मनीष सिसोदिया 530 दिन बाद सलाखों से बाहर आए, जानें जेल से बेल तक का सफर
दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है। वे 17 महीनों से शराब नीति मामले में जेल में बंद थे। जमानत मिलने के बाद सिसोदिया जेल से बाहर भी आ गए हैं। कोर्ट ने कुछ शर्तों के साथ सिसोदिया को जमानत दी है। इस फैसले को आम आदमी पार्टी (AAP) के लिए संजीवनी माना जा रहा है। आइए जानते हैं कि सिसोदियो के जेल जाने से बाहर आने तक के सफर में कब-क्या हुआ।
कैसे शुरू हुई कहानी?
सिसोदिया ने सितंबर, 2020 में नई शराब नीति बनाने के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया था। इस समिति ने लोगों और विशेषज्ञों से मिले सुझाव के बाद अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपी थी। इसके बाद सिसोदिया की अध्यक्षता में तत्कालीन शहरी विकास मंत्री सत्येंद्र जैन और राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत की अध्यक्षता में एक मंत्री समूह का गठन किया गया। 22 मार्च, 2021 को इस मंत्री समूह ने नई शराब नीति को मंजूरी दी थी।
7 नवंबर 2021 को लागू हुई शराब नीति
दिल्ली सरकार ने 7 नवंबर, 2021 को नई शराब नीति लागू कर दी थी। 8 जुलाई, 2022 को मुख्य सचिव नरेश कुमार ने नीति में गड़बड़ी का अंदेशा जताया और एक रिपोर्ट उपराज्यपाल वीके सक्सेना को भेजी। इसमें सिसोदिया पर शराब कारोबारियों को अनुचित लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया गया। 22 जुलाई, 2022 को उपराज्यपाल ने रिपोर्ट के आधार पर मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से जांच की सिफारिश करते हुए गृह मंत्रालय को पत्र लिखा।
विवाद के बाद रद्द करना पड़ी नीति
विवाद बढ़ता देख दिल्ली सरकार ने 28 जुलाई, 2022 को नई शराब नीति को रद्द कर दिया। 17 अगस्त, 2022 को CBI ने 15 अभियुक्तों के खिलाफ मामला दर्ज किया। इसमें सिसोदिया, 3 सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारी, 9 व्यापारी और 2 कंपनियों शामिल थीं। CBI ने आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी के आरोप लगाए। 22 अगस्त को CBI की FIR के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में मामला दर्ज किया।
फरवरी, 2023 में गिरफ्तार हुए सिसोदिया
19 अगस्त, 2022 को CBI ने सिसोदिया के घर समेत 7 राज्यों में 21 ठिकानों पर छापेमारी की। 28 सितंबर, 2022 को इंडोस्पिरिट कंपनी के प्रबंध निदेशक समीर महेंद्रू, कारोबारी और AAP के पदाधिकारी विजय नायर को ED ने गिरफ्तार किया। इस दौरान सिसोदिया पर भी शिकंजा कसता गया। आखिरकार 26 फरवरी, 2023 को लंबी पूछताछ के बाद CBI ने सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया। एक हफ्ते बाद ही ED ने भी सिसोदिया को गिरफ्तार किया।
केजरीवाल तक पहुंची जांच की आंच
2 नवंबर, 2023 को इसी मामले में ED ने अरविंद केजरीवाल को पहला समन जारी किया। 17 मार्च, 2024 तक केजरीवाल को 9 समन भेजे गए, लेकिन वे पूछताछ के लिए पेश नहीं हुए। 21 मार्च को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। केजरीवाल को पहले ED ने गिरफ्तार किया और हिरासत के दौरान ही CBI ने भी गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान सिसोदिया ने सेशन और हाई कोर्ट में जमानत याचिका दायर करने के बाद सुप्रीम कोर्ट का रुख किया।
530 दिन बाद जेल से बाहर आए सिसोदिया
सिसोदिया की याचिका पर 29 जुलाई, 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने ED और CBI को नोटिस भेज जवाब मांगा। 6 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया और आज यानी 9 अगस्त को सिसोदिया को जमानत मिल गई। कोर्ट ने इस दौरान निचली अदालतों की कार्यप्रणाली पर सख्त टिप्पणी की। कोर्ट ने कहा कि जमानत के मामले में हाईकोर्ट और ट्रायल कोर्ट सुरक्षित खेल रहे हैं।