असम-मेघालय सीमा पर आमने-सामने हुई दोनों राज्यों की पुलिस, फिर से बढ़ा तनाव
क्या है खबर?
असम का सीमावतर्ती राज्यों से चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में असम पुलिस को मिजोरम और नागालैंड पुलिस और वहां के लोगों के साथ विवाद हुआ था।
यह विवाद अभी पूरी तरह से थमा भी नहीं कि अब असम-मेघालय सीमा पर तनाव बढ़ गया है।
मंगलवार को मेघालय के री-भोई जिले के लोगों ने अवैध तरीके से असम के आंगलोंग में घुसने का प्रयास किया था। रोकने पर लोग पुलिस से भिड़ गए।
प्रकरण
ऐसे शुरू हुआ था सीमा पर विवाद
इंडिया टुडे के अनुसार, असम के पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले के पुलिस अधीक्षक (SP) अजागव्रान बासुमतारी ने बताया कि 23 अगस्त की रात को मेघालय के री-भोई जिले के कुछ लोगों ने सीमा में घुसने का प्रयास किया था। इस पर असम पुलिस ने उनकी पिटाई कर वापस भेज दिया।
अगले ही दिन मेघालय पुलिस ने कई लोगों के साथ मिलकर उमलाफेर में असम पुलिस चौकी पर हमला कर उसे क्षतिग्रसत कर दिया। इसके बाद तनाव बढ़ गया।
परेशानी
असम के 15 किलोमीटर अंदर तक घुस आई मेघालय पुलिस
SP बासुतमारी ने बताया कि मेघालय की एक पुलिस टीम असम के करीब 15 किमी अंदर घुस आई। इसको देखते हुए स्थानीय लोागें ने मेघालय पुलिस के वाहनों को रोक लिया। इस पर मेघालय पुलिस स्थानीय लोगों से भिड़ गई।
उन्होंने बताया कि पुलिसकर्मी और लोगों के बीच जमकर धक्का-मुक्की भी हुई। हालांकि, उस दौरान असम पुलिस ने मौके पर पहुंचते हुए मामले को शांत कराया और मेघालय पुलिस को वापस भेज दिया। वर्तमान में हालात नियंत्रण में हैं।
जानकारी
घटना में घायल हुआ मेघायल पुलिस का एक अधिकारी
दूसरी ओर, री-भोई की पुलिस ने दावा किया कि बुधवार को असम और मेघालय दोनों राज्यों के लोग आमने-सामने आ गए थे। उस दौरान स्थिति को नियंत्रण करने में जुटी मेघालय पुलिस का एक अधिकारी स्थानीय लोगों के हमले में घायल हो गया।
समाधान
चरणबद्ध सुलझाया जाएगा दोनों के बीच सीमा विवाद
असम और मेघालय के बीच जारी सीमा विवाद को लेकर दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बीच शिलॉन्ग और गुवाहाटी में दो दौर की बातचीत हो चुकी है। पिछली वार्ता 6 अगस्त को गुवाहाटी में हुई थी, जिसमें सीमा विवाद को चरणबद्ध तरीके से सुलझाने का फैसला लिया गया था।
बैठक में तय किया गया था कि दोनों राज्यों के कैबिनेट मंत्रियों की अध्यक्षता में तीन कमेटियां बनाई जाएंगी और 12 में से छह विवादित इलाकों को पहले निपटाया जाएगा।
प्रकिया
विवादित क्षेत्रों का दौरा करेगी दोनों राज्यों की समितियां
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा और मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने बैठक के बाद बताया था कि दोनों राज्यों की समितियां छह विवादित क्षेत्रों का दौरा करेंगी और 30 दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
पहले फेज में ताराबारी, गिजांग, फहाला, बकलापारा, खानापारा (पिलिंगकाटा) और रताछेरा का विवार सुलझाया जाएगा।
ये क्षेत्र असम के कछार, कामरूप, कामरूप मेट्रोपॉलिटन और मेघालय के पश्चिमी खासी हिल्स, री-भोई और पूर्वी जैनतिया हिल्स में स्थित हैं।
पृष्ठभूमि
मिजोरम और नागालैंड के साथ पहले ही सीमा विवाद से जूझ रहा है असम
इस समय असम पड़ोसी राज्य मिजोरम और नागालैंड के साथ सीमा विवाद से जूझ रहा है।
पिछले महीने मिजोरम के कछार जिले के लैलापुर में असम और मिजोरम पुलिस बलों के बीच खूनी संघर्ष देखने को मिला था। इसमें असम पुलिस के पांच जवान शहीद हो गए थे और एक स्थानीय व्यक्ति की मौत हो गई थी।
इसी तरह नागालौंड सीमा पर भी विवाद हुआ था, लेकिन बाद में दोनों राज्य समझौते से समाधान पर राजी हो गए थे।