... जब नुसरत भरूचा ने इजरायल से किया था फोन, निर्माता ने सुनाया भयावह अनुभव
इन दिनों सारी दुनिया इजरायल और गाजा के बीच हो रहे युद्ध की भयावह तस्वीरें देख रही है। एक हफ्ते पहले हमास द्वारा इजरायल पर किए गए हमले के बाद से दोनों देशों में जंग छिड़ी हुई है। इस हमले के दौरान भारतीय अभिनेत्री नुसरत भरूचा भी इजरायल में फंस गई थीं। हालांकि, शाम तक वह सुरक्षित भारत पहुंच गई थीं। अब उनकी फिल्म 'अकेली' के निर्माता ने इजरायल में उनसे संपर्क करने की भयावह अनुभव को बयां किया है।
निर्माता निनाद वैद्य ने बताया अनुभव
नुसरत इजरायल में हाइफा अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में हिस्सा लेने गई थीं। यहां उनकी फिल्म 'अकेली' की स्क्रीनिंग हुई थी। 'अकेली' के निर्माता निनाद वैद्य ने इंडिया टुडे से बातचीत में नुसरत के इजरायल में फंसे होने की पूरा कहानी बयां की है। उन्होंने बताया कि समारोह 3 अक्टूबर को शुरू हुआ था। 4 और 5 अक्टूबर को इजरायल के सिनेमाघरों में हीब्रू सबटाइटल के साथ फिल्म रिलीज हुई थी। एक स्क्रीनिंग में खुद नुसरत पहुंची थीं।
नुसरत ने फोन करके दी थी हमले की सूचना
इसके बाद 6 अक्टूबर को सरकार ने फिल्म की टीम को कुछ खास जगहें घुमाने का कार्यक्रम रखा था। 7 अक्टूबर की शाम को नुसरत वहां से भारत वापस आने वाली थीं। 7 की सुबह नुसरत ने निनाद को फोन किया और पूछा कि क्या आपको पता है क्या हुआ है। उस वक्त तक निनाद घटना से अनजान थे। नुसरत ने निनाद को बताया कि इजरायल पर हमला हुआ है।
फोन पर आ रही थी अलार्म की आवाज
नुसरत से बातचीत के दौरान 3 बार तेजी से अलार्म बजा। उन्होंने उनसे पूछा कि यह आवाज कैसी है। अभिनेत्री ने उन्हें बताया कि जब भी कोई मिसाइल गिरता है, यह अलार्म बजता है और सभी को होटल में मौजूद बंकरों में जाना होता है। वहां के हर घर और होटल में बंकर बने हुए हैं। निनाद ने बताया कि बात करते-करते नुसरत का फोन ऑफ हो गया था। इसके बाद उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा था।
यह 26/11 हमले जैसा था- निनाद
इसके 1 घंटे बाद नुसरत ऑनलाइन आई थीं। भारतीय दूतावास से उनको और टीम को वहां से निकालने के लिए मदद मांगी गई। निनाद ने कहा, "यह 26/11 के हमले जैसा था। आपको नहीं पता कि कौन कहां से आ रहा है, कौन कहां से लड़ रहा है। सड़कें खाली हो गई थीं। होटल से दूतावास मुश्किल से 6-7 मिनट की दूरी पर था, लेकिन वहां पहुंचना आसान नहीं था।"
एयरपोर्ट पर भी थी अफरातफरी
उन्होंने आगे बताया कि एयरपोर्ट पर भी अफरातफरी मची हुई थी। उनकी कोशिश थी कि जो भी अगली फ्लाइट उपलब्ध है, उससे नुसरत और उनकी टीम को रवाना किया जाए। टीम को इजरायल से निकालना उनकी प्राथमिकता थी। मुंबई पहुंचकर नुसरत काफी भावुक दिखी थीं। उन्होंने बाद में इंस्टाग्राम पर वहां का आखों-देखा हाल बयां किया था। उन्होंने इस मुश्किल वक्त में मदद के लिए भारतीय दूतावास को भी धन्यवाद दिया था।
न्यूजबाइट्स प्लस
हमास के हमले के बाद इजरायल ने फिलिस्तीन के गाजा की नाकेबंदी की हुई है और यहां बिजली, ईंधन, भोजन, समान और पानी की आपूर्ति को बंद कर दिया है। इजरायल ने आपूर्ति के बदले उसके बंदियों को छोड़ने की मांग की है।