भारत में अनलॉक-1 में कोरोना की चपेट में आए 3.86 लाख लोग, 11,802 की हुई मौत
क्या है खबर?
भारत में बुधवार से अनलॉक-2 लागू हो गया है। इससे पहले 1 जनू से अनलॉक-1 लागू किया गया था, लेकिन इस अनलॉक ने भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या में इस कदर इजाफा किया कि वह सबसे प्रभावित देशों की सूची में अमेरिका, ब्राजील और रूस के बाद चौथे स्थान पर पहुंच गया।
अनलॉक-1 के 30 दिनों में भारत में कुल 3,86,786 लोग कोरोना की चपेट में आ गए और 11,802 लोगों की मौत हो गई।
संक्रमण
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 18,653 नए मामले सामने आए और 507 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा।
यह दूसरी बार है जब देश में एक दिन में 500 से अधिक लोगों की मौत कोरोना वायरस की वजह से हुई है।
इसी के साथ देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 5,85,493 पर पहुंच गई है और अब तक 17,400 मरीजों की मौत हो चुकी है। वर्तमान में देश में सक्रिय मामलों की संख्या 2,20,114 है।
इजाफा
अनलॉक-1 के 30 दिनों में बढ़े 3.86 लाख नए मरीज
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार भारत में 31 मई को कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 1,98,706 थी और 5,598 लोगों की मौत हुई थीं।
उस दौरान 97,581 सक्रिय मामले थे और 95,527 उपचार के बाद ठीक हो चुके थे, लेकिन उसके बाद 30 जून तक संक्रमितों की संख्या में 3,86,786 तथा मृतकों की संख्या में 11,802 का इजाफा हो गया।
पिछले 12 दिनों में ही संक्रमितों की संख्या में दो लाख से अधिक का इजाफा हुआ है।
जानकारी
रिकवरी रेट में हुआ बड़ा सुधार
अनलॉक-1 में भले ही देश में संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ, लेकिन रिकवरी रेट भी 65.26 प्रतिशत रही। जून में जहां 3,86,786 नए मामले सामने आए, वहीं इनमें से 65.26 प्रतिशत यानी 2,52,451 मरीज उपचार के बाद ठीक हो गए।
बोझ
सक्रिय मामलों में बढ़ोत्तरी होने से अस्पतालों पर आया भार
रिपोर्ट के अनुसार देश में 31 मई को सक्रिय मामलों की संख्या 97,581 थी, लेकिन 30 जून को यह संख्या बढ़कर 2,20,114 पर पहुंच गई है।
ऐसे में देश में महज 30 दिन में ही 1,22,533 मरीज बढ़ गए। इसका सीध असर अस्पतालों पर पड़ा है।
वर्तमान में हालत यह कि मुंबई और बेंगलुरू के अस्पतालों में ICU और वेंटीलेटर बेड 90 प्रतिशत तक भर चुके हैं। इससे नए मरीजों को उपचार के लिए परेशानी झेलनी पड़ रही है।
टेस्टिंग
सरकार ने टेस्टिंग में किया बड़ा इजाफा
रिपोर्ट के अनुसार देश में 31 मई तक कुल 39,66,075 लोगों की कोरोना की जांच गई थी, लेकिन 30 जून तक यह संख्या 88,26,525 पर पहुंच गई।
ऐसे में साफ है कि सरकार ने अनलॉक-1 के दौरान अपनी टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया।
यही कारण है कि सरकार ने 30 दिन में 48,60,450 नए लोगों की जांच कर ली। सरकार वर्तमान में प्रतिदिन 2.5 से तीन लाख लोगों की जांच कर रही है।
जानकारी
सक्रिय मामलों की विकास दर में आई कमी
रिपोर्ट के अनुसार 31 मई को देश में पुष्ट मामलों की विकास दर 4.78 प्रतिशत थी, जो जून में घटकर 3.61 प्रतिशत पर आ गई है। हालांकि, 20 जून के बाद इसमें फिर से इजाफा हो रहा है, लेकिन उसकी रफ्तार बहुत कम है।
सबसे ज्यादा
अकेले महाराष्ट्र में है देश के कुल संक्रमितों का 30 प्रतिशत हिस्सा
रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 1,74,461 पहुंच गई। यह देश के कुल संक्रमितों की संख्या का 29.8 प्रतिशत है। हालांकि, 31 मई को यह 35 प्रतिशत था।
ऐसे में कहा जा सकता है कि महाराष्ट्र में संक्रमितों की संख्या में कमी आई है। इसी तरह महाराष्ट्र में वर्तमान में देश के कुल सक्रिय मामलों का 12 प्रतिशत है।
इसी तरह दिल्ली और तमिलनाडु में देश के कुल संक्रमितों का 15-15 प्रतिशत हिस्सा है।
बढ़ोत्तरी
अनलॉक-1 में महाराष्ट्र में बढ़े सबसे ज्यादा मरीज
अनलॉक-1 के दौरान संक्रमितों की सबसे ज्यादा संख्या महाराष्ट्र में बढ़ी है। 31 मई को वहां संक्रमितों की संख्या 66,677 थी, जो 30 जून को 1,07,084 की बढ़ोतरी के साथ 1,74,761 पहुंच गई है।
इसी तरह दिल्ली में 31 मई को संक्रमितों की संख्या 19,844 थी जो 30 जून को 67,516 की बढ़ोतरी के साथ 87,360 पर पहुंच गई।
इसी तरह तमिलनाडु में 67,834 की बढ़ोतरी के साथ संक्रमितों की संख्या 90,167 पहुंच गई है।
जानकारी
इन राज्यों में तेजी से बढ़े नए मामले
हालांकि, अनलॉक-1 में महाराष्ट, दिल्ली, तमिलनाडु में सबसे अधिक मामले बढ़े, लेकिन इनके अलावा तेलंगाना, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, असम, बिहार, हरियाणा, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों में नए संक्रमितों की संख्या में इजाफा हुआ है।
खतरा
अनलॉक-2 में भी रहेगा संक्रमण के बढ़ने का खतरा
देश में 1 जुलाई से अनलॉक-2 शुरू हो गया और इसमे पहले की तुलना में और अधिक ढील दी गई है। ऐसे में इन चरण में भी संक्रमण के तेजी से बढ़ने की संभावना रहेगी।
हालांकि, संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र राज्य में लॉकडाउन को 31 जुलाई तक के लिए बढ़ा दिया है।
इसी तरह असम सरकार भी सख्त लॉकडाउन लागू कर रही है। ऐसे में इस पर कुछ लगाम की उम्मीद है।