
ट्रेनिंग पर लौटे बांग्लादेशी खिलाड़ी, एक समय में एक ही खिलाड़ी जाएगा स्टेडियम के अंदर
क्या है खबर?
कोरोना के कारण पूरा क्रिकेट जगत प्रभावित हुआ है और मार्च के बाद अब जाकर क्रिकेट की वापसी हो रही है।
इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच इंटरनेशनल टेस्ट सीरीज़ खेली जा रही है और तमाम देशों के खिलाड़ी ट्रेनिंग पर लौट चुके हैं।
अब बांग्लादेश के नौ खिलाड़ियों ने भी ट्रेनिंग पर वापसी की है। देश के अलग-अलग चार ट्रेनिंग सेंटर्स पर खिलाड़ियों ने ट्रेनिंग शुरु की है।
नियम
ट्रेनिंग के लिए कुछ ऐसे हैं नियम
एक समय पर स्टेडियम में ट्रेनिंग के लिए केवल एक ही खिलाड़ी प्रवेश कर सकेगा और उसके साथ केवल एक ही ट्रेनर भी होगा।
दोनों के बीच में शारीरिक दूरी, अलग-अलग सीट, अलग-अलग पानी की बोतल और टॉयलेट का इस्तेमाल होगा।
ग्राउंड के भीतर कोई मैदानकर्मी या फिर बोर्ड ऑफिशियल को जाने की अनुमति नहीं है।
पहला खिलाड़ी जब ट्रेनिंग पूरी कर लेगा तब ही दूसरे खिलाड़ी को स्टेडियम के अंदर जाने की छूट मिलेगी।
ट्रेनिंग करने वाले खिलाड़ी
इन खिलाड़ियों ने लिया ट्रेनिंग में हिस्सा
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) ने शेरे बंग्ला नेशनल स्टेडियम के अलावा सिलहट, खुलना और चटोग्राम में भी अपनी सुविधाओं को खोल दिया है।
मोहम्मद मिथुन, मुशफिकुर रहीम और शफिउल इस्लाम ने ढाका में ट्रेनिंग की तो वहीं तेज गेंदबाज खालेद अहमद और स्पिनर नसुम अहमद ने सिलहट में ट्रेनिंग की।
खुलना में नुरुल हसन और मेंहदी हसन ने ट्रेनिंग की, लेकिन चटोग्राम में बारिश के कारण नईम हसन ट्रेनिंग नहीं कर सके।
सुरक्षा
सुरक्षा का पूरा ध्यान रख रही है BCB
BCB खिलाड़ियों और उनके ट्रेनर्स का तापमान चेक कर रही है। हैंड सैनिटाइजर और स्प्रे का उपयोग किया जा रहा है।
रहीम और मिथुन ने इडोर नेट्स पर बल्लेबाजी की तो गेंदबाजी मशीन का सहारा लिया गया और उन्होंने गेंद को छुआ भी नहीं।
एक राउंड पूरा होने पर मशीन में गेदं डाल रहे व्यक्ति ने सारी गेंद एकसाथ उठा ली।
इसके अलावा एक बल्लेबाज के जाने के 45 मिनट बाद ही दूसरा बल्लेबाज अंदर आया।
आर्थिक नुकसान
BCB को हो रहा है काफी आर्थिक नुकसान
कोरोना वायरस के कारण बांग्लादेश की कई सीरीज़ स्थगित हुई हैं।
जुलाई में श्रीलंका में खेले जाने के लिए शेड्यूल हुई तीन टेस्ट मैचों की सीरीज़ के अलावा घर में न्यूजीलैंड के खिलाफ अगस्त में दो टेस्ट की सीरीज़ स्थगित हो गई है।
एशिया कप भी इस साल नहीं खेला जाएगा और साथ ही टी-20 विश्वकप के भविष्य पर भी खतरा मंडरा रहा है।
बांग्लादेश प्रीमियर लीग (BPL) ही BCB के लिए कमाई का एकमात्र जरिया बचा है।