विधानसभा चुनाव के मुहाने पर खड़े राज्यों के नेताओं के साथ बैठक करेंगे राहुल गांधी
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी विधानसभा चुनाव के मुहाने पर खड़े राज्यों के कांग्रेस प्रमुखों के साथ बैठक करेंगे। इस हफ्ते के अंत में होने वाली इन बैठकों की खबर के बाद उनसे इस्तीफा वापस लेने की मांग करने वाले कांग्रेस नेताओं की उम्मीदें फिर से जिंदा हो गई हैं। हालांकि इन बैठकों के बाद जल्द ही कांग्रेस कार्यकारिणी समिति की बैठक बुलाने का फैसला भी किया गया है, जिससे उनकी उम्मीदों पर चिंता के बादल छा गए हैं।
इस्तीफे के बाद पार्टी से जुड़े मुद्दे पर पहली बार की पहल
लोकसभा चुनाव की हार के बाद राहुल ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देते हुए पार्टी को नया अध्यक्ष चुनने तक का समय दिया था। पार्टी नेताओं ने उन्हें मनाने की कोशिश भी की, लेकिन वह अपने फैसले पर अड़े हुए हैं। राहुल कांग्रेस की करारी हार के बाद हफ्तों तुगलक रोड स्थित अपने आवास में अकेले रहे थे। चुनाव परिणाम के बाद ये पहली बार है जब उन्होंने पार्टी संगठन के किसी मुद्दे पर पहल की है।
महाराष्ट्र, दिल्ली और हरियाणा में होने हैं साल के अंत में चुनाव
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, राहुल 27 जून को महाराष्ट्र कांग्रेस इकाई के नेताओं से मुलाकात करेंगे। वहीं, दिल्ली और हरियाणा इकाई के नेताओं से वह एक दिन बाद मुलाकात करेंगे। बैठकों में आने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बारे में बात की जाएगी। इन राज्यों के महासचिवों को राज्य इकाईयों के लोकसभा चुनाव में प्रदर्शन पर राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल को रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। राज्य इकाइयों के संगठन में बड़ा फेरबदल हो सकता है।
किस राज्य में कांग्रेस का कैसा हाल?
महाराष्ट्र विधानसभा में भाजपा के पास 122, शिवसेना के पास 63 और कांग्रेस के पास 42 सीटें हैं। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस राज्य की 48 में से मात्र 1 सीट जीत पाई थी, जबकि उसकी सहयोगी NCP को 4 सीटें मिली थीं। हरियाणा विधानसभा में भाजपा के पास 47 और कांग्रेस के पास 15 सीटें हैं। राज्य की सभी लोकसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा है। दिल्ली में लोकसभा और विधानसभा दोनों में कांग्रेस का सूपड़ा साफ है।
नए अध्यक्ष के चुनाव में भी शामिल नहीं होंगे राहुल
राहुल ने हाल ही में कहा था कि पार्टी में जवाबदेही होनी चाहिए और वह अध्यक्ष पद पर नहीं रहेंगे। उन्होंने नए कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में न शामिल होने की घोषणा भी की थी। इससे कांग्रेस के लिए बड़ा संकट खड़ा हो गया है।
राहुल का स्पष्ट संदेश, गांधी परिवार से नहीं होगा अगला अध्यक्ष
राहुल ने यह भी कहा है कि अगला अध्यक्ष गांधी परिवार से बाहर का होना चाहिए। इससे कांग्रेस नेताओं की मुसीबतें और बढ़ गई है जो प्रियंका गांधी या सोनिया गांधी को विकल्प के तौर पर देख रहे थे। पार्टी नेताओं का कहना है कि गांधी परिवार का कोई सदस्य ही कांग्रेस को जोड़े रखने में सक्षम है। बता दें कि आजादी के बाद ज्यादातर समय गांधी परिवार का कोई सदस्य ही कांग्रेस अध्यक्ष रहा है।