पश्चिम बंगाल हिंसा: केंद्र और राज्य सरकार आमने-सामने, गृह मंत्रालय ने बताया कानून व्यवस्था की असफलता
संदेशखली हिंसा पर केंद्र की मोदी सरकार और पश्चिम बंगाल की ममता सरकार आमने-सामने आ गई हैं। जहां केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसे राज्य में कानून व्यवस्था की असफलता बताया है, वहीं राज्य में सत्ता में काबिज तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि राज्य में हालात नियंत्रण में हैं और वह इस राजनीतिक साजिश का उपयुक्त जवाब देंगी। TMC सरकार ने आरोपियों के खिलाफ सख्त और उचित कार्रवाई करने की बात कही है।
क्या है पूरा मामला?
घटना कोलकाता से 70 किलोमीटर दूर संदेशखली विधानसभा क्षेत्र के नैजाट थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले हाटगचा की है। शनिवार को सार्वजनिक स्थानों से पार्टी के झंडों को उतारे जाने को लेकर भाजपा और TMC के कार्यकर्ताओं एक-दूसरे से भिड़ गए। हिंसा में TMC के 26 वर्षीय कार्यकर्ता कायूम मोल्लाह की चाकू मारकर हत्या कर दी गई, जबकि भाजपा के 2 कार्यकर्ताओं, प्रदीप मंडल और सुकांता मंडल, की भी हत्या कर दी गई।
गृह मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी
इसके बाद गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार को एडवाइजरी जारी करते हुए हिंसा गहरी चिंता जाहिर की। मंत्रालय ने लिखा है, "पिछले कुछ हफ्तों से लगातार हो रही हिंसा कानून व्यवस्था बनाए रखने और लोगों में विश्वास बनाए रखने में राज्य की कानूनी मशीनरी की असफलता को दर्शाता है।" इसमें राज्य सरकार से कानून व्यवस्था बनाए रखने के साथ-साथ अपने कर्तव्य का पालन नहीं करने वाले "कसूरवार" अधिकारियों को सजा देने को भी कहा गया है।
राज्य सरकार का जवाब, स्थिति नियंत्रण में
राज्य की ममता सरकार ने एडवाजरी का जवाब देते हुए कहा कि राज्य में स्थिति नियंत्रण में है। गृह सचिव को लिखे पत्र में पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव मलय कुमार डे ने लिखा, "चुनाव के बाद राज्य में कुछ झड़पें हुई हैं, जिन्हें असामाजिक तत्वों ने अंजाम दिया। कानून प्रशासन बिना किसी देरी के इन मामलों में सख्त और उचित कार्रवाई कर रहा है।" उन्होंने इसे कानून व्यवस्था की असफलता मानने से इनकार किया।
TMC ने एडवाइजरी का बताया राजनीतिक साजिश
TMC ने अपने बयान में कहा, "राज्य की कानूनी मशीनरी पर गृह मंत्रालय की तथाकथित एडवाइजरी एक राजनीतिक साजिश के अलावा और कुछ नहीं है। हम उचित जवाब देंगे।" मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मामले पर कोई भी त्वरित प्रतिक्रिया नहीं दी है। वहीं, दोनों पार्टियों ने मारे गए अपने कार्यकर्ताओं के परिजनों और घायलों से मुलाकात के लिए अपना-अपना प्रतिनिधिमंडल दल भेजा। हिंसा की आशंका को देखते हुए बसीरहाट इलाके में इंटरनेट और केबल सुविधाओं को निलंबित कर दिया है।
भाजपा ने सीधा ममता पर लगाया आरोप
इससे पहले भाजपा नेता मुकुल रॉय ने हिंसा का सीधा आरोप राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर लगाया था। उन्होंने शनिवार रात को गृह मंत्री अमित शाह को भी घटना के बारे में सूचित किया। उन्होंने बताया था, "भाजपा सांसदों की एक टीम रविवार को इलाके का दौरान करेगी और शाह को रिपोर्ट देगी।" वहीं, केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने ट्वीट करते हुए कि पश्चिम बंगाल के लोग जल्द ही TMC के अत्याचारों का अंत करेंगे।
प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगे राज्यपाल
इस बीच पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी कोलकाता से नई दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं और सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेंगे। खबरों के अनुसार, मुलाकात में राज्य के आंतरिक मामलों और कानून व्यवस्था पर बात हो सकती है।