
इजरायल-हमास युद्ध: भारत ने फिलिस्तीनी नागरिकों के लिए भेजी राहत सामग्री
क्या है खबर?
इजरायल-हमास युद्ध अब 16वें दिन में प्रवेश कर चुका है। इसी बीच रविवार को भारत सरकार ने गाजा में युद्ध प्रभावित फिलिस्तीनियों की मदद के लिए मानवीय सहायता भेजी है।
भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस बात की जानकारी दी।
इससे पहले शनिवार को गाजा और मिस्र के बीच राफा सीमा को खोला गया था, जिसके बाद से युद्ध प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री पहुंचाने का कार्य शुरू हो गया है।
ट्वीट
भारतीय विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बागची ने एक पोस्ट में बताया कि दिल्ली से भारतीय वायुसेना का C-17 विमान युद्ध प्रभावित फिलिस्तीनियों के लिए लगभग 6.5 टन मेडिकल सहायता और 32 टन आपदा राहत सामग्री लेकर मिस्र के एल-अरिश हवाई अड्डे के लिए रवाना हो गया है।
उन्होंने बताया है कि इस राहत सामग्री में आवश्यक जीवन रक्षक दवाएं, सर्जिकल सामान, तंबू, स्लीपिंग बैग, तिरपाल, कपड़े, पानी स्वच्छ करने की दवा सहित अन्य आवश्यक वस्तुएं शामिल हैं।
ट्विटर पोस्ट
दिल्ली से वायुसेना का विमान मिस्र के लिए हुआ रवाना
🇮🇳 sends Humanitarian aid to the people of 🇵🇸!
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) October 22, 2023
An IAF C-17 flight carrying nearly 6.5 tonnes of medical aid and 32 tonnes of disaster relief material for the people of Palestine departs for El-Arish airport in Egypt.
The material includes essential life-saving medicines,… pic.twitter.com/28XI6992Ph
आश्वासन
भारत ने फिलिस्तीन को मानवीय सहायता का दिया था आश्वासन
इस हफ्ते की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बात की थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने फिलिस्तीनी राष्ट्रपति को आश्वासन दिया था कि भारत फिलिस्तीनियों के लिए मानवीय सहायता भेजना जारी रखेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि इजरायल और फिलिस्तीन के बीच मौजूदा संघर्ष में दोनों देशों के आम नागरिकों का मारे जाना गंभीर चिंता का विषय है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को दोषी ठहराया जाना चाहिए।
UN
UN प्रमुख ने युद्धविराम का किया आग्रह
हाल में मिस्र में आयोजित एक शांति शिखर सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र (UN) के प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने युद्ध को मानवीयता के लिए एक भयावह दुःस्वप्न बताते हुए युद्धविराम का आग्रह किया था।
उन्होंने कहा, "युद्ध प्रभावित गाजा क्षेत्र में लोगों के लिए भोजन, पानी और दवाओं जैसी आवश्यक उपलब्ध नहीं है। स्थितियां विनाशकारी हो चुकी हैं।"
उन्होंने कहा, "दुनिया को अब यहां मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए और अधिक प्रयास करने चाहिए।"
शनिवार
राहत सामग्री के लेकर 20 ट्रक राफा से युद्ध प्रभावित क्षेत्र गाजा पहुंचे
अमेरिका, इजरायल, मिस्र और UN की बातचीत के बाद राफा सीमा को खोला गया है। अमेरिका की मध्यस्थता में मिस्र-इजरायल के समझौते के बाद शनिवार को राफा बॉर्डर से 20 ट्रकों में राहत सामग्री गाजा पहुंचाई गई है।
बता दें, 7 अक्टूबर से जारी इजरायल-हमास युद्ध में 6,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 4,300 से अधिक मौतें फिलिस्तीन क्षेत्र में हुई है, मारे गए लोगों में बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
राफा सीमा मिस्र और गाजा के बीच की सीमा है। गाजा में जाने के लिए ये एकमात्र सीमा है, जो इजरायल की ओर नहीं जाती है।
1 अक्टूबर, 1906 को ओटोमन शासकों और ब्रिटिश सरकार के बीच समझौते से इस सीमा का जन्म हुआ था। हालांकि, बाद में इसे लेकर कई विवाद भी हुए और अलग-अलग समझौते भी हुए।
भले ही ये सीमा गाजा और मिस्र के बीच हो, लेकिन इसकी सुरक्षा का ज्यादातर प्रबंध इजरायल के पास ही है।