विधानसभा चुनाव: दूसरे चरण में पश्चिम बंगाल में 80.43 प्रतिशत, असम में 73.03 प्रतिशत मतदान
पश्चिम बंगाल और असम में विधानसभा चुनावों के लिए दूसरे चरण का मतदान गुरुवार को छिटपुट घटनाओं के बीच शांतिपूर्ण सम्पन्न हो गया है। दूसरे चरण के मतदान में शाम 6 बजे तक पश्चिम बंगाल में 80.43 प्रतिशत और असम में 73.03 प्रतिशत मतदान हो चुका था। इसके साथ ही बंगाल में 171 और असम में 345 उम्मीदवारों की किस्मत EVM में कैद हो गई। बंगाल में 30 तो असम में 39 सीटों के लिए मतदान हुआ था।
पहले चरण की तुलना में अधिक हुआ मतदान
दोनों ही राज्यों में 27 मार्च को हुए पहले चरण के मतदान की तुलना में दूसरे चरण में मतदाताओं ने अधिक मतदान किया है। पश्चिम बंगाल में पहले चरण में 79.79 प्रतिशत तो असम में 72.30 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था।
दूसरे चरण के लिए पश्चिम बंगाल में बनाए गए थे 10,620 मतदान केन्द्र
बंगाल राज्य निर्वाचन आयेाग के अनुसार दूसरे चरण में 5 जिलों की 30 सीटों पर हुए मतदान के लिए कुल 10,620 मतदान केन्द्र बनाए गए थे। दूसरे चरण में कुल 75.9 लाख मतदाता थे, लेकिन इनमें से 80.43 प्रतिशत ने ही अपने मताधिकार का उपयोग किया। इसी तरह असम के 13 जिलों की 39 सीटों के लिए कुल 10,592 मतदान केंद्र बनाए गए थे। इन केंद्रों पर कुल 73.5 लाख मतदाता थे, लेकिन मतदान 73.03 प्रतिशत ने ही किया।
दिन चढ़ने के साथ बढ़ी मतदान की रफ्तार
चुनाव आयोग के अनुसार सुबह मतदान की रफ्तार धीमी रही, लेकिन दिन चढ़ने के साथ इसमें बढ़ोतरी शुरू हो गई। सुबह 9 बजे तक बंगाल में 13.14 और असम में 10.51 प्रतिशत मतदान हुआ था। इसके बाद दोपहर 12 बजे तक बंगाल में 37.41 और असम में 27.45 प्रतिशत, दोपहर 3 बजे तक बंगाल में 60.97 और असम में 57.59 प्रतिशत, शाम 5 बजे तक 72.25 और 67.60 प्रतिशत तथा शाम छह बजे 80.43 और 73.03 प्रतिशत पर पहुंच गया।
बांकुड़ा में हुआ सबसे अधिक 82.92 प्रतिशत मतदान
चुनाव आयोग के अनुसार पश्चिम बंगाल में दूसरे चरण के मतदान में बांकुड़ा में सबसे अधिक 82.92 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाला है। इसी तरह पूर्वी मेदिनीपुर में 81.23, पश्चिमी मेदिनीपुर में 78.02 और नंदीग्राम में 80.79 प्रतिशत मतदान हुआ है।
पश्चिम बंगाल में दो भाजपा प्रत्याशियों के काफिलों पर हुआ हमला
दूसरे चरण में असम में तो शांतिपूर्ण मतदान रहा, लेकिन पश्चिम बंगाल में हिंसक घटनाएं सामने आई। दोपहर में मतदान के दौरान केशपुर से भाजपा उम्मीदवार प्रितीश रंजन कोनार और नंदीग्राम से भाजपा प्रत्याशी सुवेंदु अधिकारी के काफिले पर पथराव कर दिया। पथराव में कारों की शीशे टूट गए, लेकिन दोनों प्रत्याशियों को चोट नहीं आई। दोनों प्रत्याशियों ने चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की है। इस पर आयोग ने जिला प्रशासन ने रिपोर्ट मांगी है।
केशपुर में भाजपा के पोलिंग एजेंट से मारपीट
पश्चिम बंगाल के केशपुर में बूथ नंबर 173 पर मौजूद भाजपा के पोलिंग एजेंट से TMC के कार्यकर्ताओं ने मारपीट कर दी। हमले में घायल पोलिंग एजेंट को अस्पताल में भर्ती कराया गया। भाजपा नेता तन्मय घोष के कार में भी तोड़फोड़ की गई। इसी तरह पूर्वी मेदिनापुर में बूथ नंबर 177 पर भाजपा के बूथ प्रभारी सुमन सेन पर भी हमला किया गया। इसी तरह डेबरा विधानसभा में TMC समर्थकों द्वारा वोटरों को धमकाने का मामला भी सामने आया।
भाजपा और TMC ने एक-दूसरे पर लगाए बूथ कैप्चरिंग के आरोप
मतदान के दौरान भाजपा और TMC नेताओं ने एक-दूसरे पर बूथ कैप्चरिंग के आरोप भी लगाए हैं। TMC सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने चुनाव आयोग को पत्र भेजकर बूथ नंबर 6, 7, 49, 27, 162, 21, 26, 13, 262, 256, 163, 20 में भाजपा द्वारा बूथ कैप्चरिंग करने का आरोप लगाया है। इसी तरह सुवेंदु अधिकारी ने कहा हार के डर से ममता बनर्जी परेशान हैं। इसके चलते TMC कार्यकर्ता अब बूथ कैप्चरिंग पर उतर आए।
बनर्जी के बूथ पर पहुंचते ही आमने-सामने हुए TMC और भाजपा समर्थक
दोपहर में ममता बनर्जी नंदीग्राम के बूथ पर पहुंची। उस दौरान TMC और भाजपा समर्थक आमने सामने हो गए। इस पर बनर्जी ने राज्यपाल जगदीप धनकड़ को फोन कर किसी भी समय कुछ भी होने की जानकारी देते हुए आवश्यक कदम उठाने की मांग की।
EVM खराब होने के चलते कई बूथों पर बाधित हुआ मतदान
मतदान के शुरू होने के दौरान बंगाल और असम में कई बूथों पर EVM खराब होने से मतदान बाधित हो गया। असम की नगांव सीट के बूथ नंबर 26 पर EVM में गड़बड़ी के कारण मतदान रोकना पड़ा। इसी तरह सिलचर के निरतामोई बालिका विद्यालय में बने बूथ नंबर 146 में EVM में गड़बड़ी के कारण मतदान रोकना पड़ा। पश्चिम बंगाल में भी कई बूथों पर EVM खराब होने को लेकर मतदाताओं ने बूथों के बाहर प्रदर्शन किया।
दांव पर लगी है बनर्जी और अधिकारी की साख
बता दें कि नंदीग्राम सीट पर हो रहे चुनाव में मुख्यमंत्री बनर्जी और भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी की साख दाव पर लगी है। TMC के लंबे समय तक सत्ता में रहने में नंदीग्राम का अहम योगदान रहा है और इसे अधिकारी का गढ़ माना जाता है। अधिकारी पहले TMC में थे, लेकिन पार्टी में तवज्जो नहीं मिलने वह भाजपा के पाले में आ गए थे। ऐसे में दोनों नेताओं ने चुनाव जीतने के लिए एडी-चोरी का जोर लगा रखा था।
दोनों राज्यों में अगले चरणों के लिए कब होगा मतदान?
असम में तीन चरणों में चुनाव होना है। 27 मार्च को पहले चरण में 47 सीटों पर मतदान हो चुका है। गुरुवार को 39 सीटों पर मतदान हुआ और बाकी सीटों पर 6 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। वहीं पश्चिम बंगाल की 294 विधानसभा सीटों के लिए आठ चरणों में मतदान होगा। आज के बाद 6 अप्रैल, 10 अप्रैल, 17 अप्रैल, 22 अप्रैल, 26 अप्रैल और 29 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। दोनों राज्यों में नतीजे 2 मई को आएंगे।