गुजरात और हरियाणा समेत इन पांच राज्यों में महंगी होगी बिजली
क्या है खबर?
गुजरात सरकार ने राज्य में निजी बिजली वितरण कंपनियों को टैरिफ बढ़ाने की छूट दे दी है। अब टाटा, अडानी और एस्सार पावर अपनी दरों में बढ़ोतरी कर सकेंगी।
इस बढ़ोतरी के बाद गुजरात, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब और महाराष्ट्र में बिजली के दाम बढ़ना तय है।
दरअसल, ये सभी राज्य गुजरात स्थित टाटा, एस्सार और अडानी के कोयले से चलने वाले पावर प्लांट से बिजली खरीदते हैं।
गुजरात स्थित इन प्लांट की कुल उत्पादन क्षमता लगभग 10,000 मेगावॉट है।
वजह
इस वजह से बढ़ेंगी दरें
पावर प्लांट के सामने विदेशी कोयले के कारण यह चुनौती आई है। ये प्लांट इंडोनेशिया से मिलने वाले कोयले से चलते हैं।
पिछले कुछ महीनों में आंतरिक दबाव के कारण इंडोनेशिया ने निर्यात किए जाने वाले कोयले के दाम बढ़ा दिए थे।
दरअसल, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कोयले की कीमतों में लगातार गिरावट जारी थी, जिससे इंडोनेशिया में कोयला खदानों के बंद होने का संकट आ गया था।
इसके बाद इंडोनेशिया ने कोयले के दाम बढ़ा दिए थे।
जानकारी
उच्च स्तरीय समिति ने दी दरें बढ़ाने की सलाह
कोयले की बढ़ती कीमतों के कारण गुजरात सरकार ने जुलाई में एक उच्च स्तरीय समिति बनाई। इस समिति ने कोयले की बढ़ी कीमतों और 2010 में फॉर्मूले में हुए बदलाव के आधार पर इन कंपनियों को बिजली की दरों को बढ़ाने की सलाह दी थी।
राहत
बिजली कंपनियों के लिए राहत
गुजरात सरकार का यह कदम तीनों पावर प्लांट के लिए राहत की खबर लेकर आया है।
कोयले की बढ़ती कीमतों के कारण इन कंपनियों को नुकसान उठाना पड़ रहा था।
एक तरफ जहां कोयले की कीमतें बढ़ रही थी, वहीं पावर परचेज एग्रीमेंट (PPA) के कारण राज्य बिजली की दरें नहीं बढ़ा रहे थे।
अब गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड को PPA में बदलाव का आदेश दिया गया है, जिसे जल्द ही दूसरे राज्यों में मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
निवेश
SBI के सहारे पर चल रहे हैं तीनो प्रोजेक्ट
ये तीनों पावर प्लांट स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के सहारे चल रहे हैं। SBI ने उच्च स्तरीय समिति को जानकारी दी थी कि ये सभी पावर प्लांट घाटे में हैं।
SBI ने बताया कि ये कंपनियां नॉन परफॉर्मिंग प्लांट होने की कगार पर है। ऐसे में अगर ये कंपनियां डूबेगी तो बैंक को बड़ा नुकसान होगा।
अब दरें बढ़ाने के कदम के बाद इन प्लांट को घाटे से उबरने में मदद मिलेगी वहीं SBI का पैसा भी नहीं डूबेगा।