कर्नाटकः कांग्रेस के दो विधायकों का इस्तीफा, भाजपा ने दिये सरकार बनाने के संकेत
कर्नाटक में सरकार चला रहे कांग्रेस और जनता दल (सेकुलर) गठबंधन को बड़ा झटका लगा है। सोमवार को कांग्रेस के दो विधायकों ने इस्तीफे दिये हैं। विजयनगर से विधायक आनंद सिंह और गोकाक से विधायक रमेश जारकीहोली ने राज्यपाल को अपने इस्तीफे सौंपे। राज्य के मुख्यमंत्री कुमारास्वामी ने कहा कि वह स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं वहीं काफी समय में कर्नाटक में सरकार बनाने की कोशिश में लगी भाजपा ने एक बार फिर ऐसे संकेत दिए हैं।
विधानसभा स्पीकर ने नकारी इस्तीफों की बात
हालांकि, विधानसभा स्पीकर ने इन इस्तीफों की बात नकारी है। उन्होंने कहा कि उन्हें किसी के इस्तीफे नहीं मिली हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस के छह विधायक पार्टी के खिलाफ विद्रोह की स्थिति में हैं।
भाजपा में शामिल हो सकते हैं आनंद सिंह
कांग्रेस विधायक आनंद सिंह ने सोमवार सुबह अपना इस्तीफा दिया। सिंह ने हाल ही में बेल्लारी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया था। इसमें उन्होंने सरकार द्वारा जिंदल को बेची गई हजारों एकड़ जमीन के सौदे पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा कि पार्टी हित से ज्यादा जरूरी जिले के हित हैं। तभी से माना जा रहा था कि वह कांग्रेस से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम सकते हैं।
कुमारास्वामी बोले- दिन में सपने देख रही भाजपा
JD (S) नेता और राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी इन दिनों अमेरिका में हैं। उन्होंने सिंह के इस्तीफे के बाद ट्वीट कर कहा कि उन्हें राज्य के घटनाक्रमों की जानकारी है। भारतीय जनता पार्टी उनकी सरकार को अस्थिर करने के लिए सपने देख रही है।
भाजपा ने दिए सरकार बनाने के संकेत
कर्नाटक भाजपा भी इस स्थिति पर पूरी नजर लगाए बैठी है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने संकेत दिए अगर गठबंधन सरकार अपना कार्यकाल पूरा करने से पहले गिर जाती है तो वो सरकार बनाने के बारे मेे सोच सकते हैं। NDTV से बात करते हुए येदियुरप्पा ने कहा, "मैंने भी सिंह के इस्तीफे के बारे में सुना है। हम सरकार को अस्थिर नहीं कर रहे। अगर सरकार अपने आप गिर जाती है तो हम सरकार बनाने की संभावनाएं तलाशेंगे।"
मध्यावधि चुनाव की भविष्यवाणी कर चुके हैं देवेगौड़ा
पिछले महीने पूर्व प्रधानमंत्री और JD (S) प्रमुख एचडी देवगौड़ा ने कर्नाटक में मध्यावधि चुनाव होने की भविष्यवाणी की थी। देवगौड़ा ने कहा कि उन्हें राज्य में मध्यावधि चुनाव होने पर जरा सा भी शक नहीं है। बता दें कि कर्नाटक में JD(S) और कांग्रेस के गठबंधन की सरकार है। 2018 में सरकार बनने के बाद से ही दोनों पार्टियों में मतभेद रहे हैं और इसी पृष्ठभूमि में देवगौड़ा ने ये बयान दिया था।
क्या है कर्नाटक विधानसभा की स्थिति?
विधानसभा चुनाव में कर्नाटक की 224 सीटों में से 104 पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी। कांग्रेस के खाते में 80 और JD(S) के खाते में 38 सीटें गईं। अभी दो निर्दलीय विधायकों को मिलाकर कांग्रेस-JD(S) गठबंधन के पास कुल 116 सीटें हैं, जो बहुमत के आंकड़े 113 से मात्र 3 सीट ज्यादा हैं। भाजपा के सरकार गिराने की कोशिशों के बीच गठबंधन में मतभेद की खबरें भी सरकार की स्थिरता पर सवाल खड़े करती रहती हैं।