मुंबई: बुजुर्ग दंपत्ति का टेस्ट हुआ भी नहीं, कोरोना संक्रमितों की सूची में आ गया नाम
देश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में सरकार ने अब अधिक से अधिक लोगों की जांच करने पर ध्यान केंद्रित कर दिाय है, लेकिन अधिक जांच की इस आपाधापी में अब लापरवाही भी सामने आने लगी है। लापरवाही का ताजा मामला सामने आया है महाराष्ट्र में मुंबई के माटूंगा इलाके में, जहां बिना कोरोना वायरस की जांच के ही एक बुजुर्ग दंपति का नाम नगर निकाय की संक्रमितों की सूची में आ गया।
बृहन्मुंबई महानगरपालिका कर्मचारी ने दी माता-पिता के संक्रमित होने की सूचना
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार पीड़ित दंपति के बेटे ने बताया कि गत सोमवार को नागरिक निकाय की ओर से एक कर्मचारी ने फोन कर बताया कि उनके 71 वर्षीय पिता और 64 वर्षीय मां के कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। ऐसे में उनके घर को सील करने के साथ दंपति को आइसोलेशन में रहना होगा। यह सुनकर वह चकित रह गए, उन्हें यह समझ नहीं आ रहा था कि बिना जांच के उसके माता-पिता संक्रमित कैसे हो सकते हैं।
नागरिक निकाय कर्मचारी को जांच नहीं होने की जानकारी
दंपति के बेटे ने बताया कि उन्होंने नागरिक निकाय की महिला कर्मचारी से कहा कि उनके माता-पिता का पिछले चार महीने में कोरोना वायरस का काई टेस्ट नहीं हुआ है। उनकी मां का कैंसर का इलाज चल रहा है। लॉकडाउन के बाद से उन्होंने घर से बाहर कदम तक नहीं रखा। उन्होंने महिला कर्मचारी से उनके डाटा में गलती होने तथा उसकी जांच करने की बात कही, लेकिन उसने वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा भेजी गई सूची को सही ठहरा दिया।
शिकायत करने पर सूची से हटाया नाम
दंपति के बेटे ने मामले में माटूंगा नॉर्थ वॉर्ड के अधिकारियों से शिकायत की ओर डाटा को क्रॉस चेक करने की अपील की। इसके बाद अधिकारियों ने जांच कर माता-पिता के नाम को सूची से हटा दिया। मामले में BMC के सहायक नगर आयुक्त गजानन बेल्लाले ने सफाई देते हुए कहा कि नामों में कुछ भ्रम था और अब सूची को ठीक कर दिया गया है। कुछ अन्य रोगियों और उनके माता-पिता का एकसमान नाम होने से गड़बड़ी हुई थी।
असली संक्रमितों को किया आइसोलेशन वार्ड में भर्ती
सहायक नगर आयुक्त ने बताया कि असली संक्रमित मरीजों की पहचान कर ली गई है और उन्हें आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया गया है। कर्मचारियों को भविष्य में सूची का सही तरह से मुआयना करने और गड़बड़ी नहीं करने के निर्देश दिए हैं।
महाराष्ट्र में एक दिन में सामने आए 10,000 से अधिक मामले
महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वहां बुधवार को 10,576 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। यह पहली बार है जब महाराष्ट्र में एक दिन में 10,000 से अधिक मामले सामने आए हैं। इसी के साथ महाराष्ट्र में संक्रमितों की संख्या 3.37 लाख पहुंच गई है। बुधवार को 280 लोगों की मौत के साथ मृतकों का आंकड़ा 12,556 पहुंच गया हैं। यह राज्य के लिए चिंता का विषय है।
महाराष्ट्र में एक सप्ताह में सामने आए 62,000 मामले
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है। यही कारण है राज्य में पिछले एक सप्ताह में प्रतिदिन औसतन 9,000 मामलों के साथ कुल 62,000 से अधिक नए मामले सामने आए हैं। राज्य में अब तक 1.87 लाख मरीज ठीक हो चुके हैं और 1.36 लाख सक्रिय मामले हैं। बुधवार को मुंबई में 58, पुणे में 36, औरंगाबाद में 23, पिंपरी चिंचवाड़ में 18 और ठाणे शहर में 16 लोगों की मौत हुई है।