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एस जयशंकर की चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात, द्विपक्षीय प्रगति पर प्रकाश डाला
एस जयशंकर की शी जिनपिंग से बीजिंग में मुलाकात (तस्वीर: एक्स/@DrSJaishankar)

एस जयशंकर की चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात, द्विपक्षीय प्रगति पर प्रकाश डाला

लेखन गजेंद्र
Jul 15, 2025
10:28 am

क्या है खबर?

चीन के 2 दिवसीय दौरे पर पहुंचे विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। यह मुलाकात तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक से इतर हुई है। जयशंकर ने मुलाकात की तस्वीर एक्स पर साझा कर लिखा, 'आज सुबह बीजिंग में राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिवादन पहुंचाया। राष्ट्रपति शी को हमारे द्विपक्षीय संबंधों में हाल ही में हुई प्रगति से अवगत कराया।'

संबंध

द्विपक्षीय संबंधों को गहरा करने पर जोर

चीनी सरकार की समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने मुलाकात को लेकर बताया कि बीजिंग में जयशंकर की शी से मुलाकात चीनी उपराष्ट्रपति हान झेंग से मुलाकात के एक दिन बाद हुई है। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को गहरा करने और सहयोग बढ़ाने के महत्व पर जोर दिया। बता दें कि भारत-चीन अपने राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है और कैलाश मानसरोवर यात्रा की बहाली की भी भारत में व्यापक रूप से सराहना की जा रही है।

मुलाकात

उपराष्ट्रपति हान से मुलाकात के दौरान क्या हुई थी बात?

उपराष्ट्रपति हान से मुलाकात के दौरान जयशंकर ने कहा था कि चीन-भारत के संबंधों के निरंतर सामान्यीकरण से पारस्परिक रूप से लाभकारी परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। उन्होंने आगे कहा, "आज जब हम मिल रहे हैं, तो अंतरराष्ट्रीय स्थिति बहुत जटिल है। पड़ोसी देशों और प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के रूप में, भारत-चीन के बीच विचारों और दृष्टिकोणों का खुला आदान-प्रदान बहुत महत्वपूर्ण है।" जयशंकर का अंतरराष्ट्रीय जटिलता से तात्पर्य ईरान-इजरायल युद्ध, यूक्रेन-रूस युद्ध और अमेरिकी टैरिफ से लगाया जा रहा है।

बातचीत

2020 के बाद पिछले साल कजान में मिले थे मोदी और जिनपिंग

वर्ष 2020 में गलवान घाटी में चीन और भारतीय सैनिकों के बीच झड़प हुई थी, जिसके बाद दोनों देशों के रिश्तों में तल्खी आ गई थी और बातचीत बंद थी। पिछले साल पिछले अक्टूबर में रूस के कजान में BRICS शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जिनपिंग के बीच 5 साल बाद औपचारिक बातचीत हुई। इसके बाद द्विपक्षीय संबंधों में सुधार हो रहा है। कैलाश मानसरोवर यात्रा भी 5 साल बाद शुरू हुई, जो 2020 से रुकी थी।

बातचीत

5 साल बाद चीन पहुंचे हैं विदेश मंत्री जयशंकर

2020 के बाद यह पहला मौका है, जब जयशंकर बीजिंग पहुंचे हैं। इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह SCO की रक्षा मंत्रियों की बैठक में शिरकत करने पहुंचे थे। चीन और भारत के बीच संबंधों में अक्टूबर 2024 के नरमी आई थी और विदेश सचिव विक्रम मिस्री पहली राजनयिक यात्रा पर बीजिंग गए थे। अमेरिका द्वारा टैरिफ बढ़ाए जाने के बाद चीन और भारत अपने व्यापारिक रिश्तों को और बढ़ाना चाह रहे हैं।