किसानों का 'दिल्ली मार्च' 5वें दिन भी जारी, रविवार को अगले दौर की बातचीत
क्या है खबर?
पंजाब और हरियाणा के किसानों का पांचवें दिन भी 'दिल्ली चलो' मार्च जारी है।
संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने कहा कि वह आने वाले दिनों में अपना आंदोलन और तेज करेगा।
इससे पहले शुक्रवार को ट्रेड यूनियनों और किसान समूहों का 'भारत बंद' सफल रहा और सरकार और किसानों के बीच हुई बातचीत बेनतीजा रही।
SKM ने कहा कि उसकी पंजाब इकाई रविवार को एक बैठक करेगी। उसके बाद दिल्ली में बैठक कर आगे की रणनीति बनाई जाएगी।
वार्ता
रविवार को अगले दौर की बातचीत
दिल्ली-हरियाणा की सीमाओं पर किसानों का प्रदर्शन जारी है।
शुक्रवार को 'भारत बंद' के आह्वान के बीच अंबाला में शंभू बॉर्डर पर लगाए गए बैरिकेड्स की ओर बढ़ रहे प्रदर्शनकारी किसानों को तितर-बितर करने के लिए हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे गए।
ये ताजा टकराव तब हुआ, जब किसान नेताओं और केंद्र सरकार के बीच चौथे दौर की बातचीत भी बेनतीजा रही। अब रविवार किसान नेताओं और केंद्र के बीच अगली दौर की बातचीत होनी है।
जानकारी
किसान नेता बोले- अध्यादेश के जरिए MSP कानून ला सकती है सरकार
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि केंद्र सरकार अध्यादेश के जरिए न्यूनतन समर्थन मूल्य (MSP) पर कानून ला सकती है और एक बार सरकार कानून लाने का फैसला ले ले तो बाचतीत से सभी मुद्दों का समाधान निकाला जा सकता है।
बंद
पंजाब में किसानों के 'भारत बंद' का दिखा असर
शुक्रवार को किसानों के भारत बंद के कारण पंजाब में कई स्थानों पर बाजार और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। इस दौरान किसानों ने पठानकोट, तरनतारन, बठिंडा और जालंधर में कई राष्ट्रीय राजमार्गों को अवरुद्ध कर दिया।
पड़ोसी राज्य हरियाणा के हिसार में हरियाणा रोडवेज की बस सेवाएं प्रभावित हुईं क्योंकि इसके कर्मचारियों ने SKM के भारत बंद आह्वान का समर्थन किया।
हालांकि, कुरूक्षेत्र में दुकानें और बाजार खुले रहे और बसें सामान्य रूप से चल रही थीं।
मौत
शंभू बॉर्डर में ड्यूटी पर तैनात सब-इंस्पेक्टर की मौत
समाचार एजेंसी ANI को हरियाणा पुलिस ने बताया कि ड्यूटी के दौरान शंभू बॉर्डर पर तैनात एक एक सब-इंस्पेक्टर की मौत हो गई है। मृतक सब-इंस्पेक्टर का नाम हीरा लाल था और वह हरियाणा रेलवे पुलिस में कार्यरत थे।
पुलिस ने कहा कि ड्यूटी के दौरान हीरा लाल की अचानक तबीयत बिगड़ गई और उन्हें इलाज के लिए अंबाला के सिविल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन कुछ देर बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
उत्तर प्रदेश
BKU ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किया प्रदर्शन
इस बीच पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में भी विरोध प्रदर्शन हुए।
भारतीय किसान यूनियन (BKU) नेता राकेश टिकैत ने मुजफ्फरनगर में दिल्ली-देहरादून राष्ट्रीय राजमार्ग पर बागोवाली क्रॉसिंग पर आयोजित विरोध प्रदर्शन में भाग लिया।
टिकैत ने कहा कि शनिवार को मुजफ्फरनगर के सिसौली में संगठन की एक बैठक निर्धारित है, जहां भविष्य की रणनीति की योजना बनाई जाएगी।
उन्होंने किसानों को दिल्ली मार्च करने से रोके जाने पर सरकार की आलोचना भी की है।
बयान
किसान सगठनों ने केंद्र सरकार को घेरा
BKU ने कहा कि केंद्र सरकार लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए शंभू बॉर्डर में आंदोलनकारियों किसानों के पास मंत्रियों को भेजकर बातचीत का मजाक बना रही है और वार्ता के बिंदुओं को गुप्त रखकर पूरे देश के किसानों को अंधेरे में रखा जा रहा है।
दूसरी ओर SKM ने केंद्र सरकार पर किसानों के खिलाफ माहौल खराब करने का आरोप लगाया और कहा कि सरकार ने किसान आंदोलन के दौरान किए वादे पूरे नहीं किए।
मांग
क्या है प्रदर्शनकारी किसानों की मांग?
किसान अपनी कुछ मांगों लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और उनकी सबसे बड़ी मांग MSP को लेकर कानून बनाने की है।
इसके अलावा किसान स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने, किसानों और कृषि मजदूरों के लिए पेंशन, कृषि ऋण माफ करने, पुलिस में दर्ज मामलों को वापस लेने, लखीमपुरी खीरी हिंसा के पीड़ितों के लिए न्याय और किसान आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों के लिए मुआवजे की मांग भी कर रहे हैं।