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भारत ने अपने नागरिकों को किसी भी सूरत में खारकीव शहर छोड़ने को कहा
भारत ने अपने नागरिकों को किसी भी सूरत में खारकीव शहर छोड़ने को कहा।

भारत ने अपने नागरिकों को किसी भी सूरत में खारकीव शहर छोड़ने को कहा

Mar 02, 2022
07:20 pm

क्या है खबर?

रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग में हर पल हालात बिगड़ते जा रहे हैं। रूस ने अब खारकीव शहर की घेराबंदी कर ली है और हमले तेज कर दिए हैं। इसी बीच राजधानी कीव स्थित भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों के लिए नई एडवाइजरी जारी करते हुए उन्हें यूक्रेन के समयानुसार शाम 6 बजे (भारतीय समयानुसार रात 09:30 बजे) तक किसी भी सूरत में खारकीव शहर छोड़ने को कहा है। इससे वहां फंसे भारतीयों में भगदड़ मच गई है।

एडवाइजरी

भारतीय दूतावास ने यह जारी की है एडवाइजरी

भारतीय दूतावास की ओर से ट्वीट कर कहा गया है, 'खारकीव में रह रहे सभी भारतीयों को जरूरी सलाह है कि अपनी सुरक्षा के लिए खारकीव शहर को तुरंत छोड़ दें। जितनी जल्‍द संभव हो सके पेसोचिन, बाबाये और बेजलियुडोवका की ओर बढ़ें तथा हर हाल में यूक्रेन के समयानुसार 1800 बजे तक (शाम 6 बजे तक) तक वहां पहुंचे।' दूतावास के इस ट्वीट के बाद खारकीव में मौजूद भारतीय छात्रों की चिंता बढ़ गई है।

सलाह

वाहन नहीं मिलने पर पैदल निकलने की सलाह दी

भारतीय दूतावास की ओर से किए गए एक अन्य ट्वीट में अपने नागरिकों को वाहन नहीं मिलने पर पैदल ही निकलने की सलाह दी है। ट्वीट में कहा गया है, 'बिगड़ते हालातों के देखते हुए जिन छात्रों को वाहन नहीं मिले हैं और जो रेलवे स्‍टेशन पर हैं वो पैदल ही पेसोचिन (11 किमी), बाबाये (12 किमी) और बेजलियुडोवका (16 किमी) के लिए रवाना हो सकते हैं। छात्रों से अपील है की वह सलाह पर तत्काल अमल करें।'

हमला

एडवाइजरी के कुछ देर बाद रूस ने किसा मिसाइल हमला

भारतीय दूतावास की इस एडवाइजरी के कुछ देर बाद ही रूस ने खारकीव शहर पर मिसाइल से हमला बोल दिया। इस हमले में सिटी काउंसिल बिल्डिंग को निशाना बनाया गया है। हमले के बाद से लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते देखे गए हैं। इससे पहले रूसी रक्षा मंत्रालय ने दावा किया था कि उसने यूक्रेन के खेरसन में स्थानीय केंद्र को अपने पूर्ण नियंत्रण में ले लिया है और यह शहर पूरी तरह उनके कब्जे में है।

आरोप

भारतीय छात्रों ने लगाया था ट्रेनों में चढ़ने से रोकने का आरोप

भारतीय दूतावास की एडवाइजरी से पहले खारकीव रेलवे स्टेशन पर मौजूद भारतीय छात्रों ने दावा किया था कि उन्हें ट्रेन से उतार दिया गया है। छात्रों ने कहा कि एक ट्रेन आकर चली गई, लेकिन उन्हें ट्रेन में चढ़ने नहीं दिया जा रहा है। वहां सैकड़ों भारतीय छात्र बर्फबारी के बीच खुले में खड़े रहने को मजबूर हैं। उनके साथ कई छात्राएं भी हैं। छात्रों ने बिगड़ते हालातों को देखते हुए सरकार से तत्काल मदद पहुंचाने की गुहार लगाई थी।

मौत

यूक्रेन में हो चुकी है दो भारतीय छात्रों की मौत

बता दें कि यूक्रेन में युद्ध के बाद अब तक दो भारतीय छात्रों की मौत हो चुकी है। मंगलवार को खारकीव में ही रूस की गोलाबारी में कर्नाटक निवासी नवीन की मौत हो गई थी। वह वहां पर MBBS की चौथी साल का छात्र था। खारकीव के गवर्नर हाउस पर रूस के मिसाइल हमले के कारण उसकी मौत हुई थी। इसी तरह बुधवार को पंजाब के बरनाला निवासी 22 वर्षीय चंदन जिंदल की ब्रेन हेमरेज के कारण मौत हो गई।

प्रयास

भारतीयों को निकासी के लिए सरकार ने तेज किए प्रयास

सरकार ने निकासी अभियान ऑपरेशन गंगा की रफ्तार को बढ़ा दिया है। इसके तहत अब तक 4,000 से अधिक भारतीयों को वापस लाया जा चुका है और पिछले 24 घंटों में 1,377 छात्रों की वापसी हुई है। अभियान में एयर इंडिया के साथ इंडिगो और स्पाइसजेट और वायुसेना के एक C-17 ग्लोबमास्टर विमानों की भी मदद ली जा रही है। सरकार ने अब तक 8,000 से अधिक छात्रों को यूक्रेन से निकालकर सीमावर्ती देशों में पहुंचा दिया है।