
केरल और कर्नाटक में बाढ़ से भारी तबाही, 88 लोगों की मौत, कई लापता
क्या है खबर?
भारी बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन से केरल में अब तक 57 लोगों की मौत हो चुकी है।
3 दिन हुई भारी बारिश के राज्य में भूस्खलन के लगभग 80 मामले सामने आए, जिनमें कई लोगों के फंसे होने आशंका है।
इस बीच राहत की खबर ये है कि रविवार को बारिश में कमी आई।
वहीं, केरल के पड़ोसी राज्य कर्नाटक में भी भारी बारिश के कारण अब तक 31 लोगों की मौत हो चुकी है।
केरल स्थिति
1.25 लाख लोग हुई विस्थापित, बचाव कार्य जारी
भारतीय मौसम विभाग ने केरल के 8 जिलों एर्नाकुलम, इडुक्की, पलक्कड, मलप्पुरम, कोझीकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड में रेड अलर्ट जारी किया हुआ है।
कई लोगों की मौत के अलावा कई लोग लापता है और कई भूस्खलन में मलबे में फंसे हुए हैं।
बाढ़ के कारण लगभग 1.25 लाख लोगों को विस्थापित होना पड़ा है, जबकि लाखों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
सेना, वायुसेना, नौसेना और NDRF की कई टीमें बचाव कार्य में लगी हुई हैं।
वायनाड
वायनाड में सबसे अधिक तबाही, राहुल ने मांगी प्रधानमंत्री से मदद
सबसे ज्यादा तबाही वायनाड जिले में हुई है, जहां बाढ़ और भूस्खलन के कारण मानव बस्तियां और जंगल तबाह हो गए हैं।
क्षेत्र से सांसद राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन करके मदद मांगी है।
वह आज शाम फिर से वायनाड पहुंचेंगे।
इस बीच राहत की खबर ये है कि रविवार को कई इलाकों में बारिश कम हुई।
इससे वायनाड और मलप्पुरम में बचाव कार्य फिर से शुरू हो सके, जो भूस्खलन के कारण बंद किए गए थे।
कर्नाटक स्थिति
कर्नाटक में 2.35 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
वहीं कर्नाटक की बात करें तो वहां भी भारी बारिश के कारण जान-माल का बड़ा नुकसान हुआ है।
भारी बारिश के कारण राज्य में 31 लोगों की मौत हो चुकी है।
ज्यादातर नदियों में बाढ़ है और 2.35 लाख लोगों और 44,103 पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
राज्य के दक्षिण कन्नड़, उडुपी, उत्तर कन्नड़, शिवमोग्गा, चिकमगलुरु, कोडागु और हासन में सोमवार सुबह तक रेड अलर्ट जारी किया गया है।
राहत पैकेज
कर्नाटक सरकार ने केंद्र से मांगे 3,000 करोड़ रुपये
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने इसे पिछले 45 सालों में सबसे बड़ी प्राकृतिक आपदा बताया है।
राज्य सरकार के अनुसार, बारिश और बाढ़ से राज्य को 6,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है और उन्होंने केंद्र सरकार से राहत के तौर पर 3,000 करोड़ रुपये मांगे हैं।
इस मांग के बीच आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कर्नाटक के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई दौरा करेंगे, जिसके बाद राहत पैकेज पर कुछ फैसला लिया जा सकता है।