कोरोना वायरस: देश में 54 प्रतिशत संक्रमित 18-44 साल के, मृतकों में बुजुर्गों की संख्या ज्यादा
देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ते हुए 38 लाख के पास पहुंच गई है। अभी तक कुल 37,69,523 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक इनमें से 54 प्रतिशत संक्रमित 18-44 साल की उम्र के हैं। इसके अलावा अभी तक कोरोना के कारण हुई कुल 66,333 मौतों में से 51 प्रतिशत मृतक 60 साल या इससे अधिक उम्र के थे। आइये, यह पूरी खबर जानते हैं।
सबसे ज्यादा संक्रमित 26-44 साल के
देश में 8 प्रतिशत संक्रमितों की संख्या 17 साल से कम, 14 प्रतिशत संक्रमितों की उम्र 18-25 साल, 40 प्रतिशत की उम्र 26-44, 26 प्रतिशत की 45-60 और 12 प्रतिशत की उम्र 60 साल से या उससे ज्यादा है।
60 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए अधिक खतरा
वहीं जान गंवाने वाले आयु वर्ग की तस्वीर काफी अलग नजर आती है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में कोरोना वायरस के कारण हुई मौतों में से 1-1 प्रतिशत मृतक 17 साल और 17-25 साल की उम्र के मरीज थे। वहीं मृतकों में 11 प्रतिशत 26-44, 36 प्रतिशत 45-60 और 51 प्रतिशत 60 साल या उससे अधिक उम्र के लोग थे। यानी उम्र बढ़ने के साथ-साथ इस वायरस का शिकार बनने का खतरा भी बढ़ता जाता है।
मंत्रालय ने की मास्क लगाने समेत सभी नियमों के पालन की अपील
इसी बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करने की अपील की है। मंत्रालय का कहना है कि लोगों को मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना, हाथ धोना और छींकते-खांसते समय मुंह को कवर करना जरूरी है। हाल ही में एक अध्ययन में सामने आया है कि मास्क का उपयोग और सोशल डिस्टेसिंग के पालन से देश में 1 दिसंबर तक कोरोना से होने वाली संभावित दो लाख मौतों को रोका जा सकता है।
मास्क से हर दिन बच सकती है 419 संभावित मौतें
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ (IIPH) और पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया (PHFI) मेें लाइफ कोर्स एपिडेमियोलॉजी के प्रमुख डॉ गिरिधर आर बाबू ने कहा कि मास्क के उपयोग से देश में प्रतिदिन 419 संभावित मौतें रोकी जा सकती है।
देश में क्या है संक्रमण की स्थिति?
पिछले कुछ दिनों से भारत में रोजाना दुनिया के सर्वाधिक नए मरीज मिल रहे हैं। देश में बीते दिन कोरोना वायरस के 78,357 नए मरीज मिले और 1,045 लोगों की मौत हुई। इसके साथ ही देश में कुल मामलों की संख्या 37,69,523 हो गई है, वहीं 66,333 लोगों को इस खतरनाक वायरस के संक्रमण के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। देश में पिछले सात में से छह दिन 70,000 से अधिक नए मामले सामने आए हैं।
लगभग 77 प्रतिशत पहुंची रिकवरी रेट
अगर भारत में ठीक होने वाले मरीजों की बात करें तो बीते दिन देशभर में कोरोना के 62,026 मरीज ठीक हुए। इसी के साथ देश में ठीक होने वाले मरीजों की कुल संख्या 29,01,908 हो गई है और रिकवरी रेट 76.98 प्रतिशत है।
भारत में जान गंवाने वालों की दर कई देशों से कम
संक्रमण की तेज रफ्तार के बावजूद भारत में संक्रमित लोगों में मरने वालों की दर (CFR) दूसरे कई देशों से कम बनी हुई है। भारत में CFR 1.76 प्रतिशत है, जबकि वैश्विक स्तर पर यह 3.3 प्रतिशत है। इसके अलावा भारत में प्रति 10 लाख लोगों पर जान गंवाने वाले लोगों की संख्या भी कम है। यहां 10 लाख लोगों पर 110 की मौत हो रही है। ब्राजील और इंग्लैंड में यह क्रमश: 12 और 13 गुना ज्यादा है।