PDP के साथ गठबंधन पर प्रधानमंत्री मोदी ने मानी गलती, कहा- वो हमारी 'महामिलावट' थी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को एक बड़ा बयान देते हुए जम्मू-कश्मीर में पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) के साथ अपने गठबंधन को गलती माना है। उन्होंने कहा कि PDP के साथ गठबंधन में सरकार बनाना उनकी 'महामिलावट' थी। यह पहली बार है जब सरकार या भाजपा के शीर्ष नेतृत्व में से किसी ने बिल्कुल विरोधी विचारों वाली PDP के साथ गठबंधन को लेकर गलती स्वीकार की है। आइए जानते हैं प्रधानमंत्री मोदी ने इस गठबंधन पर क्या कहा।
मोदी ने कहा, उन्हें लगा NC और PDP मिलकर सरकार बनाएंगे
हिंदुस्तान टाइम्स समूह के अखबार 'हिंदुस्तान' को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री मोदी ने यह बड़ी बात कही है। जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें नहीं लगता कि महबूबा मुफ्ती के साथ सरकार बनाना सही फैसला नहीं था, तो उन्होंने इस मामले में अपनी गलती स्वीकार की। उन्होंने कहा कि जब जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों का परिणाम आया तो किसी के पास भी सरकार बनाने लायक आंकड़े नहीं थे और उन्हें लगा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) और PDP मिलकर कुछ करेंगे।
'लोकतांत्रिक मजबूरी थी सरकार देना'
भाजपा के विरोधी विचारों वाली PDP से हाथ मिलाने पर मोदी ने कहा, "हमारे पास आंकड़े नहीं थे। कई महीने राज्यपाल शासन रहा। तब मुफ्ती मोहम्मद सईद जिंदा थे और उनसे बात हुई। हमने उनसे साफ कह दिया कि हमारी विचारधाराएं नहीं मिलती।" इसके बाद उन्होंने कहा कि यह गठबंधन हमारी 'महामिलावट' थी और हमें लोकतांत्रिक मजबूरी में सरकार देनी थी, इसलिए न्यूनतम साझा कार्यक्रम के तहत काम करना शुरु किया।
महागठबंधन के लिए कर चुके हैं 'महामिलावट' शब्द का प्रयोग
बता दें कि मोदी ने 'महामिलावट' का पहली बार प्रयोग भाजपा के खिलाफ अलग-अलग विचारधाराओं वाली पार्टियों के 'महागठबंधन' के लिए किया था। ऐसे में अपने खुद के गठबंधन के लिए इस शब्द का प्रयोग करना एक बड़ी बात मानी जा रही है।
इस कारण से छोड़ी सरकार
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मुफ्ती साहब अनुभवी थे, इसलिए उन्हें दिक्कत नहीं आई। महबूबा मुफ्ती के बारे में उन्होंने कहा कि वह पहले तो कई दिनों तक जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं थी और उनके आने के बाद दिक्कतें आना शुरु हो गईं। उनके अनुसार, भाजपा स्थानीय चुनाव कराना चाहती थी, लेकिन महबूबा खूनखराबे का हवाला देकर इससे इनकार करती रही और इसी कारण हमने गठबंधन छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा का ध्यान विकास पर था।
2014 चुनाव में किसी पार्टी को नहीं मिला था स्पष्ट बहुमत
2014 जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में PDP को 28, भाजपा को 25, NC को 15 और कांग्रेस को 12 सीट मिली थीं और किसी के पास पूर्ण बहुमत नहीं था। नतीजों के 3 महीने बाद भाजपा और PDP ने गठबंधन में सरकार बनाई और मुफ्ती मोहम्मद सईद ने 1 मार्च 2015 को मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की। सईद का 7 जनवरी 2016 को निधन हो गया और इसके 3 महीने बाद महबूबा मुफ्ती राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं।
राज्य में लागू है राज्यपाल शासन
भाजपा ने पिछले साल 19 जून को महबूबा की सरकार से समर्थन वापस ले लिया था और उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। राज्य में अभी राज्यपाल शासन लागू है और लोकसभा चुनाव के साथ वहां चुनाव न कराए जाने पर सवाल उठे थे।