वास्थ्य मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के समन्वय के तहत भेजा गया है। इनमें जीवन रक्षक दवाएं और आपातकालीन चिकित्सा वस्तुएं शामिल हैं।
बता दें कि इससे पहले विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने दिल्ली स्थित सीरियाई दूतावास का दौरा कर भूकंप से हुई तबाही को लेकर अपनी संवदेना व्यक्त की थी।
बयान
वसुधैव कुटुंबकम की नीति पर चलता है भारत- जयशंकर
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि भारत मानवीय मदद के लिए कदम उठाने में हमेशा आगे रहता है।
उन्होंने कहा, "भू-राजनीतिक स्थितियां ऊपर-नीचे होती रहती हैं, लेकिन इसके बावजूद भी अन्य देशों के साथ भारत के संबंध स्थिर हैं। भारत हमेशा 'वसुधैव कुटुंबकम' की अपनी नीति पर चलता है।
दरअसल, जयशंकर से सवाल किया गया था कि भारत विभिन्न मुद्दों पर मतभेदों के बावजूद तुर्की की मदद क्यों कर रहा है।
बयान
तुर्की में एक भारतीय है लापता- विदेश मंत्रालय
विदेश मंत्रालय में सचिव (वेस्ट) संजय वर्मा ने बुधवार को बताया कि तुर्की में भूकंप के बाद एक भारतीय लापता है। उन्होंने कहा कि सरकार लापता व्यक्ति के परिवार के साथ संपर्क बनाए हुए है।
वर्मा ने कहा कि 10 भारतीय भूकंप प्रभावित तुर्की के दूरदराज के अलग-अलग हिस्सों में फंसे हुए हैं, लेकिन जानकारी मिली है कि वे सभी सुरक्षित हैं और उनसे संपर्क करने की कोशिश की जा रही है।
स्थिति
तुर्की और सीरिया में मची है भारी तबाही
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, तुर्की और सीरिया में विनाशकारी भूकंप से अब तक 10,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
राहत और बचाव कार्य में ठंड सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है, जिसके चलते बचावकर्मियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि तुर्की और सीरिया में आए इस भूकंप के कारण दोनों देशों के करीब 23 लाख लोग प्रभावित होने की आशंका है।