सोशल मीडिया पर अप्रैल में आपातकाल लगने की अफवाह, सेना ने किया खारिज
कोरोना वायरस से लड़ाई के इस दौर में सोशल मीडिया पर अफवाहें भी खूब फैल रही हैं। ऐसी ही एक अफवाह में कहा जा रहा है कि मोदी सरकार मध्य अप्रैल में आपातकाल की घोषणा कर सकती है। लेकिन भारतीय सेना ने इन सभी दावों को खारिज किया है। इसके अलावा लॉकडाउन के दौरान राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC) और NSS के सिविल प्रशासन की मदद करने के दावों को भी सेना ने गलत बताया है।
वायरस संदेशों में क्या कहा जा रहा है?
दरअसल, 21 दिन के राष्ट्रीय लॉकडाउन के बीच सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हो रहा है कि चूंकि लॉकडाउन से कोरोना वायरस का प्रसार नहीं रुक रहा है, इसलिए मोदी सरकार लॉकडाउन खत्म होते ही देश में आपातकाल की घोषणा कर सकती है। लॉकडाउन 14 अप्रैल तक चलना है। इसके अलावा ये भी कहा जा रहा है कि लॉकडाउन में मदद के लिए सेना, सेना के पू्र्व अधिकारियों, NCC और NSS की भी मदद ली जाएगी।
केंद्र की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं, सेना ने किया खारिज
केंद्र सरकार की ओर से तो अभी तक इन अफवाहों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है लेकिन सेना ने इन्हें खारिज किया है। सेना के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए लिखा गया है, 'सोशल मीडिया पर मध्य अप्रैल में आपातकाल की घोषणा और सिविल प्रशासन की मदद के लिए भारतीय सेना, पूर्व सैनिकों, NCC और NSS को तैनात किए जाने के फेक और दुर्भावनापूर्ण मैसेज घूम रहे हैं। ये स्पष्ट किया जाता है कि ये बिल्कुल फेक हैं।'
लॉकडाउन बढ़ाए जाने की अफवाहें भी घूम रहीं
बता दें कि सोशल मी़डिया पर ऐसे संदेश भी घूम रहे हैं जिनमें दावा किया जा रहा है कि लॉकडाउन को 14 अप्रैल के बाद भी आगे बढ़ाया जाएगा। हालांकि केंद्र सरकार ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा है कि उसकी ऐसी कोई मंशा नहीं है। मामले पर बयान जारी करते हुए कैबिनेट सेक्रटरी राजीव गौबा ने कहा, "मैं लॉकडाउन बढ़ाने की रिपोर्ट देखकर चौंक गया हूं। सरकार की ऐसी कोई योजना नहीं है।"
लॉकडाउन के उद्देश्य को खतरे में डाल रहा प्रवासी मजदूरों का पलायन
गौरतलब है कि कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान किया है। लॉकडाउन के बीच शहरों में काम करने वाले प्रवासी मजदूरों ने पैदल ही अपने गांवों की तरफ पलायन शुरू कर दिया है। इससे गांवों में भी कोरोना फैलने का खतरा है और इसलिए केंद्र ने राज्यों को सीमाएं सील करने और लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले प्रवासी मजदूरों को 14 दिन क्वारंटाइन में रखने का आदेश दिया है।
भारत में 1071 संक्रमित, 29 की मौत
बता दें कि पिछले चार दिनों में भारत में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी देखने को मिली है और अब तक 1071 लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं। 29 लोगों को इसके कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। महाराष्ट्र में सबसे अधिक आठ लोगों की मौत हुई है जबकि गुजरात में पांच और कर्नाटक में तीन लोगों को इसके कारण जान गंवानी पड़ी है। सरकार ने देश में अभी तक कम्युनिटी ट्रांसमिशन शुरू न होने की बात कही है।
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