कर्नाटकः गठबंधन सरकार पर संकट के बादल, इस्तीफा देने पहुंचे कांग्रेस-JD(S) के 15 विधायक
कर्नाटक में कांग्रेस-जनता दल (सेकुलर) गठबंधन की सरकार पर बड़ा संकट आ गया है। गठबंधन के 15 विधायक इस्तीफा देने को तैयार हैं। ये इस्तीफा लेकर विधानसभा स्पीकर के कार्यालय में पहुंच गए हैं। इन विधायकों में से कांग्रेस के 12 और JD(S) के तीन विधायक शामिल हैं। स्पीकर अपने कार्यालय में मौजूद नहीं हैं। अगर ये विधायक इस्तीफा देते हैं तो विधानसभा में 215 विधायक बचेंगे और बहुमत का आंकड़ा 108 हो जाएगा।
इस्तीफा देने पहुंचे ये विधायक
सबसे पहले इस्तीफा देने के लिए पहुंचे विधायकों में कांग्रेस के महेश कुमाथिल, बीसी पाटिल, रमेश जरकिहोली, शिवाराम हेब्बर, एसटी सोमाशेखर, मनीरत्ना, प्रताप गौड़ा, बिरथी बसवाराज और JD(S) के एच विश्वनाथ, नारायण गौड़ा और गोपिलिया शामिल हैं। बाद में पूर्व मंत्री रामालिंगा रेड्डी समेत चार और विधायक पहुंच गए। रामालिंगा रेड्डी ने कहा कि वो इस्तीफे के बारे में किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया रहे, लेकिन पिछले कुछ समय से उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है।
कांग्रेस ने बुलाई आपात बैठक
राज्य के उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर और कैबिनेट में मंत्री डीके शिवकुमार ने कांग्रेस विधायकों को पार्षदों की आपात बैठक बुलाई है। यह बैठक शाम पांच बजे बेंगलुरू में होगी। शिवकुमार ने कहा कि कोई भी विधायक इस्तीफा नहीं देगा और वो उनसे मुलाकात करने आए हैं। बता दें, सोमवार को कांग्रेस के दो विधायकों ने अपने इस्तीफे राज्यपाल को सौंपे थे। हालांकि, विधानसभा स्पीकर ने किसी भी विधायक के इस्तीफा देने की बात को खारिज किया था।
भाजपा ने साधा निशाना
सरकार में मची इस खींचतान को लेकर भाजपा ने गठबंधन पर निशाना साधा है। भाजपा नेता जीवीएल नरसिम्हा ने कहा कि कर्नाटक के लोग गठबंधन सरकार से तंग आ गए हैं। उन्होंने कहा, "हम स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। लोगों ने देख लिया है कि सरकार ने राज्य की क्या स्थिति कर दी है। न सिर्फ भाजपा बल्कि कर्नाटक के लोगों को भी राहत मिलेगी। भाजपा इस स्थिति पर नजर बनाए हुए है।"
अमेरिका से कल लौटेंगे मुख्यमंत्री कुमारास्वामी
JD (S) नेता और राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी रविवार को अमेरिका से लौटेंगे। उन्होंने सिंह के इस्तीफे के बाद ट्वीट कर कहा कि उन्हें राज्य के घटनाक्रमों की जानकारी है। भारतीय जनता पार्टी उनकी सरकार को अस्थिर करने के लिए सपने देख रही है।
भाजपा ने दिए थे सरकार बनाने के संकेत
कर्नाटक भाजपा भी इस स्थिति पर पूरी नजर लगाए बैठी है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने संकेत दिए अगर गठबंधन सरकार अपना कार्यकाल पूरा करने से पहले गिर जाती है तो वो सरकार बनाने के बारे मेे सोच सकते हैं। NDTV से बात करते हुए येदियुरप्पा ने कहा, "मैंने भी सिंह के इस्तीफे के बारे में सुना है। हम सरकार को अस्थिर नहीं कर रहे। अगर सरकार अपने आप गिर जाती है तो हम सरकार बनाने की संभावनाएं तलाशेंगे।"
मध्यावधि चुनाव की भविष्यवाणी कर चुके हैं देवेगौड़ा
पिछले महीने पूर्व प्रधानमंत्री और JD (S) प्रमुख एचडी देवगौड़ा ने कर्नाटक में मध्यावधि चुनाव होने की भविष्यवाणी की थी। देवगौड़ा ने कहा कि उन्हें राज्य में मध्यावधि चुनाव होने पर जरा सा भी शक नहीं है। बता दें कि कर्नाटक में JD(S) और कांग्रेस के गठबंधन की सरकार है। 2018 में सरकार बनने के बाद से ही दोनों पार्टियों में मतभेद रहे हैं और इसी पृष्ठभूमि में देवगौड़ा ने ये बयान दिया था।
क्या है कर्नाटक विधानसभा की स्थिति?
कर्नाटक में कुल 224 विधानसभा सीटें हैं, बहुमत के लिए 113 विधायक चाहिए। फिलहाल भाजपा के 105, कांग्रेस के 80 और JD (S) के 37 विधायक हैं। कांग्रेस और JD(S) के 117 विधायक हैं। इस गठबंधन को बसपा और निर्दलीय विधायक भी समर्थन दे रहे हैं। हालांकि पिछले दिनों कांग्रेस के दो विधायकों के इस्तीफा देने और एक विधायक को निष्कासित किए जाने के बाद कांग्रेस के विधायकों की संख्या 77 रह गई है।
भाजपा ने किया बागी विधायकों के समर्थन का दावा
कांग्रेस-JD(S) की संख्या 114 रह गई है। वहीं, भाजपा पहले से ही दावा कर रही है कि कांग्रेस के 6 और JD(S) के 2 विधायकों का गुप्त समर्थन हासिल है और वो जल्द ही इस्तीफा देंगे।