जवानों के साथ दिवाली मनाने जैसलमेर पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी, चीन पर साधा निशाना
हर बार की तरह इस बार भी अपनी दिवाली सेना के जवानों के साथ मनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजस्थान के जैसलमेर पहुंच गए हैं। उन्होंने यहां के लोंगेवाला में सेना और सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों को संबोधित भी किया। बता दें कि 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से अब तक मोदी ने अपनी हर दिवाली जवानों के साथ ही मनाई है और अब लगातार सातवीं साल वे ऐसा कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने याद की लोंगवाला की लड़ाई
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि वह अपने साथ हर भारतवासी की शुभकामना लेकर आए हैं और 130 करोड़ देशवासी जवानों के साथ खड़े हैं। 1971 भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान हुए लोंगेवाला लड़ाई को याद करते हुए उन्होंने कहा, "जब भी सैन्य कुशलता के बारे में लिखा-पढ़ा जाएगा, जब भी सैन्य पराक्रम की चर्चा होगी तो लोंगेवाला की लड़ाई को जरूर याद किया जाएगा।" दुश्मनों को चेताते हुए उन्होंने कहा कि भारत प्रचंड जबाव देने में सक्षम है।
घर में घुसकर आतंकियों को मारता है भारत- प्रधानमंत्री मोदी
इशारों में चीन पर निशाना, प्रधानमंत्री बोले- मानसिक विकृति है विस्तारवाद
इशारों में चीन पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री बोले, "आज पूरा विश्व विस्तारवादी ताकतों से परेशान हैं। विस्तारवाद, एक तरह से मानसिक विकृति है और अठ्ठारहवीं शताब्दी की सोच को दर्शाती है। इस सोच के खिलाफ भी भारत प्रखर आवाज बन रहा है।" उन्होंने कहा, "आज भारत की रणनीति साफ है। आज का भारत समझने और समझाने की नीति पर विश्वास करता है, लेकिन अगर हमें आजमाने की कोशिश होती है तो जवाब भी उतना ही प्रचंड मिलता है।"
प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी ने सियाचिन में मनाई थी पहली दिवाली
पिछली दिवालियों की बात करें तो 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी ने अपनी पहली दिवाली दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन में जवानों के साथ मनाई थी। इसके बाद की दिवालियों पर वह उत्तराखंड, पंजाब और उत्तर कश्मीर में जवानों के पास जा चुके हैं, वहीं पिछली दिवाली उन्होंने जम्मू-कश्मीर के रजौरी में LoC पर तैनात जवानों के साथ मनाई थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए भी वह सैनिकों के साथ दिवाली मनाते थे।
शुक्रवार को पाकिस्तान की गोलीबारी में शहीद हुए थे पांच भारतीय सैनिक
इस साल प्रधानमंत्री मोदी ऐसे समय पर जवानों के बीच पहुंचे हैं, जब दिवाली से एक दिन पहले शुक्रवार को ही जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर पाकिस्तान की गोलीबारी में भारत के पांच जवान शहीद हुए हैं। भारत ने भी जबाव में पाकिस्तान के कई सैनिकों को मार गिराया है। शुक्रवार को ही प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर देशवासियों से इस दिवाली सीमा की रक्षा कर रहे सैनिकों के लिए एक दिया जलाने की अपील की थी।
प्रधानमंत्री बोले- जांबाज सैनिकों को याद रखे देश
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने इस ट्वीट में लिखा था, 'हमें अपने उन जांबाज सैनिकों को भी याद रखना है जो इन त्योहारों पर भी सीमाओं पर डटे हैं। भारत माता की सेवा और सुरक्षा कर रहे हैं। हमें उनको याद करके ही अपने त्योहार बनाने हैं। हमें घर में एक दिया भारत माता के इन वीर बेटे-बेटियों के सम्मान में भी जलाना है। मैं वीर जवानों से भी कहना चाहता हूं कि पूरा देश आपके साथ है।'
इस साल दूसरी बार जवानों से मिल रहे प्रधानमंत्री मोदी
बता दें कि इस साल ये दूसरा मौका है जब प्रधानमंत्री मोदी किसी अग्रिम मोर्चे पर जाकर सैनिकों से मिल रहे हैं। इससे पहले वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन के साथ टकराव के बीच जुलाई में वह लद्दाख के निमू में जवानों से मिले थे। इस दौरान उन्होंने जवानों को संबोधित भी किया था और 14 जून को गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में शहीद 20 भारतीय जवानों को श्रद्धांजलि भी दी थी।
भारतीय सैनिकों के लिए कठिन रहा है ये साल
गौरतलब है कि भारतीय जवानों के लिए ये साल बेहद कठिन रहा है। एक तरफ जहां अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियां और पाकिस्तान की ओर से सीजफायर उल्लंघन के मामले बढ़े हैं, वहीं पूर्वी लद्दाख में अप्रैल से ही चीनी सैनिक भारतीय जमीन पर बैठे हुए हैं। हालांकि हर मुश्किल परिस्थितियों का सामना करने में माहिर भारतीय सेना डटकर खड़ी है और उसने दोनों मोर्चों पर दुश्मनों को मुंहतोड़ जबाव दिया है।
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