सोमवार से फिर दौड़ेगी दिल्ली मेट्रो, सफाई के लिए UV लाइट के इस्तेमाल की योजना
पांच महीनों से ज्यादा के लंबे समय के बाद दिल्ली मेट्रो सोमवार से परिचालन के लिए पूरी तरह तैयार है। कोरोना वायरस महामारी के कारण अब मेट्रो का सफर काफी हद तक बदला हुआ नजर आएगा। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए स्टेशन परिसर और ट्रेनों में कई बदलाव किए गए हैं। यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली मेट्रो ने तकनीक का सहारा लिया है। आइये, यह पूरी खबर जानते हैं।
UV तकनीक का होगा इस्तेमाल
दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) के अधिकारी बीते कई दिनों से दुनिया के जाने-माने परिवहन विशेषज्ञों के संपर्क में है। वो महामारी के समय में सार्वजनिक परिवहन के संचालन में अपनाई जाने वाले सावधानियों के बारे में चर्चा कर रहे हैं। हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए DMRC के MD मंगू सिंह ने कहा कि मेट्रो स्टेशनों पर अल्ट्रा वायलेट (UV) तकनीक का इस्तेमाल करने के लिए डिफेंस रिसर्च एंड डेवलेपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) के साथ साझेदारी की गई है।
यात्रियों की सुरक्षा मेट्रो की प्राथमिकता- सिंह
सिंह ने कहा, "महामारी को देखते हुए हमने जो कदम उठाए हैं उनमें से एक केमिकल डिसइंफैक्टेंट से सफाई की जगह हम DRDO से UV तकनीक के बारे में बात कर रहे हैं। इस तकनीक को स्टेशन की ऐसी जगहों पर सफाई करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, जो सबसे ज्यादा छुई जाती हैं।" उन्होंने आगे कहा कि जब तक महामारी खत्म नहीं हो जाती, तब तक यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना मेट्रो की पहली प्राथमिकता है।
सोमवार से शुरू हो रही है दिल्ली मेट्रो
राजधानी दिल्ली की लाइफलाइन मानी जाने वाली मेट्रो कल सुबह शुरू हो जाएगी। पहले चरण में केवल येलो लाइन (समयपुर बादली से हुडा सिटी सेंटर) पर चलने वाली मेट्रो सेवाएं और गुरूग्राम रैपिड मेट्रो सेवाएं शुरू होंगी। ये सुबह और शाम चार-चार घंटे की शिफ्ट में चलेंगी। ये सेवाएं सुबह 7 बजे से 11 बजे और शाम में 4 बजे से 8 बजे तक जारी रहेंगी। केंद्र सरकार ने अनलॉक-4 की गाइडलाइंस के तहत मेट्रो सेवाएं बहाल की हैं।
सफर के दौरान 'कम बातचीत' की सलाह
दिल्ली मेट्रो ने बयान जारी कर लोगों सफर के दौरान 'कम बातचीत' करने की अपील की है ताकि बोलते समय मुंह से निकलने वाले थूक के कणों से बचा जा सका। साथ ही लोगों को कम सामान के साथ सफर करने को कहा गया है। स्टेशन में यात्रियों के संख्या को नियंत्रित करने के लिए स्टेशन के एक या दो ही गेट खोले जाएंगे। अगर किसी समय पर स्टेशन पर ज्यादा यात्री होंगे तो नए यात्रियों को प्रवेश नहीं मिलेगा।
स्टेशनों पर तैनात रहेंगे अतिरिक्त कर्मचारी
DMRC ने नियमित कर्मचारियों के अलावा 1,000 अतिरिक्त अधिकारी और कर्मचारी तैनात किए हैं ताकि नए नियमों को समझाने में लोगों की मदद की जा सके। लोगों को स्टेशनों और ट्रेन के अंदर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को कहा गया है।