संयुक्त राष्ट्र में इजरायल-हमास युद्ध पर भारत ने कहा- फिलिस्तीनियों को मदद भेजना जारी रखेंगे
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में 'फिलिस्तीन सहित मध्य पूर्व की स्थिति' पर खुली बहस के दौरान भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि (DPR) राजदूत आर रवींद्र ने इजरायल-हमास युद्ध से बन रही स्थिति पर चिंता व्यक्त की। इस दौरान उन्होंने फिलिस्तीन को मानवीय सहायता भेजने के भारत के प्रयासों को दोहराया। UNSC में उन्होंने कहा कि भारत ने गाजा पट्टी में 38 टन सामान भेजा है।
UNSC में भारत ने कहा- द्विपक्षीय विकास साझेदारी के जरिए जारी रहेगी मदद
UNSC में राजदूत ने कहा, "भारत ने फिलिस्तीन के लोगों को दवाइयों और उपकरणों सहित 38 टन मानवीय सामान भेजा है। हम अपनी द्विपक्षीय विकास साझेदारी के माध्यम से फिलिस्तीनी लोगों की मदद करना जारी रखेंगे, जिसमें स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, उद्यमिता और सूचना प्रौद्योगिकी सहित कई क्षेत्रों को शामिल किया गया है, आगे भी भारत मानवीय सहायता भेजना जारी रखेगा।" भारत ने रविवार को लगभग 6.5 टन चिकित्सा सहायता और 32 टन मानवीय सामान सैन्य विमान से भेजा था।
भारत ने युद्ध से बिगड़ रही स्थिति पर व्यक्त की चिंता
राजदूत ने युद्ध से बिगड़ रही स्थिति पर चिंता व्यक्त कर सभी पक्षों को नागरिकों, विशेषकर महिलाओं और बच्चों की रक्षा की बात कही। उन्होंने कहा, "संकट की इस घड़ी में हम इजरायल के साथ एकजुटता से खड़े थे जब वे इन आतंकी हमलों का सामना कर रहे थे। पीड़ितों के परिवारों के प्रति हमारी गहरी संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना करते हैं। जारी संघर्ष में नागरिकों का हताहत होना निरंतर चिंता का विषय है।"
भारत ने हमास के हमलों की निंदा की, बातचीत के जरिए समाधान का किया आह्वान
राजदूत ने कहा, "इजरायल में 7 अक्टूबर को हुए आतंकवादी हमले चौंकाने वाले थे और हम इसकी निंदा करते हैं। हमारे प्रधानमंत्री पहले वैश्विक नेताओं में से एक थे जिन्होंने जानमाल के नुकसान पर अपनी संवेदना व्यक्त की, पीड़ितों और उनके परिवारों के लिए प्रार्थना की।" भारत ने इजरायल-फिलिस्तीन मुद्दे पर दो-राज्य समाधान का भी आह्वान करते हुए कहा, "इन वार्ताओं को फिर से शुरू करने के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए।"
भारत ने फिलिस्तीन को मानवीय सहायता का दिया था आश्वासन
बता दें कि इस हफ्ते की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बात की थी। प्रधानमंत्री मोदी ने फिलिस्तीनी राष्ट्रपति को आश्वासन दिया था कि भारत फिलिस्तीनियों के लिए मानवीय सहायता भेजना जारी रखेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि इजरायल और फिलिस्तीन के बीच मौजूदा संघर्ष में दोनों देशों के आम नागरिकों का मारे जाना गंभीर चिंता का विषय है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को दोषी ठहराया जाना चाहिए।
गाजा पट्टी पर जमीनी हमले के लिए तैयार इजरायल
इधर इजरायली रक्षा बलों (IDF) ने ऐलान किया है कि देश की दक्षिणी सीमा पर तैनात जवान गाजा पट्टी पर जमीनी हमले के लिए तैयार हैं। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी कहा कि यह युद्ध तब तक नहीं रुकेगा जब तक कि आतंकी संगठन हमास पूरी तरह से नष्ट नहीं हो जाता। इस भीषण युद्ध में दोनों तरफ से अब तक लगभग 8,000 लोगों की जान जा चुकी है।