केंद्र सरकार का तबलीगी जमात के विदेशी सदस्यों को 'पहली फ्लाइट' से निर्वासित करने का निर्देश
केंद्र सरकार ने राज्यों को तबलीगी जमात के विदेशी सदस्यों को पहले विमान से निर्वासित करने का निर्देश दिया है। गृह मंत्रालय की ओर से जारी आदेश में राज्यों से देशभर में फैले तबलीगी जमात के विदेशी सदस्यों को ढूढ़ने और उनमें से जो भी कोरोना वायरस से मुक्त पाया जाता है, उन्हें तत्काल उनके देश वापस भेजने की सलाह दी है। बता दें कि तबलीगी जमात ने ही कोरोना वायरस का केंद्र बने निजामुद्दीन में धार्मिक आयोजन किया था।
क्या है पूरा मामला?
13 से 15 मार्च के बीच निजामुद्दीन के मरकज में स्थित तबलीगी जमात की मस्जिद में एक धार्मिक समारोह हुआ था जिसमें विभिन्न राज्यों और देशों के लगभग 3,000 लोगों ने हिस्सा लिया था। कार्यक्रम के बाद कुछ लोग अपने-अपने राज्य वापस लौट गए, वहीं लगभग 2,000 लोग पाबंदियों का उल्लंघन करते हुए मस्जिद में ही रुके रहे। अब तक इस समारोह से संबंधित 128 लोगों को संक्रमित पाया गया है जबकि सात की मौत हो चुकी है।
अलग-अलग राज्यों में आयोजन में हिस्सा लेने वाले लोगों की तलाश जारी
अलग-अलग राज्यों में इस समारोह में हिस्सा लेने वाले लोगों की तलाश की जा रही है और इसे लेकर एक बड़ा अभियान चलाया जा रहा है। आंध्र प्रदेश में इस आयोजन में हिस्सा लेने वाले लगभग 750 लोगों की पहचान की जा चुकी है, वहीं तेलंगाना में 400 लोगों की पहचान की जा चुकी है। तमिलनाडु सरकार ने 1,000 से अधिक लोगों के इस आयोजन में शामिल होने की बात कही है लेकिन केवल 700 को ढूढ़ा जा सका है।
मस्जिद से निकले 2,361 लोग, 617 अस्पताल में भर्ती
इस बीच दिल्ली सरकार ने जानकारी दी है कि 36 घंटे के ऑपरेशन के बाद निजामुद्दीन की मरकज मस्जिद को पूरी तरह से खाली करा लिया गया है। मस्जिद से 2,361 लोग निकले जिनमें से 617 को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
गृह मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी कहा- तत्काल निर्वासित करें
गृह मंत्रालय पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है और उसने 28 मार्च को ही राज्यों को एडवाइजरी जारी कर दी थी। इसमें कहा गया है, 'ये सलाह दी जाती है कि जो भी विदेशी तबलीगी जमात का सदस्य हो, उसकी अच्छे से COVID-19 की जांच की जाए और जरूरत पड़ने पर क्वारंटाइन और अस्पताल में भर्ती कराया जाए। अन्यथा जो भी विदेशी COVID-19 से मुक्त मिले उसे तत्काल पहली उपलब्ध फ्लाइट से निर्वासित कर दिया जाए।'
"कोरोना वायरस की वाहक हो सकती है तबलीगी की विदेशी टीमें"
इस एडवाइजरी में आगे कहा गया है, 'भारत के अंदरूनी इलाकों का दौरा कर रहीं तबलीगी जमात की विदेशी टीमें कोरोना वायरस की वाहक हो सकती हैं... तबलीगी जमात के भारतीय सदस्य मलेशिया के कुआलालंपुर में एक धार्मिक आयोजन (27 फरवरी से एक मार्च) में शामिल हुए थे। सार्वजनिक रिपोर्ट्स से पता चलता है कि इस आयोजन में हिस्सा लेने वाले लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इसलिए मलेशिया से आने वालों की जांच जरूरी है।"
देशभर में तबलीगी जमात के 2,000 से ज्यादा विदेशी कार्यकर्ता- गृह मंत्रालय
गृह मंत्रालय ने अपनी एडवाइजरी में देशभर में फैले तबलीगी जमात के विदेशी सदस्यों के आंकड़े भी दिए हैं। इसमें बताया गया है कि 70 देशों के 2,000 विदेशी देशभर में तबलीगी का काम कर रहे हैं। इनमें बांग्लादेश के 493, इंडोनेशिया के 472, मलेशिया के 150 और थाईलैंड के 142 नागरिक हैं। एडवाइजरी में उनके मिशनरी वीजा की बजाय यात्री वीजा पर भारत आने की बात भी कही गई है।