NCP के दोनों गुटों की महत्वपूर्ण बैठक, विधायकों के समर्थन को लेकर अलग-अलग दावे
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में अजित पवार की बगावत के बाद आज दोनों गुटों ने अहम बैठक बुलाई है। पार्टी पर अधिकार को लेकर दोनों ही बैठकें काफी महत्वपूर्ण हैं। अजित गुट ने बांद्रा में तो शरद पवार ने नरीमन पॉइंट स्थित वायबी चव्हाण सेंटर पर बैठक का ऐलान किया है। दोनों ही गुटों के नेता और कार्यकर्ता जुटने लगे हैं और विधायकों के समर्थन को लेकर अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं।
किसके समर्थन में कितने विधायक?
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, अजित पवार की बैठक में 28-29 विधायक मौजूद हैं और 41 विधायकों ने शपथ पत्र सौंपा है। दूसरी ओर NDTV की रिपोर्ट में कहा गया है कि अजित को 28 और शरद को 12 विधायकों का समर्थन मिला है। दोनों ही गुट समर्थक विधायकों से शपथपत्र भरवा रहे हैं और बैठक में अनिवार्य तौर पर शामिल होने के लिए व्हीप भी जारी की है।
अजित बोले- शरद ही हमारे गुरु
बैठक में अजित ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि शरद के प्रति मेरे मन में बहुत सम्मान है, मैंने उनके अधीन काम करना शुरू किया था। उन्होंने कहा, "हमें ऐसा करने की जरूरत क्यों पड़ी? यह एक बड़ा सवाल है। शरद पवार साहब हमारे नेता और गुरु हैं। इसमें कोई सवाल नहीं है। लेकिन अब देश में जिस तरह की राजनीति हो रही है, वह आप सभी देख रहे हैं।"
छगन भुजबल बोले- 40 विधायक हमारे साथ
अजित गुट के नेता छगन भुजबल ने मंच से 40 से अधिक विधायकों के समर्थन की बात कही है। उन्होंने कहा कि 30-31 विधायक पहुंच गए हैं, जबकि कुछ विधायक ट्रैफिक जाम में फंसे हैं और जल्द ही पहुंचेंगे। उन्होंने कहा, "जब हम शिवसेना के साथ जा सकते हैं तो भाजपा से क्या हर्ज है। हम अभी भी NCP में ही हैं, हम सरकार में शामिल हुए हैं ना कि भाजपा में।"
शरद भी बैठक स्थल पहुंचे
शरद भी बैठक के लिए वायबी चव्हाण सेंटर पहुंच चुके हैं। यहां पर पहले से ही जितेंद्र आव्हाड, अनिल देशमुख, राजेश टोपे, अमोल कोल्हे, रोहित पवार मौजूद हैं। यहां बड़ी तादाद में उनके समर्थक मौजूद हैं और नारेबाजी कर रहे हैं। शरद के समर्थकों ने पोस्टर भी लगाए है, जिनमें लिखा है 'एक बंदा काफी है।' शरद को 3 लोकसभा और 1 राज्यसभा सांसद का समर्थन मिलने की बात कही जा रही है।
असमंजस में कई विधायक
गुटबाजी के चलते कई विधायक असमंजस में हैं और किसी भी गुट की बैठक में शामिल होने के लिए नहीं पहुंचे हैं। कहा जा रहा है कि 6 विधायकों के बारे में कोई जानकारी नहीं है कि वे किस गुट का समर्थन करेंगे।