शराब नीति मामला: केजरीवाल के खिलाफ कोर्ट पहुंची ED, सबूत भी मांगा
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल की कथित शराब नीति घोटाले में मुश्किलें बढ़ सकती हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) के 5 समन के बावजूद केजरीवाल पेश नहीं हुए। उनके समन में लगातार गैरहाजिर रहने के बाद अब ED ने कोर्ट का रुख किया है और उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। मामले की 7 फरवरी को सुनवाई होगी। साथ ही ED ने केजरीवाल से अपने आरोपों के समर्थन में सबूत मांगा है।
ED ने अपनी याचिका में क्या कहा?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ED द्वारा धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 की धारा 50 के अनुपालन में गैर-उपस्थिति के लिए कोर्ट में याचिका दर्ज की है। दिल्ली की राउज एवन्यू कोर्ट की अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट दिव्या मल्होत्रा के समक्ष अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू पेश हुए और ED की ओर से दलीलें दीं। उन्होंने कहा कि ED ने केजरीवाल को 5 बार समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया, लेकिन वे जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं।
क्राइम ब्रांच टीम आतिशी के आवास पर पहुंची
रविवार सुबह दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की एक टीम केजरीवाल की मंत्री आतिशी के घर नोटिस देने पहुंची हैं। हाल में केजरीवाल और आतिशी ने भाजपा पर AAP के विधायकों को खरीदने का आरोप लगाया था। शनिवार को भी पुलिस टीम ने दोनों के आवास पर नोटिस देने पहुंची थी। इस मामले में दोनों नेताओं के खिलाफ दिल्ली भाजपा ने 30 जनवरी को क्राइम ब्रांच में शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की थी।
लगातार दूसरे दिन आतिशी के आवास पर पहुंची पुलिस टीम
दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री केजरीवाल से मांगा सूबत
दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री केजरीवाल को सोमवार तक भाजपा पर लगाए आरोपों को साबित करने के लिए सबूत पेश करने को कहा है। केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि भाजपा ने AAP के 7 विधायकों से संपर्क किया और उन्हें धमकी दी कि वह जल्द केजरीवाल को गिरफ्तार कर लेंगे और उनकी 21 विधायकों से बात हो चुकी है। उनका दावा था कि सभी विधायकों को 25 करोड़ रुपये और भाजपा से चुनाव लड़ने का ऑफर भी दिया गया।
केजरीवाल को ED ने कब-कब जारी किये समन?
ED ने केजरीवाल को पहला समन 30 अक्टूबर, 2023 को जारी किया और उन्हें 2 नवंबर को पेश होने को कहा था। दूसरा समन 18 दिसंबर को भेजा गया, जबकि तीसरा समन 22 दिसंबर को भेजा गया। इसके बाद मामले में चौथा समन 13 जनवरी, 2024 को भेजा गया। पांचवां समन 31 जनवरी को जारी हुआ था और उन्हें 2 फरवरी पेश होने को कहा गया। केजरीवाल ने सभी समन को नजरअंदाज किया और पूछताछ के लिए पेश नहीं हुए।
पार्टी ने समन भेजे जाने पर क्या कहा?
पांचवें समन के बाद AAP ने मामले में एक आधिकारिक बयान जारी किया है। इसमें कहा गया कि मुख्यमंत्री केजरीवाल को बार-बार समन जारी करना उन्हें गिरफ्तार करने का प्रयास है और वह ED के सामने पेश नहीं होंगे। पार्टी ने अपने बयान में कहा कि वह केवल वैध समन का पालन करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लक्ष्य केजरीवाल को गिरफ्तार करना और दिल्ली सरकार को गिराना है और पार्टी कार्यकर्ता ऐसा कभी नहीं होने देंगे।
शराब नीति घोटाले में केजरीवाल पर क्या आरोप?
फरवरी, 2023 में ED ने शराब नीति घोटाले में कोर्ट में दाखिल अपनी चार्जशीट में कहा था कि केजरीवाल ने मुख्य आरोपियों में से एक समीर महेंद्रू के साथ वीडियो कॉल पर बात की थी। इसमें उन्होंने आरोपी विजय नायर को अपना बंदा बताया था और उस पर भरोसा करने को कहा था। नायर पर घोटाले की साजिश रचने और इसका सूत्रधार होने का आरोप है। मामले में मनीष सिसोदिया और सांसद संजय सिंह पहले से जेल में बंद हैं।
क्या केजरीवाल की हो सकती है गिरफ्तारी?
PMLA के तहत ED को ये अधिकार है कि अगर कोई आरोपी पूछताछ के लिए उपस्थित न हो तो वह उसे गिरफ्तार कर सकती है। हालांकि, इसके लिए ED के पास पुख्ता सबूत होने चाहिए। तभी केजरीवाल की गिरफ्तारी हो सकती है। पिछले साल अक्टूबर में सुप्रीम कोर्ट ने एक मामले पर कहा था कि किसी को केवल इस आधार पर गिरफ्तार नहीं किया जा सकता कि वह पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहा।