#NewsBytesExplainer: UNSC में कैसे मिलती है स्थायी सीट और भारत की राह में क्या है अड़चन?
फ्रांस और ब्रिटेन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन किया है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि UNSC को अधिक कुशल बनाने की जरूरत है, जिसके लिए अधिक प्रतिनिधि चाहिए। इससे पहले क्वॉड देश और अमेरिका भी भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन कर चुका है। भारत खुद लंबे समय से UNSC में स्थायी सीट चाह रहा है। आइए जानते हैं कि स्थायी सीट कैसे मिलती है।
सबसे पहले जानिए क्या है UNSC?
UNSC संयुक्त राष्ट्र (UN) की 6 प्रमुख संस्थाओं में से एक है। द्वितीय विश्व युद्ध खत्म होने के बाद 1945 में इसका गठन हुआ था। इसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को बनाए रखना है। यह वैश्विक स्तर के तमाम मुद्दों और विवादों में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है और कोशिश करती है कि फिर से विश्व युद्ध या बड़े संघर्ष जैसी परिस्थितियां पैदा न हों। परिषद में कुल 15 सदस्य होते हैं, जिनमें 5 स्थायी और 10 अल्पकालिक हैं।
फिलहाल कौन-कौन UNSC के सदस्य हैं?
UNSC के 5 स्थायी सदस्यों में अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, चीन और फ्रांस शामिल हैं। इसके अलावा 10 अल्पकालिक अस्थायी सदस्य भी हैं, जिनका कार्यकाल 2 साल का होता है। फिलहाल अल्जीरिया, इक्वाडोर, गुयाना, जापान, माल्टा, मोजांबिक, कोरियन रिपब्लिक, सियरा लिओन, स्लोवेनिया और स्विट्जरलैंड अल्पकालिक सदस्य हैं। हर साल एक जनवरी को 5 अल्पकालिक सदस्य शामिल किए जाते हैं और 5 का कार्यकाल खत्म हो जाता है। भारत अब तक 8 बार UNSC का अल्पकालिक सदस्य रहा है।
स्थायी सदस्य क्यों बनना चाहता है भारत?
UNSC के स्थायी सदस्यों के पास कई विशेष शक्तियां होती हैं। इनमें वीटो पॉवर सबसे अहम है। स्थायी सदस्य किसी भी प्रस्ताव पर वीटो पावर का इस्तेमाल कर सकते हैं। यानी वीटो पॉवर वाले देशों के पास किसी भी प्रस्ताव को 'न कहने की शक्ति' होती है। खास बात है कि अगर 5 में से किसी एक भी देश ने किसी प्रस्ताव को वीटो कर दिया तो उसे पारित नहीं किया जा सकता।
स्थायी सदस्यों को और क्या शक्तियां मिली हुई हैं?
UNSC में कोई प्रस्ताव पारित करने के लिए सभी स्थायी सदस्यों समेत कम से कम 9 सदस्यों की सहमति जरूरी है। अगर किसी प्रस्ताव को पारित होने लायक वोट मिल गए हो, लेकिन स्थायी सदस्य ने वीटो कर दिया हो तो प्रस्ताव गिर जाता है।
कोई देश कैसे बनता है स्थायी सदस्य?
किसी भी देश का UNSC का स्थायी सदस्य बनाने के लिए UN के चार्टर में बदलाव करना होगा। UN चार्टर के अध्याय 18, अनुच्छेद 108 के अनुसार, "चार्टर में संशोधन तब किया जा सकेगा, जब इस प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 2 तिहाई सदस्यों और UNSC के सभी स्थायी सदस्यों का समर्थन मिलेगा।" यानी स्थायी सदस्य बनने के लिए महासभा के दो-तिहाई और UNSC के 5 स्थायी सदस्यों का समर्थन जरूरी है।
भारत की स्थायी सदस्यता का कौन-कौन समर्थन करता है?
अभी तक 4 स्थायी सदस्य- अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन और रूस अलग-अलग समय पर कई बार भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन कर चुके हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन भी कह चुके हैं कि अमेरिका भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन करेगा। हालांकि, चीन एकमात्र ऐसा स्थायी सदस्य है, जिसने अभी तक एक भी बार भारत की सदस्यता का समर्थन नहीं किया है। भारत के अलावा जापान और ब्राजील भी स्थायी सदस्यता की मांग करते रहे हैं।