फ्रांस में रुककर शरण मांग रहे 27 भारतीयों को रिहा किया गया, क्या है मामला?
क्या है खबर?
मानव तस्करी के संदेह में फ्रांस में रोके गए विमान से वापस लौटे 276 भारतीयों में 27 वहीं रुक गए थे, जिन्हें स्थानीय न्यायाधीश द्वारा मुक्त कर दिया गया है।
फ्रांसीसी अखबार ले मोंड के मुताबिक, 27 दिसंबर को न्यायाधीश ने औपचारिक आधार पर उनको रिहा करने का आदेश दिया।
मुक्त किए गए 27 नागरिकों में 5 नाबालिग शामिल हैं, जिनको बाल कल्याण सेवाओं की देखभाल में रखा गया है, वहीं 2 अन्य नागरिक हिरासत में भी लिए गए थे।
रिहाई
जो चाहें वो करने के लिए स्वतंत्र
रिपोर्ट के मुताबिक, न्यायाधीश ने देखा कि फ्रांस के मुख्य चार्ल्स डी गॉल हवाई अड्डे पर सीमा पुलिस के प्रमुख ने कानून द्वारा तय समय में मामले को उनके पास नहीं भेजा था।
बॉबगेन के लोक अभियोजक के कार्यालय ने बताया कि भारतीय नागरिक जो चाहें वो करने के लिए स्वतंत्र हैं, भले ही वे फ्रांसीसी क्षेत्र में अनियमित स्थिति में हों।
ये सभी पिछले 6 दिनों से फ्रांसीसी पुलिस की हिरासत में थे।
कारण
क्यों रुक गए थे 27 भारतीय?
विमान में सवार 5 नाबालिगों समेत कुल 27 लोगों ने फ्रांस में शरण के लिए आवेदन करने की इच्छा जताई थी, जिसके बाद वह फ्रांस में ही रुके थे।
अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत शरण चाहने वालों को उनके मूल देश में वापस नहीं भेजा जा सकता है।
इसके अलावा फ्रांसीसी पुलिस द्वारा 2 अन्य को मानव तस्करी के आरोपों की पूछताछ के लिए रोका गया है, लेकिन उन्हें फ्रांस से निष्कासन आदेश प्राप्त हुआ है।
घटना
क्या है पूरा मामला?
21 दिसंबर को दुबई से 303 यात्रियों को लेकर निकारागुआ जाने वाले रोमानिया की लीजेंड एयरलाइंस के A340 विमान को 'मानव तस्करी' के संदेह में फ्रांस के वैट्री एयरपोर्ट पर ईंधन भरने के दौरान रोका गया था।
फ्रांस पुलिस ने 2 यात्रियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की और फ्रांसीसी कोर्ट ने मामले की सुनवाई से इनकार कर दिया और विमान को उड़ान की इजाजत दे दी।
4 दिन बाद 276 यात्री ही विमान में सवार होकर मुंबई लौटे थे।