उत्तर प्रदेश: लखीमपुर में पूर्व विधायक की पीट-पीटकर हत्या, बेटे की हालत गंभीर
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में पूर्व विधायक की कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या करने का मामला सामने आया है। यहां भूमि विवाद के चलते पूर्व विधायक निवेंद्र कुमार मिश्र और उनके बेटे संजीव कुमार पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया। अस्पताल ले जाने पर पू्र्व विधायक ने दम तोड़ दिया और उनके बेटे की हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं इस मामले को लेकर पुलिस का बयान अलग तस्वीर पेश कर रहा है।
जमीन को लेकर दोनों पक्षों के बीच हुई मारपीट
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, संपूर्णानगर थाना क्षेत्र में बस अड्डे के पास मौजूद जमीन पर पूर्व विधायक और किशन गुप्ता नामक व्यक्ति के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था और यह मामला अदालत में विचाराधीन है। इसी बीच रविवार को किशन गुप्ता अपने कुछ लोगों के साथ जमीन पर कब्जा करने पहुंच गए। उधर से पूर्व विधायक और उनके पक्ष के लोग भी आ गए। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई।
अस्पताल ले जाने पर मृत घोषित कर दिए गए मिश्रा
बताया जा रहा है कि इसी मारपीट में दंबंगों ने पूर्व विधायक मिश्रा और उनके बेटे की लात-घूंसों से पिटाई की। इससे दोनों बुरी तरह घायल हो गए, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने मिश्रा को मृत घोषित कर दिया।
परिजनों ने पुलिस पर लगाया आरोपियों की मदद का आरोप
मिश्रा निघासन विधानसभा सीट से दो बार निर्दलीय और एक बार समाजवादी पार्टी के टिकट पर विधायक रह चुके हैं। उनके परिजनों ने इस घटना के बाद पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि पुलिस हमलावरों को सह दे रह ही और वह उन्हें बचाकर अपने साथ ले गई थी। पूर्व विधायक की मौत से आक्रोशित ग्रामीणों ने संपूर्णानगर चौराहे पर शव रखकर प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया।
पुलिस का इस मामले पर क्या कहना है?
वहीं पुलिस के बयान के मुताबिक पूर्व विधायक की मौत पिटाई से नहीं हुई है। मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए लखीमपुर के पुलिस अधीक्षक (SP) ने कहा कि जमीनी विवाद में दो पक्षों के बीच विवाद चल रहा था। इस दौरान पूर्व विधायक मौके पर पहुंचे और वहां गिर पड़े। जब उन्हें अस्पताल ले जाया गया तो डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
कांग्रेस ने राज्य सरकार पर उठाए सवाल
इस घटना के बाद कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश सरकार पर सवाल उठाए हैं। पार्टी नेता अराधना मिश्रा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जंगलराज भयावह हो रहा है। योगी सरकार सो रही है। क्या उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण होना पाप है?
अखिलेश यादव ने की घटना की निंदा
रेप के मामलों को लेकर भी चर्चा में रहा था लखीमपुर
पूर्व विधायक की मौत से पहले लखीमपुर रेप के मामलों को लेकर भी खबरों में था। यहां बीते 20 दिनों में रेप के तीन मामले सामने आए थे। इनमें से एक रेप पीड़िता की उम्र महज तीन साल थी। आरोपी ने पुरानी रंजिश का बदला लेने के लिए मासूम के साथ पहले रेप किया और फिर गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी थी। इनके बाद प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर भी सवाल उठे थे।