कोरोना वायरस: दिल्ली के पहले कोरोना संक्रमित व्यक्ति के साथ हुआ था 'अपराधी' जैस व्यवहार
चीन के वुहान शहर से निकले कोरोना वायरस ने धीरे-धीरे पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है। इसके तेजी से फैलते संक्रमण से लोगों में इसको लेकर कई धारणाएं बन गई है और अब लोग कोरोना संक्रमित को न केवल नफरत की नजरों से देख रहे हैं, बल्कि उसके साथ भेदभाव भी कर रहे हैं। दिल्ली के पहले कोरोना संक्रमित के साथ भी अपराधियों जैसा व्यवहार किया गया था, हालांकि अब वह स्वथ्य होकर घर लौट चुके हैं।
अज्ञात लोगों ने मोबाइल पर फोन कर की अभद्रता
दिल्ली के पहले कोरोना संक्रमित और फुटवियर उत्पादों के व्यापारी ने बताया कि गत एक मार्च को उनके कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। इसके बाद उनकी फोटो और नंबरों को सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया गया। इससे 2 मार्च को अज्ञत नंबर से उनके पास फोन आया और उसने जमकर अभद्रता की। उस फोन से वह खुद को अपराधी की तरह महसूस करने लगे थे। उन्हें लगा कि जैसे वह जानबूझकर संक्रमण के लिए इटली गए थे।
अज्ञात महिला ने फोन कर कहे अपशब्द
संक्रमित रहे व्यापारी ने बताया कि उनके उपचार के दूसरे सप्ताह में किसी अज्ञात नंबर से एक महिला ने उन्हें फोन किया और उनके कोरोना से संक्रमित होने की जानकारी मांगी। उस दौरान उन्होंने महिला को खुद का संक्रमित नहीं होना बताया और उसने जमकर अपशब्द कहे। इससे वह बहुत दुखी हुए थे। उन्होंने सोचा था कि जब ठीक होकर वापस घर जाएंगे तो सबसे पहले उस महिला को फोन करेंगे और फिर उसे सही जवाब देंगे।
ठीक होने के बाद भी पीछा नहीं छोड़ रहे लोग
व्यापारी ने बताया कि 14 दिन बाद जब ठीक होने के बाद उन्हें घर भेज दिया गया तो उसके बाद भी उनके पास फोन आना बंद नहीं हुए। लोग नियमित रूप से उन्हें फोन कर रहे हैं और कहते हैं कि कोरोना संक्रमण से उनके फेफड़े 30 प्रतिशत तक खराब हो गए हैं। इतना ही नहीं, बहुत से लोग उन्हें व्हॉट्सऐप पर मैसेज कर संक्रमण से उनके शरीर को हुई क्षति के बारे में जानकारी मांग रहे हैं।
बिजनेस के सिलसिले में मिलान गया था व्यापारी
व्यापारी ने बताया कि वह 16 फरवरी को बिजनेस के सिलसिले में इटली के मिलान शहर गए थे। वहां वह कुछ लोगों से मिले थे। 21 फरवरी को उन्होंने बुडापोस्ट की यात्रा की थीं। इसके बाद 24 फरवरी को वह दिल्ली लौट आए और उन्हें हल्का बुखार हो गया। उन्होंने जेटलैग मानते हुए बुखार की एक गोली खा ली और इससे वह ठीक हो गया। हालांकि, उन्होंने डॉक्टर से भी सलाह ली थी, लेकिन
व्यापारी में होटल में रखी थी बेटे की जन्मदिन की पार्टी
व्यापारी ने बताया कि उन्होंने भारत आने के दो दिन बाद 28 फरवरी को होटल हयात रीजेंसी में बेटे की जन्मदिन पार्टी रखी थी, जिसमें कुल 10-12 लोग थे। हालांकि उन पर पार्टी में 50-60 लोगों से मिलने के झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं।
29 फरवरी को कराया था कोरोना का परीक्षण
व्यापारी ने बताया कि जन्मदिन पार्टी के बाद उन्हें फिर बुखार हो गया। 29 फरवरी को उन्होंने राम मनोहर लोहिया अस्पताल में अपना टेस्ट कराया और वह दो दिन तक वहीं रहे। एक मार्च को उनके कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो गई और उन्हें 14 दिन के उपचार के लिए अलग से रखा गया। उन्होंने बताया कि अस्पताल में बेहतरीन व्यवस्था थी और उन्हे परिवार वालों से बात करने के लिए मोबाइल रखने की भी इजाजात दी गई थी।
मृतक बुजुर्ग को भी करना पड़ा था भेदभाव का सामना
आपको बता दें कि 17 मार्च को मुंबई में एक 64 वर्षीय बुजुर्ग की कोरोना संक्रमण से मौत हुई थीं। उस मामले में पड़ोसियों ने बताया कि संक्रमण के बाद बुजुर्ग, उसकी पत्नी और बेटे को सामाजिक भेदभाव का सामना करना पड़ा था। लोगों ने उनके मोबाइल फोन और सोशल मीडिया पर अपनी मौत की कल्पना तक करने के लिए कहा था। इतना ही नहीं संक्रमण के बाद उनके रिश्तेदार व परिचितों ने भी उनके मिलना छोड़ दिया था।
सार्वजनिक रूप से छींकने पर की युवक की धुनाई
कोरोना को लेकर लोगों में चल रही भ्रांतियों का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि कोल्हापुर में एक बाइक सवार के बिना मास्क छींकने पर लोगों ने उसकी जमकर धुनाई कर दी। CCTV में घटना के कैद होने से इसका खुलासा हुआ है।
दुनिया और भारत में ये है कोरोना वायरस की हालत
कोरोना सभी देशों को अपने चपेट में लेता जा रहा है। दुनियाभर में इससे 10,447 लोगों की मौत हो चुकी है। इसी तरह लगभग 2.54 लाख लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है। वहीं भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या 223 पहुंच गई है। इनमें 29 नए मरीज शुक्रवार को मिले हैं। इसके अलावा अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है। महाराष्ट्र में 49 संक्रमित होने के साथ एक की मौत हो चुकी है।