वैक्सीनेशन अभियान: देश में लगाई गई 60 करोड़ खुराकें, लक्ष्य पाने के लिए बढ़ानी होगी रफ्तार
भारत में अब तक कोरोना वायरस वैक्सीन की 60 करोड़ खुराकें लगाई जा चुकी हैं। पिछले कुछ दिनों से वैक्सीनेशन अभियान ने रफ्तार पकड़ी है और कुल खुराकों की संख्या के मामले में भारत अब केवल चीन से पीछे है। हालांकि, सरकार को दिसंबर तक पूरी व्यस्क आबादी को वैक्सीनेट करने का लक्ष्य हासिल करने के लिए रफ्तार और बढ़ानी होगी। मौजूदा गति से दिसंबर तक केवल 32 प्रतिशत आबादी को ही वैक्सीन लग पाएगी।
देश में अब तक लगाई गई कुल 60.29 करोड़ खुराकें
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बुधवार को ट्वीर कर 60 करोड़ के आंकड़ों को पार करने की जानकारी दी। उन्होंने लिखा, 'प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के 'सबको वैक्सीन, मुफ़्त वैक्सीन' अभियान से भारत ने 60 करोड़ कोरोना टीकाकरण का आँकड़ा पार किया। सभी को बधाई।' कोविन प्लेटफॉर्म के अनुसार, देश में अब तक वैक्सीन की कुल 60,29,65,425 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। देश में 46,72,20,910 लोगों को पहली और 13,57,44,515 लोगों को दूसरी खुराक लगाई गई है।
बीते 19 दिनों में लगाई गई 10 करोड़ खुराकें
स्वास्थ्य मंत्री ने ट्वीट कर बताया कि भारत को पहले 10 करोड़ खुराकें लगाने में 85 दिन लगे थे। इसके बाद 20 करोड़ में 45 दिन, 30 करोड़ में 29 दिन, 40 करोड़ में 24 दिन, 50 करोड़ में 20 दिन और अब 60 करोड़ खुराकें लगाने में सिर्फ 19 दिन लगे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस महीने राज्यों को दो करोड़ से अधिक अतिरिक्त कोविड-19 वैक्सीन खुराक उपलब्ध कराई जा रही हैं।
लक्ष्य हासिल करने के लिए रोज एक करोड़ खुराकें लगाने की जरूरत
जानकारों का कहना है कि अगर भारत को कोरोना की तीसरी लहर से बचना है तो उसे दिसंबर तक अपनी 60 फीसदी आबादी को वैक्सीनेट करना होगा। दूसरी तरफ अक्टूबर में ही तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। NDTV के अनुसार, दिसंबर तक वैक्सीनेशन का लक्ष्य हासिल करने के लिए भारत को रोजाना एक करोड़ से अधिक खुराकें लगानी होगी। इसकी तुलना मौजूदा रफ्तार से करें तो पिछले हफ्ते रोजाना औसतन 48 लाख खुराकें ही लगाई गई थीं।
महंगी पड़ सकती है वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार
ब्लूमबर्ग ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय एनर्जी यूनिवर्सिटी और निरमा यूनिवर्सिटी की एक स्टडी के हवाले से लिखा था कि अगर तीसरी लहर को टालने के लिए वैक्सीनेशन की रफ्तार नहीं बढ़ाई जाती है तो इस दौरान रोजाना छह लाख के करीब मामले सामने आ सकते हैं। वहीं अगर सरकार रोजाना एक करोड़ से अधिक खुराकें लगाती है तो तीसरी लहर में इन मामलों की संख्या दो लाख तक सीमित रखी जा सकती है।
दुनियाभर में वैक्सीनेशन की क्या स्थिति?
ब्लूमबर्ग वैक्सीन ट्रैकर के अनुसार, दुनियाभर में अभी तक 5.06 अरब खुराकें लगाई जा चुकी हैं। इनमें से 1.9 अरब खुराकों के साथ चीन सबसे पहले स्थान पर है। यहां की 55 प्रतिशत से अधिक आबादी पूरी तरह वैक्सीनेट हो चुकी है। दूसरे स्थान पर मौजूद भारत के बाद यूरोपीय संघ का नंबर आता है, जहां 52 करोड़ खुराकें लगाई गई हैं और यहां की लगभग 58 प्रतिशत जनसंख्या पूरी तरह वैक्सीनेट हो चुकी है।