क्या लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने की बाबा सिद्दीकी की हत्या? जानिए अब तक क्या सामने आया
मुंबई में शनिवार रात को अजीत पवार गुट वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना ने पूरे देश को हिला दिया। मामले में पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और उनकी पहचान भी हो गई है। एक अन्य आरोपी फरार है। पुलिस पूछताछ में दोनों आरोपियों ने खुद को गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा होना बताया है। आइए जानते हैं मामले में अब तक क्या सामने आया।
कैसे की गई सिद्दीकी की हत्या?
मुंबई पुलिस के अनुसार, सिद्दीकी रात को अपने निर्मल नगर इलाके में स्थित कार्यालय से बेटे जीशान के कार्यालय के लिए रवाना हो रहे थे। उनके कार में बैठने के साथ ही आस-पास पटाखे फटने का शोर होने लग गया। इस दौरान हमलावरों ने उन पर कई राउंड गोलियां चला दी। पुलिस ने बताया कि हमले में सिद्दीकी के पेट और सीने में गोली लगी थी। उसके बाद उन्हें लीलावती अस्पताल पहुंचाया, लेकिन वहां उन्होंने दम तोड़ दिया।
आरोपियों ने किया बिश्नोई गैंग से जुड़े होने का दावा
NDTV ने मुंबई पुलिस की अपराध शाखा के सूत्रों के हवाले से लिखा है कि वारदात के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए हरियाणा निवासी करनैल सिंह और उत्तर प्रदेश निवासी धर्मराज कश्यप को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में दावा किया है कि वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग से है। ऐसे में पुलिस अब इसकी पुष्टि करने में जुटी है। आरोपी पिछले 25 दिनों से इलाके में रैकी करते हुए सिद्दीकी पर नजर रख रहे थे।
आरोपियों ने वारदात के लिए किया था ऑटो रिक्शा का इस्तेमाल
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी पिछले 25-30 दिनों से उस इलाके में नियमित रूप से जा रहे थे। वारदात के लिए 3 आरोपी ऑटो रिक्शा से बांद्रा पूर्व स्थित घटना स्थल पर पहुंचे थे। सूत्रों ने बताया कि आरोपियों ने सिद्दीकी पर गोली चलाने से पहले कुछ समय उनका इंतजार किया था। उनके आने के बाद उन्होंने पहले पटाखे चलाए और फिर 3-4 राउंड गोलियां चला दी। इसमें 2 गोली सिद्दीकी के सीने और पेट में लगी थी।
आरोपियों के जेल में हुई थी बिश्नोई गैंग के साथी से मुलाकात
आरोपियों ने बताया कि जब वह हत्या के मामले में पंजाब जेल में बंद थे तो उसी समय जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई गैंग के एक सदस्य से उनकी मुलाकात हुई थी। इसके बाद उनकी उससे पहचान बढ़ती गई और फिर वह भी बिश्नोई की गैंग में शामिल हो गए। आरोपियों ने बताया कि वह हत्या की एक वारदात के लिए ढाई से 3 लाख रुपये लेते हैं और फिर आपस में उसका बंटवारा कर लेते हैं।
आरोपियों ने किस पिस्तौल से चलाई थी सिद्दीकी पर गोलियां?
सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने सिद्दकी पर हमला करने के लिए इस्तेमाल की गई पिस्तौल भी बरामद कर ली है। सिद्दीकी पर 9.9mm की पिस्तौल से गोलियां चलाई गई थी। आरोपियों ने उन पर कुल 6 राउंड गोलियां चलाई थी, जिसमें से 4 गोली सिद्दीकी के सीने और पेट में लगी थी। गिरफ्तार आरोपी सुपारी किलर हैं और उन्हें सिद्दकी की हत्या के लिए ढाई से 3 लाख रुपये मिले थे। उन्हें और कोई जानकारी नहीं है।
वारदात में शामिल थे 4 आरोपी
अपराध शाखा की जांच में सामने आया है कि हत्या में कुल 4 आरोपी शामिल थे, जिनमें से 3 ने सिद्दीकी पर गोलियां बरसाई थी और एक शूटर उनकी रेकी कर रहा था। वह सिद्दीकी की लोकेशन अन्य तीनों आरोपियों को दे रहा था।
राहुल गांधी ने सिद्दीकी की मौत पर व्यक्त किया शोक
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बाबा सिद्दीकी के दुखद निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने लिखा, 'बाबा सिद्दीकी की मृत्यु बेहद चौंकाने वाली और दुखद है। इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं। मुंबई में हुई यह भयानक घटना महाराष्ट्र में कानून और व्यवस्था में पूरी तरह से गिरावट को उजागर कर रही है। सरकार को इस घटना की जिम्मेदारी लेनी चाहिए और जल्द से जल्द न्याय सुनिश्चित किया जाना चाहिए।'
आज रात 8.30 बजे सुपुर्द-ए-खाक होंगे सिद्दीकी
सिद्दीकी को रविवार (13 अक्टूबर) को रात 8.30 बजे मरीन लाइन्स स्टेशन के अंतर्गत बड़ा कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। नमाज-ए-जनाजा शाम 7.00 बजे मगरिब की नमाज के बाद पाली नाका, बांद्रा में होगी। इससे पहले सुबह उनका कपूर अस्पताल में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया जाएगा। इसके लिए उनके शव को लीलावती अस्पताल से कपूर अस्पताल पहुंचा दिया गया है। बता दें कि सिद्दीकी को गोलियां लगने के बाद सबसे पहले लीलावती अस्पताल ही पहुंचाया गया था।
कौन थे NCP नेता सिद्दीकी?
सिद्दीकी मुंबई में अल्पसंख्यक वर्ग के बड़े नेताओं में शुमार किए जाते थे। लोकसभा चुनाव से पहले फरवरी में उन्होंने महाराष्ट्र कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद उन्होंने अजित पवार के नेतृत्व वाली NCP का दामन थाम लिया था। सिद्दीकी बांद्रा पश्चिम सीट से 1999, 2004 और 2009 में 3 बार विधायक रह थे। वह साल 2004 और 2008 के बीच राज्य की कांग्रेस सरकार में खाद्य और नागरिक आपूर्ति, श्रम और FDA राज्य मंत्री भी रहे थे।