इजरायल ने गाजा और लेबनान पर किया फास्फोरस बमों का इस्तेमाल, मानवाधिकार निगरानी संस्था का दावा
मानव अधिकारों की वकालत करने वाले अमेरिका के संगठन ह्यूमन राइट्स वॉच ने इजरायल पर प्रतिबंधित फास्फोरस बम का इस्तेमाल करने के आरोप लगाए हैं। संगठन ने कहा कि इजरायल ने गाजा और लेबनान में अपने सैन्य अभियान के दौरान सफेद फास्फोरस हथियारों का उपयोग किया है। संगठन का कहना है कि ऐसे हथियारों के इस्तेमाल से लोगों को गंभीर और दीर्घकालिक खतरे हो सकते हैं। ये पहली बार नहीं है जब इजरायल पर इस तरह के आरोप लगे हैं।
फास्फोरस के इस्तेमाल पर संगठन का क्या कहना है?
ह्यूमन राइट्स वॉच के मुताबिक, इजरायल ने 10 अक्टूबर को लेबनान और 11 अक्टूबर को गाजा से सामने आए 2 वीडियो की जांच की है। इसमें पता चला कि गाजा सिटी बंदरगाह, इजरायल-लेबनान सीमा और 2 ग्रामीण स्थानों पर इजरायल ने सफेद फास्फोरस के कई हवाई विस्फोट किए हैं। संगठन का कहना है कि इसे दागने के लिए 155 मिलीमीटर तोपों का इस्तेमाल किया गया। संगठन ने इन वीडियो के लिंक भी साझा किए हैं।
आरोपों पर इजरायल का क्या कहना है?
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल की सेना ने कहा कि फिलहाल उसे गाजा में सफेद फास्फोरस युक्त हथियारों के इस्तेमाल की जानकारी नहीं है। वहीं, लेबनान में इस तरह के हथियारों के इस्तेमाल पर सेना ने कोई जवाब नहीं दिया। साल 2009 में भी इजरायल पर फास्फोरस हथियारों के इस्तेमाल करने का आरोप लगा था। 2009 में 50 से भी ज्यादा लोग फास्फोरस से जलने के बाद गाजा के नसेर अस्पताल में भर्ती किए गए थे।
इजरायल ने कहा था- फास्फोरस के इस्तेमाल पर लगाएंगे रोक
2009 में फास्फोरस हथियारों के इस्तेमाल के बाद इजरायल की युद्ध अपराधों को लेकर कड़ी आलोचना हुई थी। इसके बाद 2013 में इजराइली सेना ने कहा था कि वो सफेद फॉस्फोरस हथियारों को चरणबद्ध तरीके से हटाएगी। बता दें कि फास्फोरस हथियारों का इस्तेमाल कानूनी तौर पर युद्ध में रोशनी पैदा करने, लक्ष्य को चिह्नित करने और बंकरों-इमारतों को जलाने के लिए किया जा सकता है। हालांकि, सैनिकों या नागरिकों पर इसका इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।
क्या होता है फास्फोरस बम?
फास्फोरस एक रासायनिक पदार्थ होता है, जो हल्का पीला या रंगहीन होता है। इसकी गंध लहसुन की तरह तेज होती है। ये हवा के संपर्क में आते ही जलने लगता है और आसपास की पूरी ऑक्सीजन सोख लेता है। इस वजह से लोगों की दम घुटकर मौत हो जाती है। सफेद फास्फोरस बम के फटने पर तापमान 800 डिग्री सेल्सियस से भी ज्यादा हो सकता है। संयुक्त राष्ट्र (UN) ने इसे प्रतिबंधित रासायनिक हथियार की श्रेणी में डाल रखा है।
न्यूजबाइट्स प्लस
7 अक्टूबर से शुरू हुए इजरायल-हमास युद्ध में अब तक 2,700 लोगों की मौत हो गई है। हमास ने अभी भी करीब 150 इजरायलियों को बंधक बना रखा है, जिसके बदले में इजरायल ने गाजा में बिजली और खाने-पीने की चीजों की आपूर्ति रोक दी है। इजरायल के हवाई हमलों की वजह से गाजा में करीब 4 लाख लोगों को विस्थापित होना पड़ा है। इजरायल अब गाजा में जमीनी ऑपरेशन शुरू करने की योजना बना रहा है।